भारत के 9 डरावने रेलवे स्टेशन, दिन ढलने के बाद यहां जाने से कतराते हैं लोग

भारत एक विशाल देश है जहां का रेलवे नेटवर्क बहुत विशाल हैं जिसे जोड़ने का काम करते हैं यहां के कई हजार रेलवे स्टेशन। लाखों रेल यात्री इन स्टेशन से सफर करते हैं। देश के कुछ रेलवे स्टेशन अपनी भव्यता के लिए जाने जाते हैं तो कुछ अपने यात्री भार के लिए। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको जिन रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं वो अपने भूतिया माहौल के लिए जाने जाते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही डरावने और भूतिया रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पैरानॉर्मल ऐक्टिविटीज को महसूस किया जा सकता है। कई रेलवे स्टेशन ऐसे हैं जिन्हें हॉन्टेड घोषित कर दिया गया हैं। हालांकि विज्ञान इन बातों को स्वीकार नहीं करता है लेकिन लोगों के मन में इन्हें लेकर कई डर बने हुए हैं। आइये जानते हैं इन डरावने रेलवे स्टेशन के बारे में...

बड़ोग रेलवे स्टेशन, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित बड़ोग रेलवे स्टेशन डरावने स्टेशनों में से एक है। कालका-शिमला रेल रूट से गुजरने वाला ये स्टेशन प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है। यहां का नजारा दिन के समय में जहां आपका दिल जीत लेगा, वहीं रात के समय में यहां भूत दिखाई देते है। कहा जाता है कि बड़ोग सुरंग का निर्माण एक ब्रिटिश इंजीनियर कर्नल बड़ोग ने किया था। चूंकि, इंजीनियर ने सुरंग के किनारे टहलते हुए आत्महत्या कर ली थी, स्थानीय निवासियों का मानना है कि कर्नल बड़ोग की आत्मा अभी भी सुरंग में रहती है।

नैनी जंक्शन, प्रयागराज

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के करीब बनी नैनी जेल में अंग्रेजों ने कई हिंदुस्तानियों को प्रताड़ित किया था जिससे उनकी मौत हो गई थी। नैनी का रेलवे स्टेशन इस जेल से कुछ ही दूरी पर स्थित है। हालांकि यहां कोई अप्रिय घटना तो नहीं घटी, लेकिन फिर भी लोगों ने इसके बारे में अजीब सी धारणा बना रखी है। कुछ लोगों का मानना है कि कुछआत्माएं स्टेशन के आस पास भटकती रहती हैं और रात के समय यहां रोने चीखने की आवाजें सुनाई देती हैं मानों किसी को प्रताड़ित किया जा रहा हो।

बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन, पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में स्थित बेगुनकोडोर रेलवे रेलवे भूतिया कहानियों के कारण 42 सालों तक बंद था। साल 1960 में खुले इस स्टेशन पर शाम ढ़लने के बाद लोग आज भी जाने से डरते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां के स्टेशन मास्टर ने एक रात पटरियों के बीच एक लड़की के साये को देखा था। इसके कुछ दिनों के बाद स्टेशन मास्टर और उसके परिवार की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से यह स्टेशन बंद था और फिर साल 2009 में खुला।

रवींद्र सरोवर मेट्रो स्टेशन, कोलकता

इस मेट्रो स्टेशन को हॉन्टेड मानने का प्रमुख कारण ये है कि यहां पर कई लोगों ने सुसाइड किया है। अब अगर ऐसी कोई जगह होगी तो वो पहले से ही हॉन्टेड प्लेस घोषित हो जाएगी। कोलकता का ये मेट्रो स्टेशन ‘paradise of suicide’ के नाम से भी जाना जाता है। लोगों का दावा है कि देर रात यहां पर साए देखे जा सकते हैं और कई लोगों ने चीखें भी सुनी हैं। अब खुद ही सोच लीजिए कि ये मेट्रो स्टेशन रात में कितना सुनसान हो जाता होगा।

चित्तूर स्टेशन, आंध्र प्रदेश

आंध्र प्रदेश के चित्तूर रेलवे स्टेशन के आसपास मौजूद स्थानीय निवासियों का मानना था कि यह स्टेशन अपनी कहानियों के कारण भूतिया है। हरि सिंह नामक सीआरपीएफ का एक अधिकारी चित्तूर रेलवे स्टेशन पर उतरा था। जहां आरपीएफ कर्मियों और टीटीई की ओर से उसपर हमला किया गया, जिसमें उसकी मौत हो गया। तभी से माना जा रहा है कि इस अफसर की आत्मा इंसाफ की तलाश में है।

लुधियाना स्टेशन, पंजाब

लुधियाना स्टेशन के एक काउंटर के बारे में लोगों का कहना है कि उन्होंने वहां पैरानॉर्मल ऐक्टिविटीज महसूस किया है। दावा किया जाता है कि यहां के रिजर्वेशन काउंटर पर एक सुभाष नाम का व्यक्ति बैठता था। वह काम से बेइंतहा प्यार करता था। इसी वजह से उसकी मौत के बाद उस कमरे में जो भी काम करने के लिए गया, उसे तमाम परेशानियों से जूझना पड़ा।

डोंबिवली रेलवे स्टेशन, मुंबई

मुंबई के सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाले स्टेशनों में से एक डोंबिवली रेलवे स्टेशन के बारे में भी ये प्रसिद्ध है कि यहां आत्मा का साया है। मुंबई में घूमने की तो बहुत सारी जगह हैं, लेकिन इसट्रेन स्टेशनको प्रसिद्धी इसलिए मिली है क्योंकि ये मुंबई का सबसे व्यस्त स्टेशन है। लोगों का दावा है कि यहां रात में एक महिला अपनी ट्रेन का इंतज़ार करती देखी गई है। एक कहानी यहां के बारे में प्रसिद्ध है। एक व्यक्ति अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए रात में जा रहा था और वहां एक महिला दिखी जो रो रही थी। उस आदमी ने महिला के पास जाकर पूछा कि वो क्यों रो रही है तो उसने जवाब दिया कि वो अपने घर जाने के लिए ट्रेन पकड़ना चाहती है, लेकिन पकड़ नहीं पा रही है। वो आदमी लेट हो रहा था तो चला गया। दूसरे दिन उसे फिर उसी जगह बैठी महिला दिखी पर उसका दोस्त उस महिला को नहीं देख पा रहा था।

पातालपानी रेलवे स्टेशन, मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में खंडवा के पास स्थित इस रेलवे स्टेशन को भी हॉन्टेड माना जाता है। कहा जाता है कि अंग्रेजों ने स्वतंत्रता सेनानी टंट्या मामा भील को मारकर फेंक दिया था। आज भी अगर कोई ट्रेन यहां से गुजरती है तो ट्रेन को उनकी समाधि के पास रोककर उन्हें सलामी दी जाती है और इसके बाद ही ट्रेन आगे बढ़ती है। स्थानीय लोग बताते हैं कि अगर ट्रेन रुककर सलामी न दे तो वह दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है।

द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन, दिल्ली

ऐसा माना जाता है कि इस स्टेशन पर एक गुस्सैल महिला की आत्मा घूमती रहती है। रात में इसके आस-पास वो आत्मा कई सारी गाड़ियों के पीछे भागती है और कई गाड़ियों की खिड़की में खटखटाती भी है। ये भी कहा जाता है कि ये आत्मा एक बच्चे को मार चुकी है। देर रात सफर करने वाले कई लोगों ने इस आत्मा को देखा है।