दीव शहर में दिखाई देती हैं डच संस्कृति की झलक, शांतिप्रिय लोगों के लिए बेहतरीन जगह

भारत के केन्द्र शासित प्रदेशों में से एक दीव गुजरात से लगता हुआ एक शहर है। दमन और दीव मिलाकर केन्द्र शासित प्रदेश बनाते हैं। दीव हवाई जहाज से पहुंचा जा सकता है तथा यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन गुजरात का वापी है। पुर्तगालियों के अधीन रहने के कारण यहां आज भी डच संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। दीव बहुत ही साफ सुथरा और शांतिप्रिय जगह है। आप यहां अपनी मनपसंद बाइक किराये पर लेकर भी इस शहर को घूम सकते हैं। जानते हैं दीव में घूमने लायक कुछ जगहों के बारे में।

दीव का किला

यह किला संभवतया एशिया में पुर्तगाली वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है।यह किला लगभग 1541 में बना। किले के पास ही लाईटहाउस है जिसकी रोशनी लगभग पैंतीस किलोमीटर तक जाती है।

सैंट पॉल्स चर्च

यह चर्च लगभग दो सौ साल पुराना है। पुर्तगाली शैली में बने इस चर्च में एक संग्रहालय भी है। आप यहां बैठकर सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं।

गंगेश्वर मंदिर

शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित यह मंदिर अरब सागर के किनारे बना हुआ है।यहां समुद्र की लहरें प्राकृतिक रूप से शिवलिंग तक पहुँचती रहती हैं।
नागोआ बीच

दीव से सात किलोमीटर पश्चिम में स्थित यह बीच यहां का सबसे प्रसिद्ध बीच है। दीव से यहां तक पहुंचने के लिए आपको कई साधन मिल जायेंगे।यहां की नाइटलाइफ भी देखने लायक है।
नगर सेठ की हवेली

दीव शहर बहुत ही साफ सुथरा और व्यवस्थित है।यहां पुर्तगाली शैली से बने हुए कई महल हैं जिनमें पंचवटी में स्थित नगर सेठ की हवेली बहुत ही प्रसिद्ध है। इस हवेली की दीवारों पर कलात्मक कारीगरी देखते ही बनती है।शहर के बीचों बीच इस हवेली को देखना न भूलें।