महाराष्ट्र की ये 7 जगहें देगी आपको रोमांच का तड़का, यहां लें खूबसूरत नजारों का मजा

कई लोग होते हैं जिन्हें खूबसूरत नजारों के साथ रोमांच का मजा लेने की चाहत होती हैं और इसके लिए वे ऐसी ही जगहों का चुनाव करते हैं जो एडवेंचर से भरपूर हो और रोमांच का तड़का लगाए। ऐसे में आज हम आपके लिए महाराष्ट्र की कुछ ऐसी ही जगहों की जानकारी लेकर आए हैं जहां आप ट्रैकिंग कर सकते हैं और घूमने का आनद ले सकते हैं। प्रकृति के नजदीक ये जगहें मन को सुकून दिलाती हैं। तो आइये जानते हैं महाराष्ट्र की इन रोमांचक जगहों के बारे में।

राजमाची किला

जो लोग ट्रैकिंग के लिए नए-नए हैं उनके लिए भारत में कई ट्रैकिंग स्थल मौजूद हैं, और महाराष्ट्र भी उनमें से एक है। राजमाची लोनावाला से लगभग 15 किमी की दूरी पर स्थित है। इस ट्रैक की औसत अवधि एक दिन है और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3000 फीट है। इस ट्रैक की दूरी 14 किमी है और बेस कैंप उधेवाड़ी है। इस ट्रैक के दौरान घाटी का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है, साथ ही श्रीवर्धन और मनरंजन किलों पर भी आप एक नजर डाल सकते हैं। सबसे अच्छी साइट राजमाची किला है, जो शिवाजी द्वारा 17 वीं शताब्दी की संरचना है। ट्रैकिंग करते हुए आप झरने, मंदिरों और प्राचीन बौद्ध गुफाओं के साथ दोनों तरफ घने जंगलों से होते हुए गुजरते हैं। यहां ट्रैकिंग का सबसे अच्छा समय जून से सितंबर के बीच है।

कैमल घाटी

आप कैमल घाटी की भी सैर कर सकते हैं। ये घाटी भात्सा नदी के पास स्थित है, जिसका आकार एक ऊंट की तरह है। इसीलिए इस घाटी का नाम कैमल घाटी पड़ा। पर्यटन के लिहाज से ये एक बेहद ही खूबसूरत जगहों में से एक है। इस घाटी में एक जलप्रपात भी है, जिसका नजारा देखने लायक है। ये 1000 फीट की ऊंचाई से गिरता है। काफी दूर खड़े होकर भी इस झरने की आवाज सुनी जा सकती है। इस वाटरफॉल को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा सा लग जाता है। इगतपुरी आने के बाद आप इस वाटरफॉल को देखना न भूलें।

रायगढ़ किला

रायगढ़ ज़िले के महाड में पहाड़ी पर स्थित यह किला महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। रायगढ़ किला समुद्र की सतह से क़रीब 2700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसे छत्रपति शिवाजी महाराज ने बनवाया था और सन 1674 में इसे अपनी राजधानी घोषित किया था। ठंड के मौसम में यहां ट्रैकिंग का मज़ा दोगुना हो जाता है। हालांकि इस किले तक ट्रैकिंग और रोपवे के ज़रिए आसानी से पहुंचा जा सकता है।

हरिहर किला

कसारा से 60 किलोमीटर दूर नासिक ज़िले में एक पहाड़ की चोटी पर स्थित हरिहर किला 170 मीटर की ऊंचाई पर बना है। इसे हर्षगढ़ किले के नाम से भी जाना जाता है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस किले की चढ़ाई 90 डिग्री सीधी है, जो ख़तरनाक होने के साथ-साथ रोमांचक भी है। इस ख़तरनाक और रोमांचकारी रास्ते को पार करने में 2 दिन का समय लगता है, लेकिन इसकी चढ़ाई करना हर किसी के बस की बात नहीं है, क्योंकि चढ़ाई के दौरान हर वक़्त सासें हलक में अटकी रहती हैं।

त्रिंगलवाडी किला

सह्याद्री हिल्स के साथ ही खड़ा है त्रिंगलवाडी का किला जो इगतपुरी के आकर्षण का मुख्य केंद्र है। ये एक खूबसूरत किला है जो अपने अद्भुत वास्तुकला के लिए जाना जाता है। ये किला बहुत ही ऊंचाई पर स्थित है इसलिए यहां से आस-पास का सारा नजारा आप आसानी से देख सकते हैं। यहां के नजारे बेहद सुंदर हैं। इसके अलावा ये किला ट्रैकर्स को भी अपनी तरफ आकर्षित करता है। इसी के पास कुलांग और कलसुबाई पहाड़ी है जो लोगों को अपनी तरफ खींचती है। इस किले पर भगवान् हनुमान का एक मंदिर भी है, जहां आप उनके दर्शन कर सकते हैं।

कलसुबाई शिखर

इगतपुरी तालुका में सहयाद्री पर्वत श्रृंखला पर समुद्र सतह से 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित कलसुबाई में बारिश के मौसम में ट्रैकिंग का बहुत आनंद आता है। इस मौसम में हरी-भरी वादियां, ठंडी-ठंडी हवाएं, गरजते हुए बादल और झरने इसकी ख़बसूरती में चार चांद लगाते हैं। यहां पर ट्रैकिंग करना एडवेंचर से भरपूर है और जून से सितंबर के बीच का समय यहां ट्रैकिंग करने के लिए बेस्ट माना जाता है।

कोरीगढ़ किला

पुणे ज़िले के लोनावला से क़रीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोरीगढ़ किला ट्रैकिंग के लिए काफ़ी मशहूर है। हालांकि दो रास्तों के ज़रिए इस किले की चोटी तक पहुंचा जा सकता है। इसकी चोटी पर कोराई देवी, भगवान शिव और विष्णु के मंदिर स्थित हैं। समुद्र सतह से 3,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस स्थल की चढ़ाई आसान होने के साथ-साथ रोमांचक भी है। इस स्थल की ख़ासियत यह है कि यहां आप किसी भी मौसम में ट्रैकिंग के लिए जा सकते हैं।