उत्तराखंड की इन 5 खूबसूरत जगहों पर ले वैलेंटाइन का मजा, यादगार बनेंगे यहां बिताए पल

गर्मियों की छुट्टियों में ठंडी वादियों का रुख कर रहें हैं तो आपको अभी से प्लानिंग शुरू करनी होगी। इसके लिए आपको सबसे पहले जगह का चुनाव करना होगा। उत्तराखंड में कई ऐसी जगह हैं जहां आप अपने परिवार के साथ फुरसत के पलों का भरपूर लुत्फ उठा सकेंगे। देवभूमि यानीउत्तराखंड में घूमने के लिए कई जगह हैं। इनमें ऋषिकेश, नैनीताल, हरिद्वार, रानीखेत और मसूरी जैसी प्रसिद्ध जगह शामिल हैं। अब इन जगहों पर भीड़ बढ़ने लगी है। यहां घूमने के लिए हजारों लोग आते हैं। उत्तराखंड की मनोरम वादियों, हिमालय, झील-झरने और तालों को देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटक आते हैं। नैनीताल हो या फिर मसूरी ये शहर पर्यटकों से भरे रहते हैं। उत्तराखंड की नैसर्गिक खूबसूरती के बारे में कहा जाता है कि इसके आगे यूरोप की खूबसूरती भी फेल है। आइए आपको उत्तराखंड के उन पांच टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स के बारे में बताते हैं जिन्हें देखने दुनियाभर से टूरिस्ट आते हैं।

फूलों की घाटी

उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है फूलों की घाटी। जो लोग प्राकृतिक सुंदरता के दीवाने हैं तो हेमकुंड साहिब के पास बसी यह वेली ऑफ फ्लॉवर वाकई किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इसी के साथ ट्रेकिंग के लिए भी यह एक अच्छी जगह है। यहां मार्च से अप्रैल के बीच जाना अच्छा होगा।

लंढौर

मसूरी से कुछ ही किलोमीटर दूरी पर लंढौर स्थित है। आप चाहें तो यहां पर किसी होटेल में आकर रुक सकते हैं या फिर मसूरी से आकर घूम सकते हैं और फिर वापस मसूरी जा सकते हैं। यह कपल्स और शांति पसंद करने वाले लोगों के लिए अच्छी चॉइस है। चंडीगढ़ से इसकी दूरी 250 किमी के करीब है।

औली

औली को भारत का मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है। भारत का यह मिनी स्विट्जरलैंड इतना खूबसूरत है कि विदेशी तक यहां के नजारे देखते नहीं थकते। यह मिनी स्विट्जरलैंड उत्तराखंड के चमोली में स्थित है। यहां कि वादियां और पहाड़ देखकर आपको यह महसूस होगा कि आप सच में स्विट्जरलैंड की सैर कर रहे हैं। हर साल कुदरत के इस नायाब उपहार को निहारने के लिए आने वाले लोगों की भीड़ में कभी कोई कमी नहीं रहती बल्कि यह बढ़ती ही रहती है। बर्फ पर स्कीइंग का आनंद लेने के लिए दुनिया भर से पर्यटक यहां खींचे चले आते हैं। औली को सर्दियों के मौसम में ही नहीं बल्कि इसकी सुंदरता को निहारने पर्यटकों की भीड़ बारह महीने यहां आती रहती है। बर्फ की सफेद चादर ओढ़े पहाड़ों पर सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त का नजारा, यहां देखने लायक रहता है।

मुक्तेश्वर


मुक्तेश्वर-घास के मैदान और सुंदर आकर्षित फूलों के बागों से भरा उत्तराखंड का मुक्तेश्वर घूमने के लिए बेस्ट ऑप्शन है। यह उत्तराखंड के नैनीताल जिले में बना है। यहां पर एक प्राचीन शिव मंदिर होने से इसका नाम मुक्तेश्वर पड़ा। यहां की सुंदर वादिया किसी का भी दिल आसानी से जीतने का काम करती है। एडवैंचर को पसंद करने वाले लोग कैंपिंग और फ्लाइंग स्पोर्ट्स, हाइकिंग और पैराग्लाइडिंग का मजा उठा सकते है। वैसे तो यहां पूरा साल घूमने जा सकते है लेकिन कैंपिंग और हिल स्पोर्ट्स का मजा लेने वालों को मार्च से जून के महीने में जाना चाहिए।

देवप्रयाग

समुद्र तल से 830 मीटर की ऊंचाई पर है। ऋषिकेश से देवप्रयाग की दूरी महज 70 किलोमीटर के करीब है। यह खूबसूरत जगह अलकनंदा-भागीरथी नदी के संगम पर बसी है। कहा जाता है कि देवभूमि उत्तराखंड के पंच प्रयागों में से एक देवप्रयाग है। मान्यता है कि जब राजा भागीरथ ने गंगा को पृथ्वी पर उतरने के लिए मनाया तो उनके साथ ही 33 करोड़ देवी- देवता भी गंगा के साथ स्वर्ग से देवप्रयाग में उतरे थे। ये ही वो जगह है जहां भागीरथी और अलकनंदा नदी का संगम होता है । देवप्रयाग में बड़ी तादाद में श्रद्धालु आते हैं। यह बेहद मनोरम स्थल है जहां की खूबसूरती और शांत वातावरण श्रद्धालु और पर्यटकों के दिल में सुकूं देता है ।