हरियाणा का रहा है अपना विशेष इतिहास, जानें प्रसिद्द 5 ऐतिहासिक स्थलों के बारे

हरियाणा राज्य का वर्तमान रूप 1 नवम्बर, 1966 को प्राप्त हुआ था। इस दिन को हर साल हरियाणा के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। हरियाणा का इतिहास महाभारत के समय से रहा हैं। इसी के साथ ही यहाँ पानीपत की लड़ाई' भी हुई थी, जो इसका ऐतिहासिक महत्व दर्शाती हैं। दिल्ली के समीप होने की वजह से मुगलों का स्वामित्व यहाँ भी रहा था। आज हम आपको हरियाणा के प्रसिद्द ऐतिहासिक स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है इनके बारे में...

* असिगढ़ का किला

हरियाणा के हिसार में स्थित असिगढ़ का किला एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक विरासत है, जो अमटी सरोवर के पूर्वी छोर पर खड़ा है। इस किले को महान हिन्दू राजा पृथ्वीराज चौहान के किले के नाम से भी जाना जाता है। इस भव्य किले का निर्माण पृथ्वीराज चौहान ने मुगलों से रक्षा के लिए करवाया था। जिसके बाद यह किले पर मुगलों का अधिकार हो गया। मुगलों ने यहां एक मस्जिद का निर्माण भी करवाया था। वर्तमान में यह किला एक खंडहर में रूप में स्थित है, जिसे देखने के लिए सैलानियां का आवागमन लगा रहता है। अगर आप चाहें तो इस वीकेंड दिल्ली से यहां तक का प्लान बना सकते हैं।

* गुजरी महल

हरियाणा के हिसार में एक और ऐतिहासिक स्थल मौजूद है जिसका नाम गुजरी महल है। इस महल का निर्माण 1354 में फिरोजशाह तुगलक ने करवाया था। यह संरचना भी ताजमहल की तरह ही अमीट प्रेम की निशानी है। जो फिरोजशाह तुगलक और गुजरी की अमर प्रेम कथा को बयां करता है। यह महल फिरोजशाह तुगलक ने अपनी प्रेमिका गुजरी के लिए बनवाया था। इस महल को बनने में दो साल का वक्त लगा। दरअसल गुजरी महल फिरोज शाह तुगलक के किले का एक हिस्सा है। जो कुछ महल जैसा ही है। इसके अलावा किले के अंदल दीवान-ए-आम और बारादरी भी मौजूद हैं।

* सुखना झील

सुखना झील हरियाणा के राजधानी शहर चंडीगढ़ का प्रसिद्ध सरोवर है। जो हिमालय की तलहटी में बसा है। यह 3 किमी के क्षेत्र में फैली एक बरसाती झील है जिसका निर्माण सन् 1958 में करवाया गया था। इस झील का निर्माण शिवालिक की पहाड़ियों से आती एक मौसमी धारा को रोककर किया गया है, जो कभी-कभी भयावह स्थिति पैदा कर देती है। झील की सहायता के लिए यहां 25।42 किमी की जमीन पर कृत्रिम जंगल का निर्माण भी करवाया गया है। अब यह झील अच्छा खासा पर्यटन स्थल बन चुकी है। जहां रोजाना सैलानियों का आना जाना लगा रहता है। दिल्ली से यहां तक का प्लान आसानी से बनाया जा सकता है।

* अग्रोहा धाम हिसार

अग्रोहा धाम एक खूबसूरत हिन्दू धार्मिक स्थल है जो हरियाणा के हिसार (अग्रोहा) में स्थित है। यह मंदिर अग्रसेन महाराजा और देवी महालक्ष्मी को समर्पित है। इस स्थल का निर्माण सन् 1976 में किया गया था, जो 1984 में पूरी तरह बनकर तैयार हुआ । इस मंदिर की संरचना और वास्तुकला किसी महल से कम नहीं। काफी खूबसूरत तरीके से इस पवित्र धाम को सजाया गया है। इस मंदिर को तीन भागों में बांटा जा सकता है, जिसके केंद्र भाग में देवी महालक्ष्मी विराजमान हैं, पश्चिमी भाग में देवी सरस्वती और तीसरे पूर्वी भाग में महाराजा अग्रसेन का मंदिर स्थापित है। मंदिर के पास एक सरोवर भी स्थित है।

* ब्रह्म सरोवर कुरुक्षेत्र

पवित्र ब्रह्म सरोवर हरियाणा के पौराणिक स्थल कुरुक्षेत्र में स्थित है। इस सरोवर का उल्लेख महाभारत और वामन पुराणों में किया गया है, जिसे ब्रह्ला जी से जोड़कर देखा जाता है। ब्रह्म सरोवर हिन्दुओं के पवित्र स्थलों में से एक है। सूर्यग्रहण के खास अवसर पर यहां लाखों लोगों को पवित्र स्नान करते देखा जा सकता है।