घूमने-फिरने के लिए लोग ऐसी जगह की तलाश में रहते हैं जहां परिवार के साथ जाया जा सकें और सभी को ख़ुशी मिल सकें। ऐसे में वन्यजीव अभ्यारण्य और नेशनल पार्क लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं जहां जाकर बच्चे हो या बूढ़े सभी खुश हो जाते हैं। आजकल इन अभ्यारण्य में जंगल सफारी का आनंद लिया जाता हैं। अब जरा सोचिए कि इसका आनंद हाथी पर बैठकर लिया जाएं तो कैसा अद्भुद अहसास होगा। ये एक ऐसा अनुभव है जिसे हर व्यक्ति को जीवन में एक बार जरूर लेना चाहिए। आज इस कड़ी में हम आपको देश के कुछ ऐसे अभ्यारण्य के बारे में बताने जा रहे हैं जहां वाइल्ड लाइफ लवर्स करीब से जंगल और जंगली जानवरों को देखने के लिए एलीफेंट सफारी की सहायता ले सकते हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...
कार्बेट नेशनल पार्कजिम कार्बेट नेशनल पार्क भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय पार्क है। उत्तराखंड में स्थित यह राष्ट्रीय उद्यान खासतौर से बाघों के लिए जाना जाता है लेकिन यहां हाथी भी काफी संख्या में देखने को मिल जाते हैं। दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं। हाथियों को देखना है तो आप शाम के समय इस जंगल सफारी की सैर पर निकलें। यहां कुछ अनुभवी गाइड भी रहते हैं जो आपको जानवरों की आदतों और उनकी दिनचर्या के बारे में सटीक जानकारी दे सकते हैं।
काजीरंगा नेशनल पार्ककाजीरंगा नेशनल पार्क के बारे में हम सभी ने सुना है। ये जगह सींग वाले गेंडो के लिए मशहूर है। इइस अभ्यारण्य में दो तिहाई इन्हीं की प्रजाति पाई जाती है। लेकिन काजीरंगा हाथियों और हाथी की सफारी के लिए भी मशहूर है। सफारी सुबह जल्दी शुरु हो जाती है और आप इस सफार का मज़ा आधे घंटे तक ले सकते हैं। काजीरंगा में वाइल्डलाइफ और बायो डाइवर्सिटी की विस्तृत श्रृंखला देखने को मिलती है। यहां पर भारतीय हाथी, गेंडा देख सकते हैं और एलीफैंट सफारी का भी मज़ा ले सकते हैं।
कान्हा नेशनल पार्कमध्यप्रदेश में स्थित कान्हा नेशनल पार्क भी हाथियों के लिए जाना जाता है जहां आप एलीफैंट सफारी का आनंद ले सकते हैं। बाघ के अलावा इस पार्क में हाथियों की संख्या काफी ज्यादा है। कान्हा में ऐसे अनेक दुर्लभ प्रजाति के जीव जन्तु मिल जाएंगे। पार्क के पूर्व कोने में पाए जाने वाला भेड़िया, चिन्कारा, भारतीय पेंगोलिन, समतल मैदानों में रहने वाला भारतीय ऊदबिलाव और भारत में पाई जाने वाली लघु बिल्ली जैसी दुर्लभ पशुओं की प्रजातियों को यहां देखा जा सकता है
बांधवगढ़ नेशनल पार्कहाथी पर सवार होकर जंगल सफारी का आनंद उठाने के लिए आप मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ नेशनल पार्क की सैर करने का प्लान बना सकते हैं। बांधवगढ़ में जीप में सवार होकर आप जंगल में टहलते हुए जानवरों को भी देख सकते हैं जबकि यहां एलीफेंट सफारी का मजा दोगुना हो जाता है।
बांदीपुर नेशनल पार्कबांदीपुर नेशनल पार्क को 1974 में बनाया गया था और ये कर्नाटक के सबसे खूबसूरत राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। बाघ, तेंदुआ, भारतीय हाथी और ग्रे लंगूर आदि यहां देख सकते हैं। एलीफैंट सफारी पर इन पशुओं के साथ-साथ रेड हैडे वल्चर्स, किंगफिशर्स, हूपोस आदि देखने को मिलेंगें। बैगलोर से बांदीपुर 240 किमी दूर है।
पेरियार नेशनल पार्ककेरल का पेरियार नेशनल पार्क टाइगर और हाथी दोनों के संरक्षण के लिए खास है। इस जगह आपको ये दो जानवर जरूर ही देखने को मिलेंगें। ये अभ्यारण्य पश्चिमी घाटों की दो पहाडियों पर स्थित है। एलीफैंट सफारी पर कई खूबसूरत पक्षी जैसे नीलगिरि वुड कबूतर, ब्लू विंग्ड पैराकीट्स, नीलगिरि फ्लाईकैचर्स आदि देख सकते हैं।
पेंच नेशनल पार्कसतपुड़ा की पहाड़ियों के दक्षिणी भाग में स्थित पेंच नेशनल पार्क अनेक दुर्लभ जीवों की मौजूदगी के कारण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह पार्क मध्य प्रदेश की दक्षिणी सीमा में महाराष्ट्र के पास स्थित है। यहां आकर हाथी पर बैठकर जंगल की सफारी का अनुभव बेहद खास होता है।
डिब्रू सैखोवा नेशनल पार्कअसम के डिब्रूगढ़ में स्थित सैखोवा नेशनल पार्क मुख्य रूप से सफेद पंखों वाले देवहंस के संरक्षण के लिए बनाया गया था। बाद में यह राष्ट्रीय उद्यान जंगली घोड़ों और चमकदार सफेद पंखों वाली बतख के रूप में प्रसिद्ध हो गया। यहां पक्षियों की करीब 350 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। हाथी पर सवार होकर जंगल के सुंदर दृश्य देखना अपनेआप में रोचक अनुभव हैं।
मानस नेशनल पार्कअसम के गुवाहाटी में स्थित मानस नेशनल पार्क में दुर्लभ से दुर्लभ वन्य जीव पाए जाते हैं यह नेशनल पार्क विश्व धरोहरों में शामिल है। इन दुर्लभ जीवों को देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं और आप भी यहां हाथी पर सवार होकर जंगल सफारी का आनंद उठा सकते हैं।