कई मायनों में पंजाब का दिल है जालंधर, ले यहां की इन 8 जगहों पर घूमने का मजा

देश के उत्तर में बसा पंजाब राज्य अपनी खूबसूरती और संस्कृति के चलते पर्यटन का बेहतरीन ऑप्शन हैं। पंजाब प्रदेश के कई शहर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, इन्हीं में से एक हैं जालंधर। पर्यटन के लिहाज से जालंधर एक समृद्ध शहर है जहां आप भारतीय इतिहास और कई अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को समझ सकते हैं। जालंधर को कई मायनों में पंजाब का दिल कहा जाता हैं। अगर आपको लगता हैं कि जालंधर में सैर-सपाटे के लिए कुछ भी नहीं हैं, तो आज हम आपके लिए जालंधर की कुछ ऐसी जगहों की जानकारी लेकर आए हैं जो पर्यटकों के बीच आकर्षण की वजह बनती हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...

रंगला पंजाब हवेली

जालंधर में स्थित रंगला पंजाब हवेली राज्य की संस्कृति, पारंपरिक जीवन शैली और विभिन्न कला रूपों को प्रदर्शित करने वाला एक केंद्र है। यहाँ भांगड़ा और गिद्दा के पारंपरिक नृत्यों से लेकर, कठपुतली शो और फुलकारी और जूती की पारंपरिक पंजाबी कलाकृतियों का प्रदर्शन है। इस सांस्कृतिक संग्रहालय और शोहाउस का उद्देश्य पंजाबी संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करना है।

देवी तालाब मंदिर

जालंधर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से श्री देवी तालाब मंदिर का मुख्य स्थान है। यहां पर हर समय श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहता है। खासकर नवरात्रि और दिसंबर के महीनों में। सैकड़ों साल पुराना यह मंदिर लगभग 32 एकड़ में फैला हुआ है। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है इसलिए इस मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। यह मंदिर, शहर के मध्य में स्थित है। मंदिर परिसर में अमरनाथ यात्रा का एक मॉडल भी बनाया गया है। इस मंदिर के पास ही देवी काली का एक प्राचीन मंदिर भी है। इसके अलावा, एक 200 साल पुराना चिनाई वाला तालाब भी है, जो हिंदुओं के लिए पवित्र है। इस मंदिर में हर साल लोकप्रिय हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन होता है, जो प्रतिवर्ष दिसंबर के महीने में आयोजित किया जाता है।

पुष्पा गुजराल साइंस सिटी

जालंधर-कपूरथला रोड पर स्थित पुष्पा गुजराल साइंस सिटी 72 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है। यहां प्रदर्शित विज्ञान परियोजनाओं की संख्या के कारण यह स्थान बच्चों के लिए आदर्श है। ये परियोजनाएं भौतिक, प्राकृतिक, सामाजिक विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी कृषि, मानव विकास, परमाणु विज्ञान, स्वास्थ्य, आईटी, जैव प्रौद्योगिकी आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित हैं। मनोरंजन के लिए, लेजर शो और उड़ान सिमुलेशन भी आयोजित किए जाते हैं। साइंस सिटी के अंदर स्थित रेस्तरां हैं, जहां आगंतुक स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं। यह सभी उम्र और जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए एक बेहतरीन जगह है।

इमाम नासीर मस्जिद

यह शहर में एक 800 वर्ष पुराने एक मकबरे में एक पवित्र दरगाह है, माना जाता है यहां कभी भारत के प्रसिद्ध सूफी संत बाबा फरीद का आगमन हुआ था। इस स्थल का नाम है इमाम नासीर मस्जिद है। आस्था से जुड़े लोग यहां के दिव्य वातावरण का स्पर्श पाने के लिए जरूर आते हैं। इमाम नासीर मस्जिद के पास एक 400 वर्ष पुरानी एक जामा मस्जिद भी है। ये दो प्राचीन मस्जिदें अपनी सरंचना और वास्तुकला के बल पर सैलानियों को काफी हद तक प्रभावित करने का काम करती हैं।

वंडरलैंड थीम पार्क

वंडरलैंड थीम पार्क, दोआबा क्षेत्र में स्थित है और पर्यटकों के आकर्षण में से एक है। इसकी गिनती देश के सबसे प्रसिद्ध मनोरंजन पार्कों में होती है। यहां हर आयु वर्ग के लोग आनंद लेते हैं। यहाँ पर्यटक कई तरह की राइड्स का आनंद ले सकते हैं, जैसे बम्पर कार और फ्लाइंग जेट। भूतों और अपसामान्य जीवों की प्रतिकृतियों के साथ, इस पार्क के भीतर हॉरर हाउस एक रोमांचकारी अनुभव प्रदान करता है। यहां के वाटर पार्क में एक बेसाइड, वेव पूल, वंडर फॉल, इनडोर एक्वा डांस, जाइंट और स्पीड स्लाइड है।

सेंट मैरी कैथेड्रल चर्च

जालंधर का सेंट मैरी कैथेड्रल चर्च शहर के मुख्य धार्मिक स्थलों में से एक है। यह चर्च बेहद पुराना और देखने में बेहद आकर्षक है। यह चर्च आजादी से पहले लाहौर सरकार द्वारा चलाया जाता था लेकिन, आजादी के बाद देश का बंटवारा हो गया और यह चर्च पंजाब सरकार के अधीन आ गया। इस चर्च में आपको बेहद खूबसूरत गुंबद और क्रॉस नज़र आएंगे जिसे शानदार तरीके से बनाया गया है। इस चर्च के आस पास आपको बहुत खूबसूरत बगीचा भी देखने को मिलेगा जिसमें विभिन्न प्रकार के पेड़ और पौधे लगे हैं।

जंग-ए-आजादी स्मारक

जंग-ए-आज़ादी स्मारक को भारत की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शहीदों की याद में बनाया है। यहां स्मारक के साथ-साथ एक संग्रहालय भी बनाया गया है। इस स्मारक का उद्घाटन पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने 19 अक्टूबर 2014 में किया था। यह पूरा स्मारक 25 एकड़ भूमि में फैला हुआ है जो स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है। इस स्मारक को गुंबद के आकार का बनाया गया है। इस स्थान पर आपको 15 मिनट की 3D फिल्म भी दिखाई जाती है जिससे पर्यटकों को स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बेहतर जानने को मिलता है।