आम 'फलों का राजा' लेकिन 'फलों का रानी' कौन? 90% लोगों को नहीं पता इसका सही जवाब!

हम सभी जानते हैं कि आम को 'फलों का राजा' कहा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फलों की रानी कौन है? आम के बारे में तो हम सभी जानते हैं, लेकिन इस लेख में हम आपको बताएंगे कि वास्तव में फलों की रानी कौन सी है और क्यों इसे यह खिताब मिला।

फलों की रानी कौन है?


फलों की रानी का खिताब मैंगोस्टीन (Mangosteen) को दिया गया है। यह फल मुख्य रूप से मलेशिया, इंडोनेशिया, और थाईलैंड जैसे दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में पाया जाता है। इसके स्वाद में हल्की मिठास और खटास दोनों होती हैं, और यह रसदार व रेशेदार होता है, जो इसे बहुत खास बनाता है। मैंगोस्टीन का वैज्ञानिक नाम Garcinia Mangostana है। इसके पेड़ केवल 4°C से लेकर 38°C तक के तापमान में उगते हैं। इस फल के आने में 7 से 9 साल का समय लग सकता है, और कभी-कभी अच्छी पैदावार के लिए 10 से 20 साल तक का इंतजार करना पड़ता है।

मैंगोस्टीन को फलों की रानी का खिताब कैसे मिला?


अब सवाल यह उठता है कि मैंगोस्टीन को 'फलों की रानी' का खिताब कैसे मिला? यह खिताब अमेरिकन प्लांट एक्सप्लोरर और बॉटनिस्ट डेविड फेयरचाइल्ड ने 1930 में अपनी किताब Exploring for Plants में इस फल को 'Queen of Fruits' कहा था। तब से इसे यह खिताब प्राप्त है। यह फल थाईलैंड का राष्ट्रीय फल है, और इसका बाहरी रंग बैंगनी होता है। अंदर से यह फल सफेद, मलाईदार पल्प से भरा होता है, जिसमें छोटे बीज होते हैं। भारत में इसे विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है:

हिंदी में – मंगूस्तान
मलयालम में – कट्टम्पी
मराठी में – कोकम
कन्नड़ में – हन्नू
बंगाली में – बाओ

कहा जाता है कि ब्रिटिश महारानी विक्टोरिया भी इस फल की दीवानी थीं।

मैंगोस्टीन के स्वास्थ्य लाभ

मैंगोस्टीन न केवल स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभ भी अपार हैं। यह फल एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स से भरपूर होता है, जो बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकते हैं।

इसके फायदे: उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है, सर्दी, खांसी, और फ्लू से बचा सकता है और कैंसर और हृदय रोगों के खतरे को कम कर सकता है।

इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को विभिन्न बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं और इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।