काम के लिए जा रहे हैं हैदराबाद, जरूर करें इन 6 जगहों की सैर

जब भी कभी दक्षिण भारत में घूमने की बात आती हैं तो कुछ जगहें ऐसी हैं जो अपनी अलग पहचान रखते हैं। इन्हीं में से एक हैं हैदराबाद जो अपने पर्यटन के लिए जाना जाता हैं। यहां का खानपान, लहजा, संस्कृति ऐसी हैं कि सभी को आकर्षित करती हैं। अगर आप एक दिन काम के लिए भी हैदराबाद जा रहे हैं तो यहां घूमने का प्लान जरूर बनाए। ये शहर असल में घूमने वाली जगह है और याद रखने वाली भी। आज इस कड़ी में हम आपको हैदराबाद की ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां एक दिन में घूमा जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं हैदराबाद की इन जगहों के बारे में...

एनटीआर गार्डेन्स

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एनटी रामा राव की याद में बनाया गया है। 36 एकड़ में फैला ये बगीचा अच्छा समय बिताने के लिए बेहतरीन जगह है। 40 करोड़ की लागत के साथ बना ये गार्डेन 2002 में बनवाया गया है। 150 प्रजाति के प्लांट भी देखने को मिलेंगे। बच्चों की मस्ती के साथ खाने-पीने के विकल्प भी आपको मिल जाएंगे। यहां आपको मिनी ट्रेन के मजे लेने का मौका भी मिलेग।

लुम्बिनी पार्क और हुसैन सागर झील

शहर के बीचोंबीच लुम्बिनी पार्क बना है। यहां पर लोग इसलिए भी आते हैं क्योंकि ये दूसरे जगहों जैसे नेकलेस रोड और बिरला मंदिर के पास ही है। खास बात ये है कि ये पार्क हुसैन सागर झील के पास ही बना है। इस पार्क और झील की खासियत बिलकुल पानी के बीच में बनाई बुद्ध जी की प्रतिमा भी है। जहां तक लोग बोटिंग करते हुए जाते ही हैं। इस पार्क को 19994 में बनवाया गया था।

स्नो वर्ल्ड

स्नो वर्ल्ड हैदराबाद का मशहूर एम्यूज्मेंट पार्क है। 2 एकड़ में बना ये पार्क बच्चों को खासतौर पर आकर्षित करता है। साल 2004 में खोला गया ये पार्क हुसैन सागर लेक के पास ही है। करीब 20 टन कृत्रिम बर्फ से बने स्नो वर्ल्ड में लगता है कि आप सच में पहाड़ों पर बर्फ के बीच आ गए हैं। यहां पर स्नो फॉल का मजा भी लिया जा सकता है क्योंकि सेशन खत्म होने के पहले 5 मिनट में ये फेसिलिटी भी दी जाती है।

रमोजी फिल्म सिटी

जी हां, रमोजी फिल्म सिटी सच में बहुत बड़ी है। ये इतनी बड़ी है कि इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। इसे फिल्म प्रोड्यूसर रमोजी राव ने 1996 में बनवाया था। ये एक फिल्म स्टूडिओज का संग्रह जैसा है। इसके कई हिस्सों को आपने फिल्मों में देखा भी होगा। यहां आप टूरिस्ट के तौर पर जाकर घूम भी सकते हैं। कुछ फीस के साथ ये अनोखा शहर घूमा जा सकता है। इस फिल्म सिटी को पसंद करने वाले असंख्य हैं। क्योंकि यहां हर साल आने वाले यात्रियों की संख्या 1.5 मिलियन तक भी हुई है। यहां घूमने के दौरान एम्यूजमेंट पार्क के मजे भी लिए जा सकते हैं। इतना ही नहीं इस जगह के अंदर ही आपको 6 होटल भी मिलेंगे। इस जगह पर आकर आप फिल्म बाहुबली के दोनों ही पार्ट के सेट देख सकते हैं। इन्हें आज भी सहेज कर यहां रखा गया है। ऐसे ही कई फिल्मी सेट यहां आपको मिल जाएंगे।

सालार जंग म्यूजियम

देश के तीन राष्ट्रीय म्यूजियम में से एक सालार जंग म्यूजियम हैदराबाद के दार-उल-शिफा में है। मूसी नदी के दक्षिणी किनारे पर बना ये म्यूजियम असल में सालार जंग परिवार का व्यक्तिगत कलेक्शन है। यहां पर सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि जापान, नेपाल, पर्शिया, इजिप्ट, नॉर्थ अमेरिका, बर्मा, चीन आदि देशों के आर्टिफेक्ट, स्कल्पचर, टेक्सटाइल और मेन्यूस्क्रिप्ट के साथ कई दूसरी चीजें भी हैं। ये दुनिया के सबसे बड़े म्यूजियमों में से भी एक है।

गोलकोंडा फोर्ट

इस किले को भले ही 14 वीं शताब्दी में बनवाया गया था लेकिन 1687 ई में इस पर औरंगजेब ने जीत दर्ज कर ली थी। ये किला ग्रेनाइट की पहाड़ी पर बना है। इसके चारों पर 3 मील लंबी दीवार है और 8 दरवाजे भी। इस किले के दक्षिण में मूसी नदी भी बहती है। ये उस प्रांत में बना है जो कभी हीरों के लिए जाना जाता था। प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा भी इसी सरजमीं से निकाला गया था। ऐसे ही कई और हीरे भी यहां से निकले हैं जिन्हें पूरी दुनिया में प्रसिद्धि मिली। इस एक किले के अंदर चार और किले भी हैं। इतना ही नहीं अंदर मस्जिद और कई शाही हॉल भी हैं। यहां पर एक फतेह दरवाजा भी है, जिसके लिए माना जाता है कि औरंगजेब ने जीत के बाद यहीं से सिपाहियों के मार्च के बीच प्रवेश किया था। ये पूरा किला इतिहास की तस्वीर सामने रख देता है। ये भी बताता है कि पहले के लोग कितनी प्लानिंग के साथ किले बनवाते थे।