भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता हैं अहमदाबाद, जानें यहां के प्रसिद्ध स्थलों के बारें में

गुजरात राज्या का एक ऐसा शहर जो हमेशा से ही विरोधाभासी रहा है, जहां एक ओर गुजराती लोग, सारी दुनिया में मास्टतर बिजनेसमैन के नाम से जाने जाते है वहीं इसी शहर में ही गांधी जी ने सत्याहग्रह और अंहिंसा का पाठ पढ़ाया था। एक तरफ भौतिकवादी दृष्टिकोण है और दूसरी तरफ आत्मं - त्यासग की आध्यारत्मिकता है। कई विविधताओं के साथ अहमदाबाद, भारतीय संस्कृ ति का अच्छीइ तरह प्रतिनिधित्वा करता है और यह भारत का सातवां सबसे बड़ा महानगर है। अहमदाबाद को भारत में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले शहरों में से एक माना जाता है।

अहमदाबाद का इतिहास

सुल्तान अहमद शाह ने इस शहर की स्थापना 1411 ई° में की थी और सुल्तान अहमद शाह के नाम पर ही इस शहर का नाम अहमदाबाद पडा। यह शहर भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान आन्दोलनकारियो का प्रमुख शिविर रहा है। इतना ही नही यह शहर स्वतंत्रता संघर्ष से जुडे अनेक आन्दोलनो की शुरूआत का भी गवाह रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम की स्थापना अहमदाबाद में की। साबरमती नदी के किनारे बसा यह खुबसूरत शहर वर्तमान समय में व्यापार और वाणज्यिक केंद्र के रूप में बहुत अधिक विकसित हो रहा है। अपने ऐतिहासिक और औद्योगिक पहचान के रूप में दर्शनीय इस शहर को गुजरात का ह्रदय कहा जाता है।

अक्षरधाम मंद‍िर

अक्षरधाम मंद‍िर अहमदाबाद के गांधीनगर इलाके में बना है। अक्षरधाम मंदिर गुजरात के प्रमुख सांस्कृतिक केंद्रों में से एक माना जाता है। इस मंद‍िर की स्थाधपना 1992 में हुई थी। भगवान स्वामीनारायण को समर्पित इस मंद‍िर में उनकी सोने की करीब 7 फीट ऊंची मूर्ति रखी है। इस मंदिर की जटिल नक्काशीदार दीवारों पर गुलाबी पत्थर लगा है जो द‍िन में सूरज की रोशनी में चमकता रहता है।

सिदी सैय्यद मस्जिद

सिदी सैय्यद नी जाली के रूप में लोकप्रिय सिदी सैय्यद मस्जिद का निर्माण वर्ष 1573 में हुआ था और यह अहमदाबाद में स्थित सबसे लोकप्रिय और खूबसूरत मस्जिदों में से एक है। यह कोई संदेह नहीं है कि यह जगह फोटोग्राफरों और इतिहास प्रेमियों के लिए बहुत अच्छी है। यह स्मारक उन अंतिम कुछ मस्जिदों में से एक है, जिन्हें गुजरात सल्तनत के तहत बनाया गया था और मुगलों के गुजरात पर आक्रमण करने और उन्हें पराजित करने से पहले उनके शासनकाल के अंतिम वर्ष में पूरा किया गया था। इस शानदार मस्जिद के निर्माण का श्रेय गुजरात के सल्तनत के अंतिम सुल्तान, शम्स-उद-दीन मुजफ्फर शाह तृतीय की सेना में सेनापति बिलाल झज्जर खान के रिटायर्ड फौजी सिद्दी सैय्यद को दिया जाता है।

मोढेरा सूर्य मन्दिर गुजरात

मोढेरा सूर्य मन्दिर भारत के राज्य गुजरात में मोढेरा गांव में स्थित है, मोढेरा सूर्य मंदिर महेसाणा से 25 किमी और अहमदाबाद से 106 किमी दूर पर स्थित है। सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम ने इस मन्दिर का निर्माण सन् 1026 ई।किया गया था, इस समय में इस मन्दिर में पूजा नहीं की जाती है। इस वक्त मोढेरा सूर्य मन्दिर एक टूरिस्ट स्पॉट है, यह मंदिर ग्यारहवें सदी के बेहतरीन वास्तुकला में से एक है। यहाँ प्रत्येक वर्ष तीन दिन का नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है।

लाल दरवाजा मार्केट

लाल दरवाजा शॉपिंग मार्केट अहमदाबाद का सबसे फेमस स्ट्रीाट शॉपिंग मार्केट है। जहां पर कपड़े, इलेक्ट्रॉ निक आइटम्स और स्ट्रीहट फूड की खरीदारी कर सकते हैं। यह मार्केट लाल दरवाजा अहमदाबाद में स्थित है इसके खुलने का समय सुबह 11 बजे से और बंद होने का समय रात 10 बजे है। यह मार्केट काफी भीड़-भाड़ वाला है यहां पर चोली, घाघरा, साड़ी, जूते-चप्प ल, पुरानी किताबों की दुकान, बच्चोंा के लिए कपड़े और खाने-पीने की चीजें खरीद सकते हैं।