घूमने के साथ ही अपने खानपान के लिए भी जाना जाता हैं कर्नाटक, जरूर लें इन 10 व्यंजन का स्वाद

जब भी दक्षिण भारतीय क्षेत्र में पर्यटन की बात की जाती हैं तो कर्नाटक का नाम जरूर सामने आता हैं जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही खूबसूरत जगहों के लिए जाना जाता हैं। लेकिन इसी के साथ ही कर्नाटक को अपने खानपान के लिए भी जाना जाता हैं। कर्नाटक के भोजन में शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों की एक एक लंबी लिस्ट शामिल है। कर्नाटक में घूमने के साथ ही यहां के पारंपरिक खानपान का लुत्फ उठाना यादगार बनेगा। आज हम आपको कर्नाटक के ही ऐसे व्यंजनों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जिन्हें यहां घूमने जाए तो जरूर स्वाद लेना चाहिए। आइये जानते हैं इन व्यंजनों के बारे में...

कूर्ग पांडी करी

ये एक स्वादिष्ट और मांसाहारी पकवान है, जिसमें मांस को मसाला पेस्ट में तैयार किया जाता है। जिसकी वजह से इस करी का रंग गहरा और मसालेदार दिखने लगता है। इस पकवान में कांचमपुली फल का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसके कारण ये डिश स्वाद में थोड़ी खट्टी लगती है। पांडी करी को चावल की रोटी के साथ परोसा जाता है।

नीर डोसा

नीर 'शब्द' का मतलब है तुलु भाषा में पानी। नीर डोसा एक बहुत प्रसिद्ध पकवान है जिसमें चावल डोसा होता है। डोसा बनाने के लिए, चावल को पानी में कुछ घंटों के लिए रात भर भिगोना होता है और इसको बनाने के लिए किसी खमीर की जरूर नहीं होती। यही कारण है कि इस डोसे को नीर या पानी का डोसा भी कहा जाता है। चूँकि कर्नाटक में चावल आसानी से उपलब्ध है, नीर डोसा कई स्थानों और रेस्तरां में पाया जाता है। नीर डोसा चटनी, करी या सांभर के साथ परोसा जाता है।

कोरी गस्सी

कोरी का मतलब चिकन होता है गोस्सी का मतलब करी होता है। इस करी को तैयार करने के लिए चिकन के टुकड़ों को मसालों में डाला जाता है और नारियल के साथ पकाया जाता है। यह एक मशहूर मंगलोरियन डिश है। ये स्वादिष्ठ कोरी गस्सी को चावलों के साथ खाया जाता है, जिसका स्वाद और दो गुणा बढ़ जाता है। अगर आप नॉन वेज खाने के बेहद शौकीन हैं, तो आपको डिलिशियस चिकन करी जरूर चखनी चाहिए।

हालबाई

हालबाईकर्नाटक की एक और प्रसिद्ध मिठाई है। यह कर्नाटक की एक प्रामाणिक और पारंपरिक मिठाई है। यह व्यंजन चावल, नारियल और गुड़ से बनाया जाता है। नारियल के दूध का उपयोग इसमें एक अलग स्वाद देने के लिए भी किया जाता है। यह स्वस्थ और स्वादिष्ट मिठाई उडुपी और मैंगलोर क्षेत्र में बहुत प्रसिद्ध है। यह बहुत ही सरल है और सभी त्योहारों के मौसम में घर में तैयार किया जाता है। इसे सामान्यता ठंडा खाया जाता है।

मद्दुर वड़ा

मद्दुर वड़ा कर्नाटक का एक फेमस स्नैक है। आपको बता दें, मद्दुर वडा इस स्नैक का नाम कर्नाटक के मांडया में आने वाले कस्बे मद्दुर से हुआ था। इस वड़े को बनाने में मैदे में चावल के आटे के साथ प्याज हरी मिर्च, करी पत्ते, घिसे हुए नारियल सौंफ और जीरे का इस्तेमाल किया जाता है।

कुंडापुरा कोली सारू

अगर आप नॉन-वेज पसंद करते हैं तो कर्नाटक में मिलने वाली कुंडापुरा कोली सारु आपको बेहद पसन्द होगा। कर्नाटक में मिलने वाली ये सबसे स्वादिष्ट चिकन करी में से एक है। मंगोलोरियन तटीय क्षेत्र में ये काफी बहुत लोकप्रिय है। करी का ग्रेवी नारियल के दूध के साथ प्याज, लहसुन, अदरक और अन्य मसालों से बनाया जाता है। करी नीर डोसा, रोटी या यहां तक कि चावल के साथ यहा के लोगो द्वारा बडे़ चाव के साथ खाया जाता है।

धारवाड़ पेड़ा

अगर आप अच्छा खासा मीठा खाने के शौकीन हैं, तो आप धारवाड़ पेड़ा खा सकते हैं। ये पैदा धारवाड़ में मिलता है। 19वी शताब्दी में मध्य प्रदेश का ठाकुर परिवार धारवाड़ रहने लग गया था और इन्हीं लोगों द्वारा इस पेड़े को धारवाड़ लाया गया था। ये पेड़ा राम रतन सिंह के परिवार द्वारा ही एक खास विधि की साथ तैयार किया जाता है।

मैसूर मसाला डोसा

मैसूर मसाला डोसा, डोसा का ही एक और रूप है। जिसमें चटनी या पेस्ट लगाया जाता है। यह एक कुरकुरा डोसा है जिसमें लाल चटनी और मैश किए हुए आलू को भरा जाता है। सॉस के साथ सफेद और लाल नारियल चटनी के साथ यह डोसा परोसा जाता है।

मंगलोरियन बिरयानी

मंगलोरियन बिरयानी आमतौर पर चिकन के मांस या बिना चिकन के तैयार की जाती है। चावलों को एक मसाले पेस्ट के साथ पकाया जाता है। पेस्ट बनाने में नारियल, धनिया के बीज, इलायची, सौंफ़ के बीज, लौंग, अदरक, शुष्क लाल मिर्च, लहसुन और जीरा के बीज की जरूरत पड़ती है। नॉन वेज बिरयानी के लिए इसमें मीट डाला जाता है और वेज बिरयानी के लिए इसमें सभी तरह की सब्जियों को शामिल किया जाता है। अच्छे से पकाने के बाद इसे गर्मा-गर्म परोसा जाता है।

मैसूर बोंडा

मैसूर बोंडा कर्नाटका का प्रसिद्ध स्नैक्स है। इसे मैसूर भाजी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक तला हुए नाश्ते का एक रूप है। यह मैदा और दही उरद दाल का उपयोग करके भी तैयार किया जाता हैं। जिसे नारियल की चटनी और साथ ही साथ सांभर से भी खाया जाता है। ये बोंडा तेलंगाना और कर्नाटक में लोकप्रिय काफी हैं। “गोली बाजे” भी इसी तरह से बनाया गया है।