भारत की राष्ट्रीय जलीय पशु है डॉल्फिन, देश के इन हिस्सों में देखें उन्हें करीब से

इंटरनेट के इस जमाने में आपने अठखेलियां करते हुए डॉल्फिन के कई वीडियो देखें होंगे, लेकिन क्या आपने कभी अपने सामने असल जिंदगी में डॉल्फिन को देखा हैं। भारत को डॉल्फिन का घर भी कहा जाता है। नदियों की डॉल्फिन भारत की राष्ट्रीय जलीय पशु है। अठखेलियां करती हुई डॉल्फिन को अपने सामने देखना यकीनन बेहद ही खूबसूरत नजारा होता है। आप इसका आनंद लेना चाहते हैं, भारत के कुछ तटीय क्षेत्रों का रूख कर सकते हैं जहां समुद्री डॉल्फिन्स पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती हैं। डॉल्फिन्स को देखना एक उत्साहवर्द्धक क्रिया है और यह भारत में काफ़ी लोकप्रिय भी है। आज हम आपको उन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप डॉल्फिन देख सकते हैं।

गोवा

गोवा की गिनती इंडिया के बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन में होती है। यह बीच हॉलिडे एन्जॉय करने के लिए एक बेहतरीन जगह है। जहां पर आप ना केवल बेहतरीन नाइट लाइफ, शॉपिंग या खाने का ही आनंद नहीं उठा सकती हैं, बल्कि यहां पर खूबसूरत डॉल्फिन को भी देखा जा सकता है। गोवा में डॉल्फ़िन देखना सुबह के समय आदर्श है। आप पालोलेम बीच, कोको बीच, कैवेलोसिम बीच, सिंक्वेरिम बीच, मोरजिम बीच, आदि पर डॉल्फिन देख सकती हैं।

महाराष्ट्र

आपको शायद जानकर हैरानी हो, लेकिन आप महाराष्ट्र में भी डॉल्फिन को आसानी से देख सकते हैं। एक तटीय राज्य होने के नाते, महाराष्ट्र में कई सुंदर समुद्र तट हैं जहां आप डॉल्फ़िन देख सकते हैं। मुंबई से लगभग 227 किमी दक्षिण में, महाराष्ट्र में डॉल्फ़िन देखने के लिए दापोली सबसे अच्छा स्थान माना जाता है। महाराष्ट्र के सबसे शांत बीचों में शामिल तारकरली बीच भी डॉल्फिन्स को देखने के लिहाज से अच्छा विकल्प है। यहां पाई जाने वाली डॉल्फिन्स की संख्या अधिक है। अधिकांशत: सूर्योदय के समय यहां के स्थानीय मछुआरे लोगों को स्पेशल डॉलफिन टूर करवाते हैं।

अंडमान निकोबार

अंडमान निकोबार द्वीप में स्थित नॉर्थ बटन आइलैंड नेशनल पार्क एक अज्ञात गन्तव्य स्थल है। यह बीच कई सारे समुद्री जीवों की जातियों के लिए और अपनी अनोखी विशेषता की वजह से एक यूनिक जगह है जहाँ की यात्रा आपकी सबसे सफल यात्रा होगी। नॉर्थ बटन आइलैंड नेशनल पार्क मुख्यतः डॉल्फिनों और डुगोंग के लिए प्रसिद्द है।

लक्षद्वीप

हो सकता है कि आप लक्षद्वीप को सिर्फ एक कोस्टल डेस्टिनेशन समझती हों, जहां पर आप बीच और कुछ वाटर स्पोर्ट्स का आनंद उठा सकती हैं। लेकिन अगर आप डॉल्फिन देखने की इच्छा रखते हैं तो ऐसे में लक्षद्वीप जाना आपके लिए अच्छा विचार हो सकता है। इसके लिए आपको बस इतना करना है कि समुद्र में तैरें और इन डॉल्फिन को अपने बेहद ही करीब पाएं। लक्षद्वीप में डॉल्फ़िन देखने के लिए अगत्ती आइसलैंड, कदमत आइसलैंड और बंगाराम आइसलैंड को सबसे अच्छा माना जाता है।

बिहार

गंगा नदी बिहार में सुल्तानगंज से कहलगाँव तक 50 किलोमीटर की विस्तार में बहती है। इस क्षेत्र में गंगा नदी में पायी जाने वाली डॉल्फिनों की वजह से भागलपुर में विक्रमशिला डॉलफिन गंगा अभ्यारण्य को स्थापित किया गया। दिलचस्प बात यह है कि पूरे एशिया में यही इकलौता गंगा नदी के डॉल्फिनों के लिए संरक्षित क्षेत्र है। तो अक्टूबर से जून के महीने में निकल पड़िये इस डॉलफिन अभ्यारण्य के मज़े लेने के लिए और इन खुशनुमा सूँस (डॉल्फिन का स्थानीय नाम) को देख इनकी ख़ुशी में शामिल होइए।

ओडिशा

ओडिशा की चिल्का लेक सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में फेमस है। यही वह स्थान है, जो कई डॉल्फ़िन का घर है। चिल्का लेक मुख्य रूप से कई प्रवासी पक्षियों के साथ-साथ जानवरों और पौधों की विभिन्न लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए एक घर के रूप में काम करती है। यह पूरा स्थान बर्ड वॉचिंग के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसका एक छोटा सा हिस्सा, जिसे सतपदा कहा जाता है, डॉल्फिन देखने के लिए प्रसिद्ध है। यह साइट आपको प्रसिद्ध इरावदी डॉल्फ़िन देखने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करती है। डॉल्फिन सफारी यहां का एक प्रमुख आकर्षण केंद्र है।