
नवरात्रि का पर्व भारत में साल में दो बार – चैत्र और शारदीय – मनाया जाता है। यह देवी दुर्गा की उपासना का सबसे बड़ा अवसर होता है, जब भक्त नौ दिनों तक व्रत रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और मंदिरों में जाकर माता के दर्शन करते हैं। भारत में कई प्रसिद्ध देवी मंदिर हैं, जहां भक्तों की अपार श्रद्धा देखने को मिलती है। खासकर नवरात्रि के दौरान, इन मंदिरों में भव्य अनुष्ठान और विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। यदि आप इस पावन पर्व पर किसी शक्ति स्थल की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं, तो भारत के ये 5 प्रमुख देवी मंदिर आपके लिए सबसे उत्तम स्थान हो सकते हैं।
वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू और कश्मीरवैष्णो देवी मंदिर उत्तर भारत के सबसे महत्वपूर्ण शक्ति स्थलों में से एक है। जम्मू और कश्मीर के त्रिकुटा पर्वत पर स्थित यह मंदिर देवी महाकाली, महासरस्वती और महालक्ष्मी के त्रिगुण स्वरूप को समर्पित है। हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र धाम की यात्रा करते हैं। यहां तक पहुंचने के लिए भक्तों को 13 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई करनी होती है, लेकिन मंदिर तक का मार्ग अत्यंत सुंदर और प्राकृतिक नजारों से भरपूर है। भक्तों की सुविधा के लिए अब घोड़े, पालकी और हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं। मान्यता है कि माता रानी की कृपा से यहां आने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है।
दक्षिणेश्वर काली मंदिर, पश्चिम बंगालहुगली नदी के किनारे स्थित दक्षिणेश्वर काली मंदिर देवी काली को समर्पित भारत के सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक है। यह मंदिर 1855 में रानी रासमणि द्वारा बनवाया गया था और यह संत रामकृष्ण परमहंस की साधना स्थली भी है। इस मंदिर में देवी काली की विशाल मूर्ति स्थापित है, जिसमें वे भगवान शिव के ऊपर खड़ी हैं। मंदिर परिसर में 12 शिव मंदिर और एक राधा-कृष्ण मंदिर भी स्थित हैं, जो इसकी धार्मिक महत्ता को और बढ़ाते हैं। नवरात्रि के दौरान यहां हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं और विशेष अनुष्ठानों में भाग लेते हैं।
कामाख्या मंदिर, असमअसम के गुवाहाटी में नीलांचल पहाड़ी पर स्थित कामाख्या मंदिर भारत के सबसे पुराने और पवित्र शक्तिपीठों में से एक है। यह मंदिर देवी कामाख्या को समर्पित है, जिन्हें माँ भगवती का ही एक रूप माना जाता है। मान्यता है कि यहां देवी सती का गर्भ और योनि भाग गिरा था, जिससे यह स्थान विशेष रूप से पूजनीय बन गया। इस मंदिर में हर साल अंबुबाची मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें देवी के मासिक धर्म का उत्सव मनाया जाता है। नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, जो माता के आशीर्वाद की कामना करते हैं।
अंबाजी मंदिर, गुजरातगुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित अंबाजी मंदिर देवी अंबा माता को समर्पित एक प्रमुख शक्तिपीठ है। यह मंदिर अरावली पहाड़ियों के पास स्थित है और इसकी धार्मिक महत्ता बहुत अधिक है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां देवी की कोई मूर्ति नहीं है, बल्कि श्रीयंत्र की पूजा की जाती है। भक्तों का विश्वास है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना कभी व्यर्थ नहीं जाती। नवरात्रि के दौरान यह मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है और भव्य गरबा महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु शामिल होते हैं।
चामुंडा देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेशहिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित चामुंडा देवी मंदिर देवी दुर्गा के चामुंडा स्वरूप को समर्पित है। यह मंदिर एक खड़ी पहाड़ी पर स्थित है, जहां से भक्तों को अद्भुत प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने से भक्तों के सभी दुख दूर हो जाते हैं और उन्हें देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह मंदिर न केवल एक तीर्थ स्थल है, बल्कि साधकों और तांत्रिकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण साधना स्थल माना जाता है। नवरात्रि के दौरान यहां विशेष हवन, यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
नवरात्रि के दौरान देवी मंदिरों की यात्रा क्यों करें?नवरात्रि के अवसर पर देवी मंदिरों की यात्रा करने का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि इस दौरान देवी के मंदिरों में जाकर पूजा करने से भक्तों को विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इन नौ दिनों में शक्तिपीठों की यात्रा करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता और शांति का संचार होता है। नवरात्रि के दौरान मंदिरों में भव्य अनुष्ठान, कीर्तन और हवन किए जाते हैं, जिससे भक्तों को दिव्य वातावरण का अनुभव होता है। यदि आप भी इस नवरात्रि देवी मां की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इन पवित्र मंदिरों के दर्शन अवश्य करें।