हिमालय से घिरा हुआ है खिरसू, करवाता हैं शांति की अनुभूति

खिरसु गढ़वाल हिमालय में समुद्र की सतह से 1700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक सुंदर गांव है जो चारों ओर से हिमालय से घिरा हुआ है।यह पौड़ी शहर से 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आसमान साफ है तो आप यहां आए लगभग 300 हिमालय की चोटियों को देख सकते हैं। यहां इतनी शांति रहती है कि आप पेडों से पत्तों के गिरने की आवाज भी सुन सकते हैं। यहां पास ही घंडियाल देवता का मंदिर है।जानते है खिरसु में कहा कहा घूमने लायक जगह हैं।

खिरसुयह गांव

अपने आप मे एक सुंदर तस्वीर है।चारों ओर बुरांश के सुंदर फूल दिखाई देते हैं।देवदार पाइन चीड़ के ऊंचे वृक्ष बहुत ही सुंदर लगते हैं।यहां सेब ओर अखरोट के पेड़ भी हैं। यहां मशरूम की भी खेती की जाती है।
ज्वाल्पा देवी मंदिर

यह मन्दिर पौड़ी कोटद्वार रोड पर स्थित है। नवरात्रों में यहां बड़ा मेला लगता है। पर्यटक विश्रामगृह और धर्मशाला यहां उपलब्ध हैं।मंदिर नदी नायर नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित है तथा पास का स्टेशन सतपुली लगभग 17 किमी है।

श्रीनगर

राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर अलकनंदा नदी के किनारे बसा यह शहर कभी गढ़वाल राजाओं की राजधानी हुआ करता था। यहां गढ़वाल विश्वविद्यालय है।

देवल गढ़

यह भी गढ़वालों की राजधानी रह चुका है। यह खिरसु से 16 किलोमीटर दूर श्रीनगर की ओर स्थित है। यहां राजराजेश्वरी और गौरी देवी के मन्दिर दर्शनीय हैं। इस मन्दिर में यन्त्र पूजा का विधान है। यहां कामख्या यन्त्र, महाकाली यन्त्र, बगलामुखी यन्त्र, महालक्ष्मी यन्त्र व श्रीयन्त्र की विधिवत पूजा होती है।

उलखा गढ़ी

यह खिरसु से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।यहाँ पुराने महलों को देखा जा सकता है।यहां का उलकेश्वरी मंदिर प्रसिद्ध है।