मस्ती के अलावा आस्था के लिए भी जाना जाता है गोवा, करें इन 7 प्रसिद्द मंदिरों के दर्शन

गोवा को देश का सबसे बेहतरीन पर्यटन स्थल माना जाता हैं और हर कोई यहां जाने की चाहत रखता हैं। जब भी कभी गोवा का नाम आता हैं तो यहां के खुबसूरत समुद्र तटो, नाईट लाइफ, पार्टीज, और बाजारों का ख्याल आता हैं जो पर्यटन का मुख्य केंद्र बनते हैं और सभी मस्ती करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मस्ती के अलावा गोवा को आस्था के लिए भी जाना जाता हैं। गोवा में कई ऐसे मंदिर हैं जो अपनी खूबसूरती से सभी को आकर्षित करते हैं और यहां हर साल हजारों की संख्या में तीर्थयात्री आते है। आज हम आपको गोवा के सबसे खास मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके दर्शन के लिए आपको यहां जरूर जाना चाहिए।

सप्तकोटेश्वर मंदिर

सप्तकोटेश्वर मंदिर गोवा के प्रमुख मंदिर में से एक है जो “देवा दी देव” महादेव को समर्पित है। बता दे नार्वे, गोवा में स्थित सप्तकोटेश्वर मंदिर को कोंकण क्षेत्र के छह सबसे प्रसिद्ध मंदिर में से एक माना जाता है जहाँ हर साल हजारों की संख्या में तीर्थयात्री भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते है। सप्तकोटेश्वर मंदिर का निर्माण बारहवीं शताब्दी के आसपास कदंब वंश के राजा ने अपनी पत्नी कमलदेवी के लिए बनवाया था जो इस भगवान की कट्टर भक्त थीं। इसके बाद से ही इस मंदिर में भगवान् शिव की पूजा की जाती आ रही है। मंदिर अपने वास्तविक निर्माण के बाद पुनिनिर्माण से भी गुजरा है इसलिए इस मंदिर में मुगलों की स्थापत्य सुंदरता, यूरोपीय लोगों की डिजाइन भी देखी जा सकती है। गोकुलाष्टमी त्यौहार इस मंदिर में मनाया जाना वाला सबसे प्रमुख उत्सव है जिसे यहाँ बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है जिसमे स्थानीय लोगो के साथ साथ विभिन्न हिस्सों से पर्यटक भी शामिल होते है।

मारुति मंदिर

गोवा में प्रसिद्ध मंदिर की सूची में मारुति मंदिर के नाम भी काफी उपर है जिसकी मुख्य वजह भक्तो की भगवान् हनुमान जी के प्रति आस्था और इसके निर्माण के पीछे की दिलचस्प कहानी है जिसके बारे में जानने के लिए भक्तगण मंदिर की और खिचे आते है। कहा जाता है जब पुर्तगालियों ने ईसाई धर्म को बढ़ावा देने के लिए गोवा में सभी हिंदू मंदिरों को नष्ट कर दिया था। उसके बाद भी हनुमान जी की मूर्ति यहाँ छिपी हुई थी भक्त पुर्तगाली शासन के अंत तक गुप्त रूप से अपनी प्रार्थना करते थे। ऐसा चलने के बर्षो बाद पुर्तगाली शासन का पतन हुआ जिसके बाद यहाँ एक सुन्दर निर्माण किया गया जो देश भर से कई हजारों श्र्धालुयों को आकर्षित करता है। पंजिम में अल्टिन्हो हिल पर स्थित मारुति मंदिर के बगल में एक ताज़ा धारा भी बहती है, जो इसे एक ताज़ा आभा प्रदान करती है। जबकि मंदिर रात में दूर से देखने पर आश्चर्यजनक रूप से जगमगाता दिखाई देता है।

महालक्ष्मी मंदिर

बंदोडे या बांदीवड़े का गांव में स्थित महालक्ष्मी मंदिर उत्तरी गोवा के सबसे महत्वपूर्ण और सबसे अधिक देखे जाने वाले हिंदू मंदिरों में से एक है। इस भव्य मंदिर के गर्भगृह में लगभग 18 पवित्र चित्र हैं जो पवित्र भागवत के संप्रदायों को दर्शाते हैं। गोवा का महालक्ष्मी मंदिर साल भर तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है जहाँ महालक्ष्मी को धन और शांति की देवी के रूप में पूजा जाता है।

दामोदर मंदिर

दक्षिणी गोवा के ज़ांबौलिम गांव में कुशावती नदी के तट पर स्थित, श्री दामोदर मंदिर भगवान दामोदर के रूप में भगवान शिव को समर्पित गोवा का प्रसिद्ध मंदिर है। दामोदर मंदिर में भगवान शिव जी के दर्शन करने के साथ साथ बहुत से श्रद्धालु कुशावती नदी में स्नान करने के लिए भी आते है जिसने अनुसार माना जाता है की कुशावती नदी अपनी उपचार शक्ति से शरीर की बीमारियों को ठीक कर सकती है। गोवा का प्रसिद्ध हिंदू त्योहार शिग्मो इस खूबसूरत जगह पर मनाया जाने वाला मुख्य त्योहार है। मंदिर के रीति-रिवाजों के अनुसार, हर साल एक पालकी बनाई जाती है जिसमे दामोदर को विराजमान करके भजन गाते हुए आसपास घुमाया जाता है। इस दौरान भक्तो की काफी भीड़ इस जुलुस में शामिल होती है।

तांबडी सुरला महादेव मंदिर

गोवा राज्य की राजधानी पणजी से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तांबडी सुरला मंदिर भगवान भोले नाथ का एक प्रसिद्ध मंदिर हैं। यह मंदिर अपनी अनूठी शैली के लिए प्रसिद्ध हैं जो गोवा में घूमने के लिए प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। 12वीं शताब्दी के दौरान निर्मित किया गया यह मंदिर कदंब यादव वंश की वास्तुकला शैली का एकमात्र स्मारक है। इस मंदिर के निर्माण काल के समय इस स्थान पर कदंब वश का शासन था। यदि आप इस मंदिर की वास्तुकला पर गौर करेंगे तो पाएंगे की इस मंदिर का निर्माण करने वाले कारीगिरों ने कितना दर्द सहा होगा। तांबडी सुरला मंदिर पर भगवान भोले नाथ के दर्शन करने के लिए भक्तो की लम्बी कतार लगी रहती हैं, विशेष कर शिवरात्रि का त्यौहार यहां बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता हैं।

महलासा मंदिर

महलासा मंदिर या महलासा नारायणी मंदिर गोवा में मरडोल, पोंडा में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसकी गिनती गोवा के प्रमुख तीर्थ स्थल में की जाती है। बता दे यह मंदिर भगवान विष्णु के महिला अवतार मोहिनी को समर्पित है। मंदिर में एक दानव के उपर खड़ी महलासा देवी की मूर्ति विराजमान है जिनके चार हाथ है जिसमे वह एक त्रिशूल, एक तलवार, एक कटा हुआ सिर और एक पानी पीने का कटोरा धारण किये हुई है। महलासा मंदिर के परिसर में शांतादुर्गा और लक्ष्मी नारायण के छोटे मंदिर भी हैं, जिनकी प्रतिदिन महालसा के साथ पूजा की जाती है। इसीलिए यदि आप अपनी यात्रा के लिए गोवा के प्रमुख मंदिर और तीर्थ स्थल को सर्च कर रहे हैं तो आपको महलासा मंदिर के दर्शन के लिए जरूर आना चाहिए जहाँ आप देवी महलासा के साथ साथ लक्ष्मी नारायण और शांतादुर्गा देवी के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त भी कर सकते है।

मंगेशी मंदिर

गोवा प्रमुख रूप से हिंदू मंदिरों से भरा है जिनमे से मंगेशी मंदिर एक और महत्वपूर्ण मंदिर है। आधुनिक समय की कला और पारंपरिक हिंदू पैटर्न का एक आदर्श मिश्रण, मंगेशी मंदिर अपने दीप स्तम्भ के लिए जाना जाता है जो शाम को सैकड़ों दीयों के साथ जलाया जाता है। यह मंदिर गोवा में सबसे बड़े और सबसे अधिक बार देखे जाने वाले मंदिरों में से एक है जहाँ हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है। बता दे इस मंदिर की एक और खास बात यह है की यहाँ आने वाले पर्यटक और श्रद्धालुयों के लिए एक ड्रेस कोड है।