मिल्क कैपिटल के नाम से प्रसिद्द है गुजरात का आनंद, जानें इसके बारें में

आनंद, भारत के गुजरात राज्य का एक प्रसिद्ध नगर औरआनंदजिले का प्रशासनिक केंद्र है, जो मुख्यतः अमूल डेयरी और अपनी ऐतिहासिक दूध क्रांति के लिए जाना जाता है। यह नगर भारत के 'मिल्क कैपिटल' के नाम से भी प्रसिद्ध है।आनंद, अहमदाबाद और वडोदरा के मध्य बसा है, जहां से गांधीनगर की दूरी मात्र 97 किमी रह जाती है। इस नगर का प्राचीन नाम आनंदपुर है, माना जाता है कि यह सारस्वत ब्राह्मणों का मूल निवास स्थान है।

कैसे पहुंचें

आनंद राज्य की राजधानी गांधीनगर से 101 किमी दूर वड़ोदरा और अहमदाबाद के बीच पश्चिमी रेलवे में पड़ता है। श्री रोकाड़िया हनुमान मंदिर, सरदार वल्लभभाई पटेल व वीर विठलभाई पटेल मेमोरियल और स्वामी नारायण मंदिर आनंद के कुछ दर्शनीय स्थल हैं। आनंद से 43 किमी उत्तर-पूर्व में रणछोडरायजी डोकोर मंदिर है। हवाई, रेल और सड़क मार्ग से आनंद अच्छे से जुड़ा हुआ है।

रणछोडरायजी मंदिर

इस मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है। सोने के कलश और सफेद ध्वजा वाला यह मंदिर इस जिले का सबसे ऊंचा मंदिर भी है। मुख्य विग्रह रणछोडरायजी (श्रीकृष्ण) की प्रतिमा काले रंग के पत्थर से बनाई गयी है। मुख्य मंदिर में बनाए गए भित्ति-चित्रों में कृष्ण के कुछ प्रमुख जीवन प्रसंगों को भी दर्शाया गया है। माना जाता है, कि मथुरा में श्रीकृष्ण की लड़ाई जरासंध के हुई थी, और कृष्ण रणछोड़ कर भाग गए थे, इसलिए इनका एक नाम रणछोड़ भी है। यह एक खूबसूरत मंदिर है, जिसकी वास्तुकला पर्यटकों को बहुत हद तक प्रभावित करती है।

स्वामीनारायण मंदिर

रणछोड़राय मंदिर के अलावा आप आनंद स्थित स्वामीनारायण मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। स्वामीनारायण, एक छ: मंजिला मंदिर है, और राज्य के प्रसिद्ध पवित्र स्थानों में गिना जाता है। यहां रोजाना श्रद्धालुओं का आगमन लगा रहता है। मंदिर की वास्तुकला पर्यटकों को काफी ज्यादा प्रभावित करती है। आप यहां हरिकृष्ण महाराज, नारायण लक्ष्मी के अलावा अन्य प्रतिमाओं को भी देख सकते हैं। आध्यात्मिक अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।

खापरा जावेरी महल

खापरा जावेरी महल, पावागढ़ की पहाड़ियां की तलहटी में स्थित है। आणंद के बिलकुल नजदीक यह पैलेस 16वीं शताब्दी से संबंध रखता है। इस महल को देखकर आप प्राचीन वास्तुकला के उत्कृष्ट रूप को देख सकते हैं। बड़े मेहराव, गुंबद और प्रवेशद्वार आगंतुकों को काफी ज्यादा प्रभावित करते हैं। यह महल विश्वामित्र नदी के पास स्थित है। प्राचीन कला और इतिहास को समझने के लिए आप यहां आ सकते हैं।

अमूल डेयरी संग्रहालय

डेयरी संग्रहालय लाल पत्थरों की मदद से बनाया गया है। इस संग्रहालय की मदद से आप अमूल के विकास के वर्षों को देख सकते हैं, कि किस प्रकार एक छोटी सी ईकाई ने बड़ी औधोगिक ईकाई का सफर तय किया। इस म्यूजियम में एक बड़ा सभागार भी मौजूद है, जहां आपको भारत में दुध उत्पाद के इतिहास और क्रांति से संबधित फिल्में दिखाई जाएंगी। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहां आ सकते हैं।

फ्लो आर्ट गैलरी


आणंद स्थित फ्लो आर्ट, हैंडीक्राफ्ट्स की बड़ी गैलरी मानी जाती है, जहां आप हाथ से बनाई गईं विभिन्न कलाकृतियों को देख सकते हैं। गैलरी में रखी मूर्तियां, मिट्टी के बर्त, शादी के तोहफे, आदि पर्यटकों को काफी ज्यादा आकर्षित करते हैं। आप यहां खूबसूरत और रंग बिरंगे हाथ से बनाए गए उत्पादों को देख सकते हैं। पर्यटक यहां मिट्टी के अलावा धातु, लकड़ी और सीमेंट का उपयोग कर बनाईं गईं साज-सज्जा की चीजों भी देख सकते हैं।