भगवान बुद्ध से रहा हैं इन स्थानों का सम्बन्ध, आइये जानें

भारत सदियों से कई ऋषि मुनियों की भूमि रही है।यहाँ समय समय पर कई ऋषि मुनियों ने अवतार लिया है।भारत से ही कई धर्मों की शुरुआत हुई है।जिनमे से एक है बौद्ध धर्म।आज बौद्ध धर्म के अनुयायी भारत समेत दुनिया के कई देशों में फैले हुए हैं।इस धर्म की दो प्रमुख शाखाएं हीनयान एवं महायान हैं। आज से लगभग 2500 वर्ष पूर्व गौतम बुद्ध ने भारत के वर्तमान बिहार राज्य में लुम्बिनी नामक स्थान पर जन्म लिया था।आज इस धर्म के अनुयायी श्रीलंका,जापान,भूटान थाईलैंड,मलेशिया,चीन,इंडोनेशिया समेत पूरे विश्व में फैले हुए हैं।आइये जानते हैं उन स्थानों के बारे में जिनका भगवान बुद्ध से सम्बन्ध रहा है।

लुम्बिनी

वर्तमान में यह स्थान नेपाल के कपिलवस्तु जिले में स्थित है। यहाँ भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था।उस समय यह शाक्य जनपद के अंतर्गत आता था।

सारनाथ

सारनाथ वही जगह है जहाँ भगवान बुद्ध ने पहला उपदेश दिया था। यहाँ एक मृगवन में भगवान ने अपने शिष्य को उपदेश दिया था।उस समय यह स्थान काशी जनपद में आता था जो आज बनारस के नाम से जाना जाता है।

कुशीनगर

इस स्थान पर भगवान बुद्ध को निर्वाण प्राप्त हुआ था। यह नगर वर्तमान में उत्तरप्रदेश में स्थित है।उस समय यह मल्ल जनपद की राजधानी हुआ करता था।

श्रावस्ती उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में स्थित श्रावस्ती में बुद्ध के जीवन का अधिकांश समय व्यतीत हुआ था।यहाँ बुद्ध ने 24 चातुर्मास किये थे।बुद्ध की तापस्याकाल का अधिकांश समय यहाँ गुजरा था। श्रावस्ती जैन धर्म मानने वालों के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।

बोधगया

इस स्थान पर बरगद के पेड़ के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।यह स्थान निरंजना नदी के किनारे स्थित है जिसे उस समय उरुवेला कहा जाता था।