भारत के इस शहर में जून में होने वाला है डायनासोर फेस्टिवल, जानिए इसके बारे में विस्तार से

भारत में डायनासोर फेस्टिवल होने वाला है। यह फेस्टिवल 10 जून से शुरू होकर 19 जून तक चलेगा। यह डायनासोर महोत्सव भारत के चेन्नई में जून में होने जा रहा है। इस फेस्टिवल में टूरिस्टों को डायनासोर के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा फेस्टिवल में डायनासोर की प्रदर्शनी भी होगी। इस फेस्टिवल में टूरिस्टों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और सैलानी अपने परिवार और दोस्तों के साथ उत्सव में ढेर सारी मस्ती कर सकेंगे। ऐसे में अगर आप इस वक्त चेन्नई में है या घूमने का प्लान बना रहे है तो इस दस दिवसीय डायनासोर फेस्टिवल को जरूर देखें। इस फेस्टिवल के बहाने आप चेन्नई घूम सकते हैं और डायनासोर की दुनिया का आनंद ले सकते हैं। इस फेस्टिवल में आपको उन डायनासोर के बारे में जानकारी मिलेगी जो 65 मिलियन वर्ष पहले भारत में घूमते थे।

डायनासोर फेस्टिवल में लगने वाली प्रदर्शनी बच्चों के लिए एक अच्छा अनुभव साबित होने वाली है क्योंकि इसमें जानकारी के साथ ही बच्चे फन भी कर सकेंगे। इसमें बच्चों को डायनासोर के अस्तित्व के बारे में कई तरह की जानकारी मिलेगी और फोटोग्राफ भी देखने को मिलेंगे। इस फेस्टिवल के जरिए आप लोकप्रिय डायनासोर की प्रजातियों के बारे में विस्तार से जान सकेंगे। इस फेस्टिवल के लिए चेन्नई और उसके आसपास के स्कूलों के बच्चों को शुक्रवार और सोमवार को मुफ्त में प्रवेश मिलेगा।

चेन्नई में सबसे ज्यादा घूमने वाली जगह

आपको बता दें कि चेन्नई दक्षिण भारत के प्रमुख पर्यटन आकर्षणों में से एक है। चेन्नई अपनी ऊंची-ऊंची इमारतों के लिए भी प्रसिद्ध है और यहां के मंदिरों और चर्चों में भी पर्यटकों की काफी भीड़ देखने को मिलती है। अगर आप डायनासोर फेस्टिवल देखने के लिए चेन्नई जाने का मन बना रहे है तो हम आपको कुछ और खूबसूरत जगहों के बारे में बताने जा रहे है जहां, आप बच्चों के साथ घूम सकते है...

चेन्नई में मरीना बीच

चेन्नई में आप मशहूर मरीना बीच घूमने के लिए जा सकते हैं। चेन्नई में बंगाल की खाड़ी के तट के साथ जुड़ा ये समुद्र तट, भारत का सबसे लंबा समुद्र तट है और दुनिया के सबसे लंबे समुद्र तटों में भी आता है। अगर आपको समुद्र तट की खूबसूरती को और अच्छे से देखना है, तो आपको यहां शाम में सूर्यास्त के समय आना चाहिए। यहां के स्टाल्स से आप आर्टिफिशियल आभूषण, शैल स्मृति चिन्ह जैसे ट्रिंकेट की खरीददारी कर सकते हैं। यहां आप अपने दोस्तों के साथ वॉलीबॉल, रेत का घर आदि एक्टिविटी का भी आनंद उठा सकते हैं।

मायलापुर, चेन्नई

चेन्नई घूमने जा रहे है तो आपको मायलापुर जरुर जाना चाहिए। मायलापुर को चेन्नई का सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है, जिसका इतिहास 1500 साल पुराना है। इस जगह में आपको हजारों मंदिर, चर्च और मस्जिद देखने को मिल जाएंगे। इस जगह पर सैन थॉमस बेसिलिका और आदि केशव पेरुमल मंदिर का अपना प्रमुख स्थान है। सबसे पुराने आवासीय क्षेत्र के रूप में जाना जाने वाला यह स्थान ऐतिहासिक रूप से वेदपुरी के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा मायलापुर अपने स्वादिष्ट भोजन के लिए भी जाना जाता है।

अष्टलक्ष्मी मंदिर, चेन्नई

बेसेंट बीच से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है अष्टलक्ष्मी मंदिर, जिसे धन और ज्ञान की देवी लक्ष्मी के निवास के रूप में जाना जाता है। देवी लक्ष्मी के आठ अवतारों की पूजा करने के लिए निर्मित, इस मंदिर का दिव्य वातावरण आपको सुकून का अनुभव कराएगा। इनके अलावा यहां दशावतार, गणेश और गुरुवायूरप्पन की मूर्तियां भी देखी जा सकती हैं। वास्तुकला की भव्यता इसके 'ओम' आकार के डिजाइन में निहित है, जो इसे चेन्नई में घूमने के लिए सबसे आकर्षक स्थानों में से एक बनाती है।

चेन्नई में कोली हिल्स

कोल्ली हिल्स या कोल्ली मलाई तमिलनाडु के नमक्कल जिले में 4265 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक पर्वत श्रृंखला है, जिसे 'माउंटेन ऑफ डेथ' के नाम से भी जाना जाता है। यह सुरम्य पर्वत श्रृंखला, पूर्वी घाट में स्थित है, जो वीकेंड में घूमने के लिए एकदम परफेक्ट जगह है। पहाड़ न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं बल्कि भगवान शिव को समर्पित अरप्पलेश्वर मंदिर के कारण धार्मिक महत्व भी रखते हैं। चोटी तक सड़क मार्ग से भी पहुंचा जा सकता है और इसकी ओर जाने वाली सड़कें काफी घुमावदार हैं।

चेन्नई में विवेकानंद हाउस

विवेकानंद हाउस, जिसे आइस हाउस के नाम से भी जाना जाता है, स्वामी विवेकानंद के प्रशंसकों और अनुयायियों के लिए एक तीर्थस्थल है। बता दें कि, इस घर में स्वामी विवेकानंद 1900 में छह सप्ताह के लिए रुके थे। यहां आप विवेकानंद की गैलेरी, ध्यान कक्ष और विवेकानंद पार्क देख सकते हैं। यह स्थान चेन्नई में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है क्योंकि स्वामी विवेकानंद ने पश्चिम से लौटने के बाद इस स्थान पर कुछ दिन बिताए थे। यहां पर्यटक रसोई में टहल सकते हैं, जहां वे अपना खाना पकाया करते थे।

चेन्नई का वल्लुवर कोट्टम

संत तिरुवल्लुवर को सबसे महान तमिल विद्वानों में से एक माना जाता है। वल्लुवर कोट्टम उनके सम्मान में बनाया गया एक जटिल रूप से डिजाइन किया गया रथ है। 3000 पत्थर के ब्लॉकों से बना यह स्मारक एक रथ के आकार का है। वल्लुवर कोट्टम की भव्यता का सबसे अच्छा अनुभव सुबह-सुबह या सूरज ढलने पर ही किया जा सकता है। अंदर का ऑडिटोरियम एशिया में सबसे बड़ा माना जाता है।

चेन्नई में एमजी फिल्म सिटी

चेन्नई के तारामणि में 70 एकड़ में फैला एमजीआर फिल्म सिटी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो कई दक्षिण भारतीय फिल्म निर्देशकों के लिए खास जगह रही है। इस फिल्म सिटी की स्थापना वर्ष 1994 में की गई थी जिसे तमिलनाडु सरकार द्वारा मैनेज किया जाता है। इसे एमजी रामचंद्रन की याद में बनाया गया था जो न केवल प्रसिद्ध तमिल एक्टर थे बल्कि तमिलनाडु के सीएम भी थे। फिल्म सिटी में एक फिल्म स्कूल, इनडोर और आउटडोर शूटिंग स्थान, गांव और शहरी क्षेत्रों की प्रतिकृतियां, मंदिर, चर्च, मस्जिद, डाकघर, पुलिस स्टेशन, जेल भी है। साथ ही यहां कई उद्यान भी हैं।