दुनिया के इन देशों में महिलाओं को मिलती हैं पीरियड्स के दिनों में छुट्टी

महिलाएं अपना जीवन त्याग और बलिदान के साथ जीती हैं जिसमें परिवार के लिए प्यार और फिक्र होती हैं। महिलाओं को उनके जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं जिसमें से एक हैं पीरियड्स अर्थात मासिक चक्र जो करीब 28 दिनों के समय अंतराल के बाद फिर से आता हैं। इन दिनों में सफर करना काफी मुश्किल होता है। कमर दर्द, पीठ दर्द जैसी कई परेशानियों का कारण उन्हें काम करने में काफी दिक्कत होती हैं। ऐसे में कई देशों में माहवारी के दिनों में लड़कियों को 2 से 3 दिन की छुट्टियों का प्रावधान तय किया गया है। आज इस कड़ी में हम आपको उन देशों के बारे में बताने जा रहे हैं।

चीन

चीन के अंदर भी यह कानून बनाया गया है कि महिलाओं को माहवारी के दिनों में अवकाश दिया जाए। वैसे चीन के अंदर इस कानून को बनवाने के लिए यहाँ की महिलाओं ने बड़े स्तर पर आन्दोलन किया था। यहाँ कानून है कि डॉक्टर द्वारा सर्टिफिकेट देने पर कि हाँ महिला के पीरियड चल रहे हैं तभी यहाँ दो से तीन दिन का अवकाश दे दिया जाता है। महिला कमर्चारी अस्पताल से सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद एक या दो दिन की छुट्टी ले सकती हैं।

इंडोनेशिया

इंडोनेशिया के अंदर भी यह कानून बनाया जा चुका है कि कम्पनियों को पीरियड्स के दिनों में औरतों से कम काम लेना होगा और अगर महिला को जरूरत है तो उसको छुट्टी भी देनी होगी। वैसे इस देश में अभी कुछ कम्पनियां इस कानून को मान नहीं रही हैं। इंडोनेशिया महिलाओं को महीने में दो दिन की मासिक धर्म की छुट्टी देता है। हालांकि शायद ही महिलाएं इसका इस्तेमाल करती हैं। क्योंकि छुट्टी लेने के लिए उन्हें एक खतरनाक फिजिकल एक्जाम से गुजरना पड़ता है।

साउथ कोरिया

साउथ कोरिया में वुमन वकर्स को 2001 में मासिक धर्म की छुट्टी दी गई थी। कोरिया के पुरूष इस छुट्टी को भदेभाव के रूप में देखते हैं। साउथ कोरिया में जो नियोक्ता पीरियड लीव देने से इंकार करते हैं, उन्हें दो साल तक की जेल हो सकती है। यह कानून पारित होने के बाद से यहाँ रोजगार के अंदर महिलाओं की भागेदारी बढ़ती जा रही है।

ताइवान

ताइवान ने कुछ ही समय पहले मासिक धर्म अवकाश कानून बनाया है। देश के रोजगार में लैंगिक समानता अधिनियम में 2013 का संशोधन महिला श्रमिकों को वर्ष में 3 दिन पीरियड्स लीव देता है। वैसे इस देश में कई निजी कम्पनियों ने यह प्रावधान भी किया है कि पीरियड के दिनों में वह घर से भी काम कर सकती हैं।

जाम्बिया

जाम्बिया में वुमेन एम्प्लॉयीज को हर महीने एक दिन की पीरियड लीव दी जाती है। महिलाओं के लिए मासिक धर्म की छुट्टी का विचार रूस में भी 2013 में भी आया था, लेकिन इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ।

जापान

हम सब जानते हैं पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। इन दिनों में सफर करना काफी मुश्किल होता है। कमर दर्द, पीठ दर्द जैसी कई परेशानियों का कारण उन्हें काम करने में काफी दिक्कत होती हैं। ऐसे में जापान में सालों पहले इस बात को लेकर आवाज उठाई गई थी। लेकिन, दूसरे विश्व युद्ध यानी 1947 में लड़कियों और महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में छुट्टियों के लिए कानून बन गए। हालांकि, इस दौरान कंपनी अपने कर्मचारियों को पैसे देगी या नहीं देगी ये उस पर निर्भर करता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस नियम के बावजूद ज्यादातर महिलाएं छुट्टी नहीं लेती क्योंकि उनका मानना है कि पीरियड्स के दौरान उन्हें समाज में हेय दृष्टि से देखा जाता है।