घूमना-फिरना सभी को पसंद होता हैं और सभी भारतीय चाहते हैं कि वे देश का हर कोना घूम सकें। भारत में पर्यटन के लिए बहुत कुछ है। घूमने को कहीं समंदर का किनारा है तो कहीं ऊंचे-ऊंचे पहाड़ हैं। कहीं घने जंगल हैं, जहां हर तरह के जानवर देखने को मिलते हैं तो कहीं साल भर बारिश ही होती है या फिर रेगिस्तान हैं। यही वजह हैं कि हर साल बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी यहां पहुंचते हैं। इन सबके अलावा भारत के लोगो का सत्कार, स्वादिष्ट खाना, यहां का इतिहास, स्थापत्य कलां, योग, विभिन्न त्यौहार आदि सब की वजह से भारत विदेशी पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक बन चूका हैं। आज इस कड़ी में हम आपको देश की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो भारतियों के साथ ही विदेशी पर्यटकों के भी पसंदीदा स्थल हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...
वाराणसीवाराणसी को काशी व बनारस के नाम से भी जाना जाता है। हजारों साल पुराना ये शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यह हिंदुओं के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। यहां 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ का मंदिर है। यहां हर गली में आपको मंदिर मिल जाएंगे इसलिए इसे मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। बनारस में देश ही नहीं विदेश से भी लोग मुक्ति और मोक्ष के लिए आते हैं। अपनी एक अलग संस्कृति के लिए प्रसिद्ध यह शहर लाखों पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है।
उदयपुरभारत मे शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसकी अपनी जिंदगी मे कम से कम एक बार उदयपुर घूमने की इच्छा ना हो। वाकई मे यहां आकर आप खुद बोल देंगे कि उदयपुर ना घूमें होते तो क्या ख़ाक घूमें होते।उदयपुर को राजस्थान का कश्मीर कहा जाता हैं। यहां अनेक खूबसूरत पानी की झीलें होने के कारण इसे झीलों की नगरी भी बोला जाता हैं। झीलों के अलावा यहां आसपास कई किले, महल, बग़ीचे एवं एडवेंचर भी मौजूद हैं।
ऋषिकेशध्यान और योग के लिए ऋषिकेश पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसलिए इसको योग की राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। ये शहर योग और ध्यान का एक बहुत बड़ा केंद्र है। ऋषिकेश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या सबसे ज्यादा है। एडवेंचर के लिए भी यहां कई विकल्प हैं। अगर आप आध्यात्म को सीखना, समझना चाहते हैं या फिर वादियों की शांति व राफ्टिंग आदि करना चाहते हैं तो ऋषिकेश शहर आपका इंतजार कर रहा है। यहां राम झूला सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है जिसका आनंद लेने लोग दूर-दूर से आते हैं।
पुष्करपुष्कर तो विदेशी सैलानियों को इतना पसंद हैं कि यहां कई तो हमेशा के लिए बस जाते हैं। आप यहां भारतीयों से ज्यादा विदेशी सैलानी देख सकते हैं। यहां तक की वो हिंदी बोलते हुए ,हमारे रस्म रिवाज को मानते हुए देखे जा सकते हैं। पुष्कर ,अजमेर जिले से मात्र 15 किमी दूर हैं ,पर यहां आपको लगेगा नहीं की आप अजमेर जैसे बड़े शहर के इतना पास मे हैं। क्योकि यहां का माहौल शहरी माहौल से एकदम अलग मिलेगा। दुनिया का एकमात्र ब्रम्हा मंदिर भी यहा ही स्थित हैं। तीर्थराज पुष्कर की पुष्कर झील के चारो ओर 55 घाट और करीब 400 मंदिर हैं।
आगरासात अजूबों में से एक ताजमहल है। इसको यूनेस्को ने भी अपनी धरोहरों में जगह दी है। यहां का आर्ट, मिनिएचर पेंटिंग्स, क्राफ्ट्स आदि भी विदेशियों को खूब लुभाती हैं। आगरा में पर्यटक स्थलों की कोई कमी नहीं। ताजमहल का दीदार करने देसी ही नहीं विदेशी भी दूर-दूर के देशों से आते हैं। ताज महल की खूबसूरती पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। आगरा में ताजमहल के अलावा ताज म्यूजियम, इतिमाद-उद-दौला, अकबर का मकबरा और किनारी बाजार के साथ आगरा का लाल किला भी देखने लायक जगह हैं।
जयपुरऐतिहासिक भारत का सबसे बेशकीमती रत्न, जयपुर का 'गुलाबी शहर' अपने अद्वितीय वास्तुशिल्प स्थलों के साथ विदेशी पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है, गुलाबी रेत-पत्थर वाला हवा महल जो एक असली छत्ते जैसा दिखता है और पहाड़ी किला जिसे आमेर किला कहा जाता है, इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। राजपूताना सैन्य वास्तुकला, जयगढ़ किले, सिटी पैलेस और जंतर मंतर के खगोलीय डिजाइन के साथ। यह शहर पारंपरिक भारतीय हस्तकला, आभूषण, कला और मूर्तिकला का एक संपन्न केंद्र है।
गोवा 'समुद्र तटों की रानी ' कहलाये जाने वाला गोवा हर एक विदेशी पर्यटक की पहली पसंद हैं। गोवा के बीच पर धुप ,रेत ,खेल ,सर्फिंग ये सब आज की हर पीढ़ी को पसंद हैं।अगर आप बार बार मनाली शिमला जैसे पहाड़ी इलाकों पर जाकर परेशान हो गए हैं तो गोवा आपके लिए एक नया अनुभव होगा जो कि बर्फीला ना होकर समुद्री अनुभव होगा। यहां के नाईट क्लब्स ,सस्ती शराब ,देर रात तक बीच पर चलती पार्टीया विदेशियों को काफी लुभाती हैं। इसीलिए आप कभी भी किसी विदेशी से भारत के बारे मे पूछेंगे तो वो उसमे गोवा का नाम एक बार जरूर लेगा।
जोधपुरअंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को जोधपुर का जातीय आकर्षण बहुत पसंद आता है। भारत का अलौकिक 'ब्लू सिटी', जो इतिहास में डूबे मेहरानगढ़ के भव्य रूप से निर्मित विशाल किले के लिए जाना जाता है, ने हमेशा भारत के सर्वोत्कृष्ट ऐतिहासिक रत्नों की खोज करने वाले विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया है। पर्यटक भव्य राजस्थानी हस्तनिर्मित कला आभूषणों, जातीय कपड़ों और विशेष स्मारिका वस्तुओं के अलावा प्राचीन क्लॉक टॉवर, जसवन्त थड़ा और उम्मेद भवन पैलेस की ओर भी आकर्षित होते हैं। जोधपुर के 'नीले' घर फोटोग्राफर के लिए आनंददायक हैं।