अमरावती अपनी खूबसूरत झील, धार्मिक मंदिर और ऐतिहासिक जगहों के लिए अच्छा पर्यटक स्थल माना जाता है। अमरावती का शाब्दिक अर्थ है 'अमरों का निवास' और यह महाराष्ट्र की उत्तरी सीमा पर स्थित है। एक धार्मिक स्थान होने के नाते, शहर अपनी तीर्थ स्थलों और विरासत भवनों के लिए प्रसिद्ध है। मध्य भारत में दक्कन पठार पर स्थित, इस जिले ने ब्रिटिश युग के बाद अपना महत्व प्राप्त किया था। महाराष्ट्र राज्य को छह डिवीजनों में बांटा गया है, जिसमें अमरावती उनमें से एक हैं। अमरावती में आपको प्राकृतिक सुंदरता तो देखने को मिलेगी ही साथ ही साथ आपको मंदिर और धार्मिक स्थल भी देखने को मिलेंगे। तो चलिए जानते हैं अमरावती के इन आकर्षक पर्यटन स्थलों के बारे में।
चिखलदरा हिल स्टेशनअमरावती का यह हिल स्टेशन अपनी खूबसूरती के लिए पूरे महाराष्ट्र में फेमस है। इस हिल स्टेशन पर ऐसे कई झील हैं जहां आप खूब मस्ती कर सकते हैं। इस जगह को अमरावती में पिकनिक के लिए बेस्ट माना जाता है। अगर आपको नेचर की ब्यूटी से प्यार है तो इस जगह की खूबसूरती आपको जरूर पसंद आएगी। तो अगर आप भी अमरावती जाने का प्लान बना रहे हैं तो यहां जरूर पहुंचे।
हरिकेन प्वॉइंट यह एक ऐसी जगह है जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। हरिकेन प्वॉइंट अमरावती के चिखलदरा की घाटियों में कुदरद अपना खूबसूरत रूप दिखाती है। यह एक ऐसा स्थल है जहां पर्यटकों को एक ही साथ प्रकृति के कई खूबसूरत और मनोरम रूप देखने को मिलते हैं। पर्यटकों को इस राजसी हिल स्टेशन में झरने, वाइल्डलाइफ और झीलों के खूबसूरत नज़ारे दिखने को मिलेंगे। हरिकेन प्वॉइंट जाने का सबसे बेस्ट टाइम जुलाई से फरवरी के बीच का होता है। इस समय पर आप इस जगह का ज्यादा लुत्फ उठा पाएंगे।
मेलघाट टाइगर रिजर्व मेलघाट टाइगर रिजर्व मध्य भारत में सतपुरा हिल रेंज के दक्षिणी ऑफशूट पर स्थित है, जिसे भारतीय राज्य महाराष्ट्र में गाविलगढ़ पहाड़ी कहा जाता है। पूर्व-पश्चिम में चलने वाला उच्च रिज, जो वैराट (1178 मीटर ऊपर एमएसएल) से उच्चतम बिंदु है, रिजर्व की दक्षिण-पश्चिम सीमा बनाता है। यह बाघों का एक प्रमुख निवास स्थान है। जंगल प्रकृति में उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती है, जो टीक टेकोना ग्रैंडिस का प्रभुत्व है। रिजर्व पांच प्रमुख नदियों के लिए एक पकड़ क्षेत्र है जैसे कि। खंडू, खापरा, सिप्ना, गडगा और डोलार, जिनमें से सभी तापी नदी की सहायक हैं। रिजर्व की पूर्वोत्तर सीमा को तापी नदी द्वारा चिह्नित किया जाता है। मेलघाट राज्य की प्रमुख जैव विविधता भंडार है।
भक्ति धाम मंदिरअमरावत का यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है और यह अमरावत के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल में से भी एक है। इस मंदिर में राधा और कृष्ण की संगमरमर से बनी हुई मूर्ति है जिसे देखने ढेरों भक्त भक्त हर साल यहां पर आते हैं। आपको अमरावत के इस भक्ति धाम मंदिर में जरूर जाना चाहिए।
भीम-कुंड भीम-कुंड एक ऐसा स्थल है, जहां हर साल काफी संख्या में लोग आते हैं। ये तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण जगह है। पौराणिक मान्यताओं की मानें तो, भीम ने किचका का वध किया था जिसके बाद उसके शरीर को 'किचकदार' नामक घाटी में फेंक दिया। इसके बाद भीम पास की एक झील में स्नान किया, जिसके बाद उस झील को भीम-कुंड के नाम से जाना जाता है। आपको बता दें कि भीम-कुंड लगभग 3500 फीट गहरा है। ये बरसात के मौसम के दौरान झरना और जल-प्रताप के आकर्षक दृश्य प्रदान करता है। बरसात के मौसम में इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। यही कारण है कि बरसात के मौसम इस स्थल को देखने के लिए काफी लोग आते हैं।