दुनिया की इन 5 जगहों पर नहीं है पुरुषों की एंट्री

आजतक आपने सुना होगा कि इस जगह पर महिलाओं का प्रवेश वर्जित हैं। लेकिन ऐसा केवल महिलाओं के साथ ही नहीं हैं, आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में ऐसे कई स्थान है जहां पर पुरुषों का जाना भी वर्जित हैं। ऐसे कई स्थान है जहां पर पुरुष या तो बिल्कुल नहीं जा सकते या फिर किसी नीयत समय के लिए ही जा सकते हैं। तो आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही स्थानों के बारे में जहां पुरुषों का जाना मना हैं

* Ima keithal :

यह मणिपुर का एक बाजार है। बाकी जगहों के बाजार की तरह यहां भी लोग जरूरी सामान की खरीदी-बिक्री करते नजर आते हैं। लेकिन इस बाजार की खास बात ये है कि इस बाजार में दुकानें केवल महिलाएं ही लगाती हैं। इसके अलावा एक दिलचस्प बात ये भी है कि इस बाजार में केवल शादीशुदा महिलाएं ही दुकान लगा सकती हैं। कहते हैं ब्रिटिश साम्राज्य में पुरुषों ने इस बाजार को उजाड़ने की जी-तोड़ कोशिश की थी तब महिलाओं ने एक जुट होकर बाजार की रक्षा की थी। तब से इसे दुनिया में महिलाओं का सबसे बड़ा बाजार माना जाने लगा।

* केन्या का उमोजा गांव :

हर गांव की तरह ही है ये गांव, फ़र्क बस इतना है कि यहां रहती हैं केवल महिलाएं। पुरुषों का यहां की सीमा-रेखा के आस-पास जाना भी वर्जित है। यहां रहने वाली महिलाएं रेप, घरेलु हिंसा की सर्वाइवर्स हैं। ऐसी महिलाएं रहती हैं, जिनको समाज के रूढ़ीवादी नियम-क़ानून ने अपने ही घर से बेदखल कर दिया। 1990 के आस-पास इस गांव की संस्थापना 15 महिलाओं ने की थी। ब्रिटिश सैनिकों ने इन 15 महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया था।

* सावित्री मंदिर, पुष्कर :

राजस्थान के पुष्कर तीर्थ में ब्रह्माजी की पत्नी देवी सावित्री का एक मंदिर है, जो रत्नागिरि पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर में सिर्फ महिलाओं को प्रवेश का अधिकार है, पुरुषों को इस मंदिर में प्रवेश करने की मनाई है। इसका कारण यह बताया जाता है कि ब्रह्माजी ने पहले से ही एक पत्नी के होते हुए भी दूसरी शादी कर ली थी। जिससे नाराज होकर देवी सावित्री ने ब्रह्माजी को केवल पुष्कर में ही उनका मंदिर होने का शाप दिया था और बाद में रत्नागिरि पर बस गई थीं। इसलिए यहां पर देवी के मंदिर में पुरुषों को प्रवेश की इजाजत नहीं है।

* लिंग भैरवी मंदिर, तमिलनाडु :

कोयंबटूर स्थित इस मंदिर में कुछ रस्मों में पुरुष भाग नहीं लेते। मंदिर के गर्भ-गृह में पुरुषों का प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित है।

* कन्या कुमारी मंदिर, तमिलनाडु :

हिन्दू धर्म में मान्यता है कि जब विष्णु ने सती के शरीर को खंडित किया, तब उसकी रीढ़ की हड्डी यहां पर गिरी। इसलिए ये मंदिर भी एक शक्ति पीठ है। मान्यता है कि इस मंदिर में भगवथी देवी का वास है और वो सन्यासी है। इसलिये इस मंदिर में अविवाहित पुरुषों का जाना वर्जित है।