Navratri 2022 : मां दुर्गा के नाम पर हुआ हैं देश के इन शहरों का नामकरण, आइये जानें

देशभर में नवरात्रि का पावन पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा हैं। यह अपने अंतिम दिनों में पहुंच चुका हैं। नवरात्रि के इन नौ दिनों में मातारानी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती हैं। इस दौरान देशभर में बड़ी संख्या में मां की प्रतिमा भी स्थापित की गई हैं और उसके लिए बड़े-बड़े पूजा पंडाल भी बनाए गए हैं। भक्तगण यहां दर्शन करने पहुंचते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मां दुर्गा का संबंध मंदिरों के अलावा देश के विभिन्न शहरों से भी हैं। जी हां, देश में कई ऐसे शहर हैं जिनका नामकरण मां दुर्गा के नाम पर हुआ हैं। जिस तरह बच्चों के नाम भगवान या देवी के नाम पर रखे जाते हैं, उसी तरह इन शहरों का नाम भी मां दुर्गा के नाम पर रखा गया हैं। आइये जानते हैं इन शहरों के बारे में...

चंडीगढ़

चंडीगढ़ शहर की शुरुआत जहां से होती है वहां मां चंडी देवी का प्रसिद्ध मंदिर है। इस खूबसूरत शहर का नाम इसी देवी मां के नाम पर चंडीगढ़ रखा गया है। वैसे तो इस मंदिर में सालोंभर बड़ी संख्या में मां के भक्त पूजा अर्चना के लिए आते हैं। लेकिन शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि के मौके पर तो यहां श्रद्धालुओं का तांता लग रहता है।

नैनीताल

नैनीताल का नाम देवी दुर्गा के एक और अवतार नैना देवी के नाम पर रखा गया है। ऐसा कहा जाता है कि सती की आंखें यहीं की ज़मीन पर गिरी थीं, जहां आज नैना देवी मंदिर है।

मुंबई

मुंबई के जावेरी बाजार स्थित मुंबा देवी का मंदिर है जहां 500 साल से भी ज्यादा पुराना महा-अंबा देवी का मंदिर है। मंदिर का नाम महा-अंबी देवी मंदिर ही है जो समय के साथ अपभ्रंश होते हुए मुंबा देवी हो गया और इसी माता के नाम पर शहर का नाम मुंबई पड़ा।

दिल्ली

यह बहुत कम लोग जानते हैं कि दिल्ली के एक हिस्से को योगिनीपुर कहा जाता था, ऐसा महरौली क्षेत्र में योगमाया मंदिर होने के कारण था। मुगलों के शहर में प्रवेश करने के काफी पहले से यह मंदिर था। ऐतिहासिक रिकॉर्ड के अनुसार, मंदिर का निर्माण पांडवों ने किया था, जो कि 5000 वर्ष से अधिक पुराना है।

त्रिपुरा

त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से करीब 55 किलोमीटर दूर पहाड़ियों पर स्थित है मां त्रिपुरा सिंदुरी का प्रसिद्ध मंदिर और मां दुर्गा के इस रूप के नाम पर राज्य का नाम पड़ा त्रिपुरा।

श्रीनगर

जम्मू और कश्मीर की राजधानी, श्रीनगर का नाम भी दुर्गा के एक रूप के नाम पर रखा गया है, ऐसा कहा जाता है कि यह शहर शारिका देवी मंदिर में स्वयं प्रकट श्री चक्र के रूप में श्री या लक्ष्मी देवी का घर है।

पटना

भारतीय पवित्र ग्रंथों के अनुसार, पटना वह स्थान है जहां सती की दाहिनी जांघ गिरी थी। पाटन देवी नाम की देवी को सम्मानित करने के लिए उसी स्थान पर एक शक्तिपीठ बनाया गया था; बाद में, बिहार की राजधानी को इसका नाम मंदिर से मिला।

मैंगलोर

मां दुर्गा का एक और शक्ति रूप है मंगलादेवी जिनका मंदिर कर्नाटक के शहर मैंगलोर के बोलारा में स्थित है। कहते हैं इस प्रसिद्ध मंगलादेवी मंदिर के नाम पर ही शहर का नाम मैंगलोर पड़ा।