ट्रैकिंग के शौकीन लोगों के लिए एडवेंचर से भरपूर है ये जगह

भारत अपनी भोगोलिक विशेषताओ के लिए जाना जाता है। देखा जाये तो भारत में कुदरती खूबसूरती के अलावा कई और ऐसी जगह है जो एडवेंचर से भरपूर है। जहाँ एडवेंचर के शौकीन बार बार जाना पसंद करते है। ट्रैकिंग शौकीन लोग किसी भी मौसम में आनन्द उठाने का मौका ढूढ़ ही लेते है। अगर आप भी ट्रैकिंग का मज़ा लेना चाहते है तो आज हम आपको ले चलते है महाराष्ट्र के ट्रैकिंग स्थलों में जहाँ आप इनका भरपूर मज़ा ले सकते है, तो आइये जानते है इस बारे में.....

* राजमाची किला

लोनावला से क़रीब 15 किलोमीटर दूर स्थित राजमाची किला भारत के मशहूर ट्रैकिंग स्थलों में से एक है। समुद्र सतह से 2,710 फीट की ऊंचाई पर मौजूद इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। अगर आप पहली बार ट्रैकिंग के लिए जा रहे हैं तो राजमाची किला एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि यहां ट्रैकिंग करने में आपको ज़्यादा समय नहीं लगेगा और इस किले के टॉप पर पहुंचने के लिए सिर्फ़ 40 मिनट ही लगते हैं।

* रायगढ़ किला

रायगढ़ ज़िले के महाड में पहाड़ी पर स्थित यह किला महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। रायगढ़ किला समुद्र की सतह से क़रीब 2700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसे छत्रपति शिवाजी महाराज ने बनवाया था और सन 1674 में इसे अपनी राजधानी घोषित किया था। ठंड के मौसम में यहां ट्रैकिंग का मज़ा दोगुना हो जाता है। हालांकि इस किले तक ट्रैकिंग और रोपवे के ज़रिए आसानी से पहुंचा जा सकता है।

* हरिहर किला

कसारा से 60 किलोमीटर दूर नासिक ज़िले में एक पहाड़ की चोटी पर स्थित हरिहर किला 170 मीटर की ऊंचाई पर बना है। इसे हर्षगढ़ किले के नाम से भी जाना जाता है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस किले की चढ़ाई 90 डिग्री सीधी है, जो ख़तरनाक होने के साथ-साथ रोमांचक भी है। इस ख़तरनाक और रोमांचकारी रास्ते को पार करने में 2 दिन का समय लगता है, लेकिन इसकी चढ़ाई करना हर किसी के बस की बात नहीं है, क्योंकि चढ़ाई के दौरान हर वक़्त सासें हलक में अटकी रहती हैं।

* कलसुबाई शिखर
इगतपुरी तालुका में सहयाद्री पर्वत श्रृंखला पर समुद्र सतह से 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित कलसुबाई में बारिश के मौसम में ट्रैकिंग का बहुत आनंद आता है। इस मौसम में हरी-भरी वादियां, ठंडी-ठंडी हवाएं, गरजते हुए बादल और झरने इसकी ख़बसूरती में चार चांद लगाते हैं।