मसालों का शहर है कोचीन, रखता है बेहतरीन सांस्कृतिक विरासत

भारत के सूदूर दक्षिण में स्थित कोचीन केरल का एक बड़ा शहर है। यह शहर अपनी सांस्कृतिक विरासत के साथ ही आज केरल का एक बड़ा औद्योगिक केंद्र भी है। यहां जहाज बनाने के कारखाने के साथ जल सेना एवं वायु सेना के भी केंद्र हैं। इस सुंदर शहर पर पुर्तगालियों,डचों,अंग्रेजों, का शासन रहा है जिसका प्रभाव यहां की संस्कृति पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। केरल के एर्नाकुलम जिले में स्थित यह शहर सदियों से मसालों के व्यापार का एक बड़ा केंद्र रहा है। आइये जानते हैं कोचीन की प्रमुख दर्शनीय जगहों के बारे में...

मत्तानचेरी पैलेस

इसे डच पैलेस भी कहा जाता है। यहाँ संग्रहालय है जिसके माध्यम से यहां के शासकों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। चार भागों में बंटे इस महल में मंदिर भी बना हुआ है।

विलिंग्डन आइलैंड

शहर से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भारत का सबसे बड़ा मानव निर्मित बीच आइलैंड है। यहां एक संग्रहालय भी है।

मंगल वनम पक्षी अभयारण्य

शहर से 2 किलोमीटर की दूरी पर यह पक्षी अभयारण्य है। यहां एक झील भी है जो चारों ओर से मैंग्रोव से घिरी हुई है। यहां एक वॉचटावर है जिससे कोच्ची का विहंगम नजारा कैमरे में कैद किया जा सकता है।

वासको डी गामा स्क्वायर

कोचीन से चार किलोमीटर दूर चौपाटी की तरह है। यहाँ समंदर के किनारे स्ट्रीट फूड का आनंद लिया जा सकता है। शाम का वक़्त बिताने के लिए यह जगह काफी उपयुक्त है।

हिल पैलेस

कोचीन से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह पुरातत्व विभाग का सबसे पुराना संग्रहालय है।1865 में बने इस पैलेस में पारम्परिक वास्तुकला से बने हुए 49 भवन हैं।यहां एक डियर पार्क भी है। इस पैलेस में कई फिल्मों की शूटिंग भी की गई है।