रेगिस्तानी राज्य की छवि को तोड़ने का काम करेंगे राजस्थान के ये 7 वॉटरफॉल्स, देते है मनमोहक नजारा

जब भी कभी राजस्थान का नाम आता हैं तो कई लोगों के मन में यहां के रेगिस्तान की छवि घूमने लगती हैं कि यहां पानी की बहुत कमी हैं और सिर्फ मिट्टी ही देखने को मिलती हैं, जबकि ऐसा नही हैं। राजस्थान को भव्य किले, ऐतिहासिक स्मारक, खुबसूरत रेगिस्तान के साथ ही नेचुरल ब्यूटी के लिए भी जाना जाता है। यहां कई ऐसे खूबसूरत झरने अर्थात वॉटरफॉल्स हैं जो अपनी खूबसूरती से यहां आए पर्यटकों का मन मोहते हैं और राजस्थान की रेगिस्तानी राज्य की छवि को तोड़ने का काम करते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इन्हीं वॉटरफॉल्स की जानकारी देने जा रहे हैं जो मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य देते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

भीमलत

नेचुरल ब्यूटी का खजाना माने जाने वाला ये झरना कोटा से 70 किलोमीटर और बूंदी से 35 किलोमीटर दूर है। आप यहां हवाई, रेल और सड़क तीनों मार्गों के जरिए पहुंच सकते हैं। मॉनसून के मौसम में यहां ट्रिप करने का अलग ही मजा है। यह खूबसूरत जगह घने जंगल के बीच में है और इन हरे भरे पहाड़ों में झरने का नज़ारा वाकई अद्भुत और किसी भी प्रशंसात्मक शब्दों से परे है। यहां जो म अन्दिर हैं उसका संबंध महाभारत काल के पांडवों से भी है।

मेनाल

यदि आप चित्तौड़गढ़ गए और मेनाल फाल्स के बेहतरीन सुन्दरता को नहीं देखे तो सच में आपने एक खुबसूरत जगह को देखने से चूक गए। अथाह ऊंचाई से गिरने वाले इस विशाल झरने पर जाए बिना आपकी चित्तौड़गढ़ की यात्रा कभी भी पूरी नहीं होती है। यह खुबसूरत झरना चारो तरफ से हरियाली से घिरा हुआ है इसलिए आप जब यहाँ जायेंगे तो पक्षियों और जानवरों के नजारे का भी आनंद ले सकते है। झरने का पानी 150 मीटर की उचाई से गिरता है। मानसून के मौसम में यहाँ फैली खूबसूरती आपके तनमन को बहुत आनंद प्रदान करेगी। मेनल नदी का पानी इस झरने का निर्माण करता है इसलिए इसको मेनल फाल्स कहा जाता है | मानसून के मौसम जब आप राजस्थान की यात्रा पे हो तो इस झरने को देखने जरुर जाये।

गेपरानाथ

आप जब राजस्थान में हों तो आपको अवश्य ही यहाँ घूमने की योजना बनानी चाहिए। यहां का पानी बहुत ही खूबसूरती से बहता है, जो आने वाले पर्यटकों और आगंतुकों के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। कोटा में स्थित यह सुन्दर झरना बहुत ही मनमोहक है, और आपको मानसून के दौरान यहाँ जरूर जाना चाहिए। जब आप यहाँ आये तो यहाँ झरने तक की ट्रैकिंग करना सबसे मजेदार चीजों में से एक है, इसके लिए आपको लगभग 300 सीढियाँ चढ़नी पड़ेगी, जिससे आपकी बढ़िया वाली कसरत भी हो जाएगी क्या पता आपका थोडा पेट भी कम हो जाये। इसके अलावा गैपरनाथ के पास के मंदिर के दर्शन जरूर करें।

चुलिया

राणा प्रताप सागर बांध के करीब स्थित, चुलिया राजस्थान का एक सुंदर झरना है क्योंकि यह अन्य झरनों के विपरीत है जो हम सामान्य रूप से देखते हैं। झरने के आसपास प्राकृतिक रूप से बनी चट्टानें अपने आप में एक सौंदर्य है। इस जलप्रपात को चूड़िया झरने के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि आसपास की चट्टानों को एक गोलाकार आकार में कट गया है जो दर्जनों चूड़ियों के समान लगता है इसलिए इसे चूलिया जलप्रपात के नाम से जानते हैं। इस झरने की सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है, लेकिन यह फोटोग्राफरों के लिए एक पसंदीदा स्थान भी है। झरने की आवाज़, चहकते हुए पक्षी और आपके चारों तरफ की प्राकृतिक सुंदरता आपको अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगी।

दमोह

धौलपुर के बसेड़ी विधानसभा के सरमथुरा में दमोह अपने झरने के लिए जाना जाता हैं। दमोह झरना इन दिनों हरियाली की चादर ओढ़े हुए हैं, जो लोगों के लिए आर्कषण का केन्द्र बना हुआ है। प्राकृतिक दमोह झरना करीब 250 फीट ऊंचाई से नीचे गिरता है। दमोह की सुंदरता सब को अपनी और आकर्षित करती है, दमोह में बारिश के दिनों में यहां बड़ी संख्या में पर्यटक इस प्राकृतिक झरने का आनंद लेने के लिए दूर-दूर से आते हैं।

पदाझार महादेव झरना

पदाझार महादेव झरना राजस्थान के चर्चित क्षेत्र बूंदी में मौजूद है। यह सबसे शांत झरनों में से एक है जो राजस्थान की अपनी यात्रा के दौरान देख सकते है। यह झरना पूर्णतया प्राकृतिक रूप से बनता है। जब आप इस झरने को देखने जाये, तो आप रामेश्वर महादेव गुफा मंदिर में भी प्रार्थना कर सकते हैं और भगवान शिव से आशीर्वाद ले सकते हैं।

भील बेरी झरना

यह राजस्थान का एक छुपा स्वर्ग हैं। राजस्थान की प्रक्रति की वादियों में बसा यह स्थान चेन्नई एक्सप्रेस के दूध सागर जैसा लगता हैं। यहा आने पर आपको उत्तराखंड का एहसास होता हैं। भील बेरी को राजस्थान का मेघालय कहा जाता हैं। अरावली की वादियों में बसा यह प्राकृतिक झरना 55 मीटर की ऊंचाई से गिरता हैं जिसे देखने पर सुन्दर एहसास होता हैं। राजस्थान में बसा यह प्राकृतिक झरना हैं। राजस्थान के मेघालय के रूप में जाने वाले इस जगह पर आप अगर बरसात के समय जाए तो इस टूरिस्ट प्लेस का आनंद ले सकते है। यह स्थान राजसमन्द और उदयपुर जिले में आने वाला एक खूबसूरत वॉटरफॉल है।