कश्मीर को धरती का स्वर्ग यूं ही नहीं कहा जाता। यहां की खूबसूरत वादियां,ऊंची−ऊंची पहाडि़यां, झीले और खूबसूरत जंगल किसी का भी मन मोह लेते हैं। हरव्यक्ति कम से कम एक बार तो कश्मीर जाना ही चाहता है। वैसे अगर आप भीकश्मीर जाने का मन बना रहे हैं तो इन जगहों का आनंद जरूर उठाएं
गूरेज घाटीबहुत से लोग इस शायद इस घाटी के बारे में ना जानते हों, लेकिन यह जम्मूकश्मीर में एक बेहतरीन जगह है। लगभग 8000 फीट की उंचाई पर स्थित इसजगह की खूबसूरती देखते ही बनती है। यहां पर आने वाले सैलानी रॉक क्लाइंबिंग,फिशिंग और ट्रैकिंग का लुत्फ भी उठाते हैं। आप यहां पर गंगाबल झील व कईऊंचे−ऊंचे पहाड़ स्थित हैं।
श्रीनगरजम्मू−कश्मीर की राजधानी श्रीनगर कश्मीर की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। अगर आप कश्मीर जा रहे हैं तो आप डल झील पर शिकारा की सवारी जरूर करे। यह भारत की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है और जम्मू−कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील। इसके अलावा आप शंकराचार्य मंदिर से शहर का नजारा देख सकते हैं।
गुलमर्गसमुद्र तल से 2730 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, गुलमर्ग एक लोकप्रिय स्कीइंग डेस्टिनेशन है। चारों ओर बर्फ से ढंके हुए ऊंचे हिमालय, फूलों की घास, गहरी खड्डों, सदाबहार वन घाटियों से घिरा, गुलमर्ग में दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची गोंडोला सवारी भी है। वैसे गुलमर्ग अब एक एंडवेचर हब के रूप में भी विकसित हो रहा है, क्योंकि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्कीइंग और माउंटेनियरिंग यहां स्थित
है।
पहलगामपहलगाम में आपको एक अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का नजारा देखने को मिलता है।अगर आप कश्मीर जा रहे हैं तो यहां के मनलुभावन प्राकृतिक नजारे का आनंदजरूर लें। यहां पर आपको छोटे−छोटे घर, हरे−भरे खेत और केसर के खेत वघाटियों का नजारा दिखेगा। आप यहां पर फिशिंग का मजा भी ले सकते हैं।
सोनमर्गसोनमर्ग यकीनन कश्मीर के सबसे मनोरम दृश्यों में से एक है। बर्फ से ढके पहाड़,हरी घास के मैदान और टट्टू (जिस पर सवारी करते हैं) इस जगह को सच मेंजन्नत बनाते हैं। यहां पर आप रिवर राफ्टिंग, जोरिंग और ट्रेकिंग का लुत्फ उठासकते हैं। हालांकि भारी बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण सर्दियों में यहां परपहुंचना कठिन होता है।
अमरनाथ, बाबा बर्फानीअमरनाथ हिन्दू समुदाय का प्रमुख तीर्थ स्थल है। अमरनाथ गुफा में हिम-निर्मितशिव-लिंग के दर्शन करने हजारों लोग प्रतिवर्ष यहाँ आते हैं। कहते हैं की इसप्रसिद्ध तीर्थ स्थान के बारें में पौराणिक काल में महर्षि भृगु ने जगत को अवगतकराया।समुन्द्र तल से अमरनाथ की ऊंचाई करीब 3900 मि है। इस पवित्र गुफा में बर्फ केजमने से अपने आप शिवलिंग निर्मिती होता है। अमरनाथ की यात्रा बड़ा ही दुर्गमऔर खतरनाक माना जाता है। भोले भक्त अपनी यात्रा पहलगाँव से शुरू करते हैंऔर रास्ते में कई पड़ाव पर विश्राम करते हुए आगे बढ़ते हैं।
निशात और शालीमार बाग इस बाग का निर्माण जहांगीर ने अपने पत्नी नूरजहां के लिए कराया था। यह बागभी अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। तरह-तरह के फूल औरचिनार के पेड़ से सजा यह बाग पर्यटक को खूब आकर्षित करता है। कहते हैं कीमुगल बादशाह अपनी पत्नी नूरजहां के साथ यहाँ अक्सर आया करते थे।