सर्दियों का मौसम घूमने के लिहाज से बेहतरीन माना जाता हैं। सभी इन दिनों में किसी ऐसी जगह को एक्स्प्लोर करना पसंद करते हैं जो शांति-सुकून के साथ खूबसूरत नजारे पेश करें। सभी अपने मन-मुताबिक पसंदीदा जगहों पर घूमने जाने की प्लानिंग करते हैं। कई लोग देश के ग्रामीण इलाकों में भी घूमने जाना पसंद करते हैं। शहरों से दूर कई गांव ऐसे हैं, जिन्हें पर्यटकों के लिए विकसित किया गया है। अगर इन सर्दियों की छुट्टियों में आप गांवों को एक्स्प्लोर करना चाहते हैं तो हम आपको कुछ हेरिटेज विलेज के बारे में बताने जा रहे हैं। आप यहां की पुरानी परंपराओं, संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव कर सकते हैं। आइये जानते हैं इन लोकप्रिय हेरिटेज विलेज के बारे में...
परागपुर गांव, हिमाचल प्रदेशपरागपुर गांव को भारत का पहला हेरिटेज गांव माना जाता है। इस गांव की स्थापना जसवां शाही परिवार की राजकुमारी प्राग देई ने 16वीं शाताब्दी में की थी, जो कांगड़ा जिले का शाही माना जाता है। यहां की खूबसूरती देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। ये गांव आज भी अपनी पुरानी विरासत समेटे हुए हैं। यहां की वास्तुकला देखने के बाद आप भी इस गांव के दीवाने हो जाएंगे। यहां आज भी पुरानी विरासत की दिखाती दुकान, पत्थर की सड़क और यहां के किले जैसे घर देखने को मिलते हैं, जो इस गांव के मुख्य आकर्षण है।
गरली, हिमाचल प्रदेशगरली, प्रागपुर से ज्यादा दूर स्थित नहीं है। इस गांव की खासियत है इसका फ्यूजन वास्तुकला। गरली में खूबसूरत हवेलियां कभी धनी व्यापारियों के घर हुआ करती थीं। यहां की वास्तुकला में यूरोपीय प्रभाव भी दिखाई देता है। यहां का शैटो प्रसिद्ध हेरिटेज होटलों में से एक है।
खासी गांव, मेघायलमावफलांग स्थित खासी हेरिटेज विलेज में देश-विदेश से लोग आते हैं। यह मावफलांग पवित्र वन के ठीक सामने स्थित है और मेघालय की राजधानी शिलांग से सिर्फ 25 किमी दूर है। यह गांव मेघालय की प्रमुख जनजातियों में से एक खासी लोगों की पारंपरिक जीवन शैली को दिखाने के लिए बनाया गया था।
किसामा, नागालैंड किसामा हैरिटेज विलेज पोपुकार हॉर्नबिल महोत्सव का स्थल है। यह नागालैंड की राजधानी कोहिमा शहर से सिर्फ 12 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां पर आप नागालैंड का पांरपरिक नागा गांव देख सकते हैं। साथ ही नागालैंड की संस्कृति के बारे में विस्तार से जान सकते हैं।
रीक, मिजोरम चारों तरफ हरे-भरे पहाड़ियों से घिरा मिजोरम का रीक गांव बेहद सुंदर व आकर्षक है। इस गांव से बांग्लादेश की जमीन का आराम से देखा जा सकता है। रीक गांव मिजो आदिवासी समुदाय का गण माना जाता है, जो अपनी संस्कृति और विरासत के लिए जाना जाता है। इस आदिवासी गांव में सभी के घर भी अच्छे से बने हुए है, जिसमें राज्य सरकार ने काफी मदद की है। आदिवासी समुदाय को देखने व समझने के लिए ये गांव बिल्कुल परफेक्ट डेस्टिनेशन है।