ताजमहल से जुड़े कुछ ग़ज़ब के रोचक तथ्य जो कम ही लोग जानतें होंगे

आज हम बात करने जा रहे हैं भारत की शान जो कि दुनिया के अजूबों में शामिल हैं। जी, हाँ सही पहचाना आपने हम बात कर रहें हैं एक इमारत जिसे प्यार की निशानी भी कहा जाता हैं 'ताजमहल' की। यह इमारत मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपने बेगम मुमताज के लिए बनवाया था। जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते है। आज हम आपको इससे जुड़े विचित्र तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जो शायद उन लोगों को भी पता नहीं होगा जो वहां जाते हैं।

* हिंदुओ के अनुसार ताजमहल एक शिव मंदिर है जिसका असली नाम है "तेजोमहालय"। क्योकिं किसी भी मुस्लिम देश में ऐसी कोई इमारत नही है जिसके नाम में महल आए। ‘महल’ मुस्लिम शब्द नही हैं। ऐसी ही और भी कई बातें हैं।

* शाहजहां की पत्नी मुमताज की मृत्यु 14 वे बच्चे को जन्म देते हुए हुई थी।

* ताजमहल का रंग दिन में सफेद शाम को सुनहरा और सुबह गुलाबी दिखाई देता है ताजमहल अलग अलग रंगों में हर बार प्रतीत होता है तो कुछ लोग यह भी मानते हैं कि रंगों के बदलते पैटर्न से एक महिला के विभिन्न मूड को दर्शाया गया है।

* ताजमहल के निर्माण के लिए 20000 कारीगरों की एक टीम ने काम किया था।

* ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है हम सोचते हैं कि यह दुनिया की सबसे सुंदर इमारत है लेकिन इस में भी एक कमी है ताजमहल के मुख्य होल की छत मैं एक छेद है जो शहाजहां की एक उत्कृष्ट रचना बनाने का सपना तोड़ने का काम करता है।

* बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ताजमहल पर मुल्तानी मिट्टी का लैप चढ़ाया गया है ताकि इसकी सुन्दरता पर कोई असर न पढ़े।

* ताजमहल का मुख्य गुंबद 60 फीट ऊँचा और 80 फीट चौड़ा है।

* आपको शायद अजीब लगे, ताज़महल लकड़ियों पर खड़ा हुआ है। ये ऐसी लकड़ी है जिसे मजबूत रहने के लिए नमी की जरूरत होती है जो यमुना नदी से मिलती रहती हैं।

* ताजमहल को बनाने के लिए 8 देशों से सामग्री लाई गई थी।

* ताजमहल के सभी फव्वारें एक साथ काम करते है क्योकिं सभी फव्वारों के नीचे एक तांबे का टैंक है। ये सभी टैंक एक साथ भरते है और दबाव बनने पर एक साथ पानी छोड़ते हैं।