सांभर, शेर, पूंछ मकाक, जंगली सुअर, बाघ, जंगली कुत्ते और तेंदुए का घर है कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान

कुद्रेमुख राष्ट्रीय पार्क कुद्रेमुख का प्रमुख आकर्षण है, जो पश्चिमी घाट में स्थित है। 1987 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया गया, यह लगभग 600 वर्ग मीटर का क्षेत्र इसमें शामिल है। यह डॉ. उल्लास कारंत, प्रसिद्ध पर्यावरणविद्, जिनके प्रस्तुत प्रतिवेदन ने इस उष्णकटिबंधीय सदाबहार गीले जंगल को कर्नाटक सरकार ने एक राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित करने के लिए मजबूर किया था। यह जगह 'सार्वभोमिक बाघ संरक्षण प्राथमिकता 1' के तहत आरक्षित रखा गया है और वन्य जीव संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है। इसके अलावा, कुद्रेमुख राष्ट्रीय पार्क वन्यजीव संरक्षण सोसायटी (डब्‍ल्‍यूसीएस) और वर्ल्ड वाइड फंड - अमरीका द्वारा निर्धारित प्रारूप में शामिल किया गया है। यह जानवर जैसे सांभर, शेर, पूंछ मकाक, जंगली सुअर, बाघ, जंगली कुत्ते और तेंदुए के लिए घर है। पूरे राष्ट्रीय पार्क को घूमने के लिए, पर्यटकों को उच्च अधिकारियों से पूर्व अनुमति की जरूरत लेनी होगी। कुद्रेमुख राष्ट्रीय पार्क की निकटता में आवास उपलब्ध है, जिसमे वन विश्राम गृह भी शामिल है। पर्यटकों जो इस राष्ट्रीय पार्क की यात्रा की योजना बना रहे हैं वे स्थानीय बसों, ऑटो या रिक्शा ले सकते हैं।

कर्नाटक राज्य के चिकमंगलूर जिले में एक पर्वतमाला पर स्थित कुद्रेमुख एक खुबसूरत और छोटा सा हिल्स स्टेशन है। इस खुबसुरत हिल्स स्टेशन को ट्रेकिंग का स्वर्ग भी कहा जाता है। समुंद्र तल से लगभग 6214 फुट की ऊचांई पर बसे इस शहर की स्थापना कुद्रेमुख आयरन कंपनी ओर कंपनी लिमिटेड [ केआईओसीएल] ने की थी। यहा की लोहे की खदाने दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यह आधुनिक शहर खुली जगहो और नीची इमारतो के साथ किसी अमेरिकी शहर की तरह निर्मित है। यहा का शांत वातावरण खुली व शुद्ध हवा यहा ठहरने के लिए इसे उपयुक्त स्थान बनाती है। कॉफी, चाय, खजू व इलायची के हरे भरे बागान इस स्थल को प्राकृतिक हरयाली से संजोते है। यहा पर हर साल काफी मात्रा में देशी व विदेशी पर्यटक यहा की हसीन वादियो का आनंद उठाने हर साल यहा आते है। यहा पर कई ऐसे दर्शनीय व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो भारत और कर्नाटक पर्यटन में अपना उचित स्थान रखते है।

6250 फुट की ऊचांई पर स्थित यह चोटी एक सुंदर व्यू प्वाइंट के रूप मे जानी जाती है। मौसम साफ रहने पर यहा से अरब सागर का किनारा दिखाई देता है। जो अपने आप में एक वृहगंम दृश्य है। यह चोटी शहर के बिल्कुल सामने पडती है। यहा पर पहुचने एक लिए ट्रेकिंग करते हुए जाना पडता है।