अद्भुत नजारा पेश करते हैं भारत के ये प्रसिद्द रेलवे ब्रिज, खिड़की की सीट मिलना रहेगा रोचक

भारत एक विशाल देश हैं जहां के गांव और शहरों को जोड़ने के लिए सड़क और रेल मार्ग बनाए गए हैं। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी एवं पूर्वोत्तर भारत से लेकर गुजरात के तट तक विभिन भागों को जोड़ने वाले रेलवे का सफर विभिन भारतीय भूभागों से होकर गुजरता है। इसके लिए पुल या ब्रिज का निर्माण भी किया जाता हैं जो रेल परिवहन में इस्तेमाल होते हैं। रेलवे के मार्ग में आने वाली बाधाओं, दुर्गम घाटियों, नदी क्षेत्रों एवं अन्य प्राकृतिक अवरोधों को पार करने के लिए रेलवे द्वारा विभिन भागो में रेल पुलों का निर्माण किया गया है। जब पानी के ऊपर बने ब्रिज हमारे सफ़र के बीच में आते हैं तब मन में उत्साह और अजीब सी हलचल भी होती है। ऐसे में अगर सफर के दौरान खिड़की वाली सीट मिल जाए तो सफ़र का मजा और बढ़ जाता हैं। तो आइये जानते हैं भारत के कुछ प्रसिद्द रेलवे ब्रिज के बारे में...

पम्बन रेलवे ब्रिज, तमिलनाडु

भारत में मौजूद सबसे खूबसूरत और मनमोहक ब्रिज की बात होती है तो सबसे पहले पम्बन रेलवे ब्रिज का नाम जरूर लिया जाता है। लगभग 2.6 किलोमीटर लंबा यह रेलवे ब्रिज दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु में है। यह खूबसूरत रेलवे ब्रिज हिंद महासागर के ऊपर निर्मित है और इसका निर्माण औपनिवेशिक काल में किया गया था। यह खूबसूरत ब्रिज रामेश्वरम द्वीप को भूमि से जोड़ने का काम करता है। जब इस ब्रिज से ट्रेन गुजरती है तो आसपास सिर्फ और सिर्फ नीले रंग का पानी ही पानी दिखाई देता है।

वेंबनाद रेलवे ब्रिज, केरल

भारत के केरल राज्य के कोच्चि शहर में स्थित वेंम्बनाड रेलवे ब्रीज भारत का सबसे लंबा रेलवे ब्रिज है। यह ब्रिज 4।62 किलोमीटर लंबा है है। आपको बता दें कि इस ब्रिज का निर्माण कार्य वर्ष 2011 में शुरू किया गया था तथा 31 मार्च 2010 को यह ब्रिज पूरी तरह बनकर तैयार हुआ। उस समय यह भारत का दूसरा सबसे लंबा रेलवे ब्रिज था जिसके प्रशचात 11 फरवरी 2011 में वेम्बनाड ब्रीज का उद्घाटन किया गया जिसके प्रशचात लगभग 9 वर्षों की अनुपयोगी अवधि के बाद जनवरी 2020 में माल ढुलाई के लिए इस रेलवे ब्रिज को फिर से शुरू किया गया और वर्तमान समय में यह भारत का सबसे लंबा रेलवे ब्रिज है यह ब्रिज कोच्चि शहर के एडापल्ली और वल्लारपदम शहर को आपस में जोड़ता है। वेम्बनाड रेलवे ब्रिज की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस रेलवे ब्रिज के नीचे से बड़े समुद्री जहाज भी गुजर सकते हैं और वर्तमान समय में यह ब्रिज पूर्ण रूप से माल ढुलाई के लिए उपयोग किया जा रहा है।

न्यू जुबिली ब्रिज

न्यू जुबिली ब्रिज को पुराने ऐतिहासिक जुबिली ब्रिज के जगह पर बनाया गया है। सन 1885 में हूगली नदी पर बना पुराना जुबिली ब्रिज अब तक भारत का सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध ब्रिज है। अभी नया ही बना जुबिली ब्रिज पश्चिम बंगाल में स्थित नैहाती और बांदेल को एक दूसरे जोड़ता है। यह एक कैंटिलीवर ट्रस ब्रिज है जो विशेष रूप से रिवेटिंग द्वारा बनाया गया है। इसके निर्माण में किसी तरह के नट या बोल्ट का इस्तेमाल नहीं किया गया है। 17 अप्रैल 2016 को डिकमीशन होने से पहले 129 वर्षों तक जुबली ब्रिज का उपयोग भारतीय रेलवे द्वारा किया गया था। तीस्ता तोर्शा एक्सप्रेस आखिरी ट्रेन थी जो इससे होकर गुजरी थी।

कोंकण रेलवे ब्रिज, महाराष्ट्र

कोंकण रेलवे ब्रिज, जिसे जुआरी ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है, गोवा में जुआरी नदी पर स्थित है। पुल 1,321 मीटर लंबा है और कोंकण रेल नेटवर्क में सबसे लंबी रेलवे लाइन है। कोंकण रेल नेटवर्क को कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र राज्यों को जोड़ने वाले सबसे आकर्षक रेल मार्गों में से एक माना जाता है। 60 मीटर की ऊंचाई पर, कोंकण पुल भारत का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है और एशिया के सबसे ऊंचे पुलों में से एक है। वायाडक्ट को छेड़छाड़ और खोखले पर खड़ा किया गया है, निरंतर निर्माण की मजबूत स्लिप-फॉर्म तकनीक को नियोजित करके अष्टकोणीय तोरणों का निर्माण किया गया है। भारत में इस तकनीक का उपयोग करने वाला यह पहला पुल है।

बोगीबील ब्रिज, असम

भारत के असम राज्य में ब्रह्मपुत्र नदी पर बना बोगीबील ब्रिज रेल-सह-सड़क सेतु पुल है जिसके निर्माण वर्ष 2002 से शुरू किया गया था। लम्बे समय के पश्चात इसका निर्माण कार्य वर्ष 2018 में पूर्ण किया जा सका जिसे की 25 दिसंबर 2018 को आवागमन के लिए खोला गया है। बोगीबील ब्रिज वेल्डेड स्टील-कंक्रीट ब्रिज है जो की तीव्र भूकंप के लिए विशेष तौर पर तैयार किया गया है।

नेहरू सेतु रेल ब्रिज

बिहार में मौजूद सबसे चर्चित और खूबसूरत रेलवे ब्रिज का नाम लिया जाता है तो उसका नाम नेहरू सेतु रेल ब्रिज है। यह खूबसूरत रेल ब्रिज बिहार की सोन नदी पर बना हुआ है और यहां से हर रोज हजारों ट्रेन गुजरती है। इस अद्भुत ब्रिज से सोन नदी का अद्भुत नजारा देखते ही बनता है। आपको बता दें कि इस खूबसूरत ब्रिज की लम्बाई 3.5 किमी है। यह भारत के 10 सबसे लंबे रेल ब्रिज में भी शामिल है।

हैवलॉक ब्रिज, आंध्र प्रदेश

हैवलॉक ब्रिज जिसे पुराना गोदावरी ब्रिज भी कहा जाता है आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी पर बना यह रेल ब्रिज भारत के सबसे पुराने रेलवे ब्रिज में से एक हैं यह रेल ब्रिज 2.7 किलोमीटर लंबा है इस ब्रिज का निर्माण 11 नवम्बर 1897 को शुरू किया गया था जिसके बाद 30 अगस्त सन्को 1900 को इस ब्रिज को यातायात के लिए खोल दिया गया उस समय इस ब्रिज का नाम मद्रास के तत्कालीन गवर्नर सर आर्थर एलीफैंट हैवलॉक के नाम पर रखा गया। वर्ष 1997 में इस रेलवे ब्रिज को सेवा मुक्त कर दिया गया और वर्तमान समय में यह भारत का एक सेवा मुक्त रेलवे पुल है। सन् 1900 में शुरू हुआ यह रेलवे ब्रिज हावड़ा और मद्रास के मध्य अपनी सेवा देता था।

शरावती नदी पुल, कर्नाटक

शरावती पुल जो 1984 में बनकर तैयार हुआ था, कर्नाटक राज्य में होन्नावर के दक्षिण में स्थित है। इसका उपयोग कोंकण रेलवे द्वारा शरावती नदी को पार करने के लिए किया जाता है। 2,060 मीटर लंबा यह पुल रेलवे का सबसे लंबा पुल है और राज्य का सबसे लंबा पुल भी है। पुल की कुल लंबाई 1047.65 मीटर है और इसमें 34 स्पैन हैं। समय के साथ पुल को क्षरण का सामना करना पड़ा और मुख्य गर्डरों के बाहरी प्रीस्ट्रेसिंग के माध्यम से हैमरहेड्स और पियर्स को मजबूत करके इसका पुनर्वास किया गया। प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त स्टील ब्रैकेट का भी उपयोग किया गया था। इन उपायों की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए बाद में एक भार परीक्षण किया गया।