मनो या न मनो पर सच है, भारत के इन रेलवे स्टेशन पर है भूतों का साया

आपने भूतों की कई कहानियाँ सुनी होगी जिसमें डर और मौत दोनों होते हैं। लेकिन ये कहानियाँ सच हो जाए तो इंसान खौफ से पानी-पानी हो जाता हैं। इसलिए इंसान ऐसी जगहों पर जाना ही पसंद नहीं करता जिससे भूतों का कोई वास्ता हो। लेकिन भारत की सबसे बड़ी यातायात सेवा रेल से ही भूतों का सम्बन्ध हो तो यह बड़ी खौफनाक बात हैं। ऐसा ही कुछ हैं भारत के कुछ रेलवे स्टेशन के साथ जहां भूतों का साया बताया जाता हैं और इसी कारण से यहाँ ट्रेन रोकने में भी डर लगता हैं। आइये आज हम आपको बताते हैं इंडियन रेलवे के कुछ होंटेड स्टेशन के बारे में।

* पातालपानी, मध्यप्रदेश

अंग्रेजो ने यहाँ स्वतंत्रता सेनानी टंट्या भील को मार कर फेंक दिया था। आज भी यहाँ से गुजरने वाली हर ट्रैन टंट्या मां की समाधी को सलामी देने के बाद ही आगे बढ़ती है।

* सोहागपुर, मध्यप्रदेश

रात को सुनसान पड़े रहने वाले इस स्टेशन पर रात को किसी औरत के चिल्लाने की अजीनोगरीब आवाज़ें आती है।

* बड़ोग रेलवे सुरंग, शिमला

ब्रिटिश इंजीनियर जनरल बड़ोग ने यहाँ आत्महत्या की थी। आज भी यहाँ उन्हें करहाने की आवाज़ सुनाई देती है।

* बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन, प। बंगाल

42 साल से ये स्टेशन बन्द है। जिसने भी यहाँ सफ़ेद साड़ी वाली महिला को घूमते देखा उसकी मौत हो गयी। 1967 में में आखिरी बार ऐसा हुआ था। तब से ये स्टेशन बन्द है।

* लुधियाना रेलवे स्टेशन, पंजाब

2004 में यहाँ के रिजर्वेशन सेंटर के एक कमरे में काम करने वाली कर्मचारी की मौत हो गयी थी। आज भी उसकी आत्मा यहाँ भटकती है।

* एमजी रोड रेलवे स्टेशन, गुडगाँव

एक बुजुर्ग महिला की यहाँ मौत हो गयी थी। तब से वह स्टेशन पर जीभ और आंखें बहार निकल कर दौड़ लगाती है।

* नैनी रेलवे स्टेशन, उप

कई लोगो ने यहाँ भटकती आत्मा देखने का दावा किया है। लोगो के अनुसार ये आत्मा किसी स्वतंत्र सेनानी की है, जो शायद नैनी जेल में बन्द था। जेल स्टेशन के पास ही है।