नासिक महाराष्ट्र राज्य में मुंबई से 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गोदावरी नदी के किनारे स्थित है।आध्यात्मिक दृष्टि से नासिक का बहुत महत्व है।यहीं से सीता जी का रावण द्वारा हरण किया गया था।प्राकृतिक दृष्टि से नासिक बहुत ही सुंदर शहर है।नासिक में हर बारह वर्षों में कुम्भ का मेला लगता है जो दुनिया में किसी एक समय पर सबसे ज्यादा जनसमुह का संगम होता है।आइये जानते हैं नासिक तथा इसके आस पास कहां कहां घूमा जा सकता है। पंचवटी नासिक से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित पंचवटी का आध्यात्मिक दृष्टि से बहुत महत्व है।यह वही स्थान है जहां से सीताजी का रावण ने छलपूर्वक हरण किया था।यहां सीता गुफा,कलाराम मंदिर देखने लायक स्थान हैं।
सप्तश्रंगी नासिक से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित सप्तश्रंगी सात पर्वतों का समूह है जहां पानी के भी कई स्रोत हैं।कहा जाता है कि रामायणकाल में भगवान राम और सीता जी यहां देवी का आशीर्वाद लेने आये थे। त्रियंम्बकेश्वर नासिक से 38 किलोमीटर दूर त्रियंबकेश्वर गोदावरी के तट पर स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है।यहां प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनता है। दूधसागर फाल यह शहर से आठ किलोमीटर दूर स्थित है।प्रकृति के अद्भुत नजारे का यहां से मजा लिया जा सकता है। ला वाइनयार्ड लगभग 160 एकड में फैला हुआ यह वाइनयार्ड भारत की पहली वाइनरी है।यहां स्थित रेसार्ट में आप रूक कर विभिन्न किस्मों की वाइन का मजा ले सकते हैं।