अगर रखते हैं साइकिलिंग का शौक, ये रास्ते बनेंगे बेहतरीन विकल्प

आपने अक्सर कई लोगों को देखा होगा जो अपने अनूठेपन के लिए जाने जाते हैं और अपनी दिल की इच्छा को पूरी करने के लिए कुछ भी कर जाते हैं। ऐसा ही दिल को सूकून दिलाने वाला एक शौक होता है साइकिलिंग का जो स्वास्थ्य के लिहाज से तो बेहतरीन है ही लेकिन आपकी खुशी के लिए भी बहुत मायने रखता हैं। अगर आप भी साइकिलिंग का शौक रखते हैं तो आज हम आपके लिए रास्तों के कुछ ऐसे विकल्प लेकर आए हैं जो घूमने के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनते हैं। तो आइये जानते हैं इन रास्तों के बारे में।

शिलांग से चेरापूंजी
देश के पूर्वी छोर पर पहाड़ी ढलानों और चाय के बागानों के बीच से गुजरता हुआ यह रास्ता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। शिलांग गोवाहटी से होते हुए चेरापूंजी तक का यह 54 किलोमीटर लंबा रास्ता चारों ओर से हरे-भरे प्राकृतिक नजारों से सजा हुआ है। यहां पर साइकिलिंग करके जिंदगी का असली मजा महसूस होता है।

मुंबई से त्रिवेंद्रम
मुंबई से त्रिवेंद्रम जाने वाला नेशनल हाईवे 17, यूं तो बहुत ज्यादा लंबी दूरी तय करता है, लेकिन जिन्हें साइकिलिंग से असली प्यार है उन्हें यह रास्ता दुनिया के सारे एडवेंचर और फन देकर जाता है। इस रास्ते पर जंगल, पहाड़, झरने, घाटियां, जंगल सफारी सब कुछ मिलेगा। यही नहीं इस रास्ते पर मिलेंगे कई प्राचीन किले और मंदिर।

मनाली से शिमला
हिमाचल प्रदेश की पहाड़ी वादियों के बीच मनाली से कुल्लू होते हुए शिमला तक का रास्ता साइकिलिंग के लिए थोड़ा कठिन तो जरूर होगा लेकिन रास्ते में मिलने वाले तमाम प्राकृतिक एहसास उन सभी कठिनाइयों को भुला देते हैं। प्रकृति के खूबसूरत नजारों से भरपूर यह 50 किलोमीटर का साइकिल रूट वाकई शानदार है।

चेन्नई से पांडिचेरी
दक्षिण भारत में बंगाल की खाड़ी के नजदीक से गुजरता हुआ यह रास्ता चेन्नई से पांडिचेरी होते हुए कन्याकुमारी तक जाता है। वैसे तमाम साइकिलिस्ट चेन्नई से पांडिचेरी ही पहुंच कर अपनी साइकिल यात्रा का पूरा खुशनुमा अहसास पा लेते हैं।

रामेश्वरम की ओर
देश के सुदूर दक्षिण में बसे रामेश्वरम में चारों और दिखता है अथाह समंदर। तमिलनाडु के पंबन आईलैंड से रामेश्वरम के छोर की ओर जाने के लिए कार या ट्रेन में वो मजा भला कहां मिलेगा जैसा आनंद आप साइकिल चलाते हुए महसूस कर पाएंगे।