हर साल दिसंबर महीने की 25 तारीख को दुनियाभर के देशों में क्रिसमस का फेस्टिवल मनाया जाता हैं। इसाई धर्म का यह त्यौहार दुनिया के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है जिसे लोग बहुत धूमधाम के साथ सेलिब्रेट करते हैं। इस खास मौके की तैयारी महीने भर पहले से हो जाती हैं और कई देशों में तो क्रिसमस की महीने भर की छुट्टियां भी होती हैं। भारत के साथ ही अमेरिका, यूरोप जैसे कई देश हैं जहां क्रिसमस डे धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लेकिन वहीँ दुनिया के कुछ ऐसे देश भी हैं जहां क्रिसमस का फेस्टिवल नहीं मनाया जाता हैं। आज हम आपको ऐसे ही देशों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इन देशों के बारे में...
लीबिया अफ़्रीकी महाद्वीप में मौजूद लीबिया एक ऐसा देश है जिसके बारे में कहा जाता है कि क्रिसमस डे आज से नहीं बल्कि सालों-साल से नहीं मनाया रहा है। ऐसा माना जाता है कि क्रिसमस डे के मौके पर यहां लोग स्थानीय त्यौहार को सेलिब्रेट करते हैं।
पाकिस्तानपाकिस्तान भी एक मुस्लिम देश है। इस देश का जन्म ही धार्मिक आधार पर हुआ था। यहां अल्पसंख्यकों खासकर हिंदुओं और ईसाइयों पर होने वाले जुल्म और सितम का सिलसिला थमा नहीं है। यहां क्रिसमस डे आज से नहीं, बल्कि कई सालों से नहीं मनाया जा रहा है। अगर कभी ईसाई आबादी अपनी खुशी जाहिर करने के लिए क्रिसमस मनाना भी चाहे, तो उनके लिए बड़ा खतरा पैदा हो जाता है।
ईरानवैसे तो मध्य पूर्व ऐसे कई देश है जहां क्रिसमस डे नहीं मनाया है, लेकिन कहा जाता है कि ईरान एक ऐसा देश है जहां क्रिसमस मनाया पूरी तरीके से प्रतिबंधित है। यहां धार्मिक भावना के चलते भी कई लोग क्रिसमस डे नहीं मानते हैं।
चीनचीन में क्रिसमस पर वर्किंग डे होता है। यहां इस दिन सभी स्कूल, ऑफिस, दुकानें खुली रहती हैं और क्रिसमस पर एक दिन की भी छुट्टी लोगों को नहीं मिलती। बता दें कि चीन किसी भी धर्म को नहीं मानता़, इसलिए यहां पर भी क्रिसमस डे का सेलिब्रेशन कम से कम किसी त्योहार की तरह तो नहीं होता है।
उज़्बेकिस्तान देश का लगभग 10% हिस्सा ईसाई है। इसके बावजूद यहां के लोग क्रिसमस नहीं मनाते। इसके बजाय, यहां नए साल का जश्न मनाया जाता है। उज़्बेकिस्तान के नए साल का जश्न क्रिसमस के उत्सव के समान है, जहां पेड़ों और उपहारों का आदान प्रदान किया जाता है।