भारत के 6 ऐसे खूबसूरत किले जहां से दिखता है समुद्र का शानदार नजारा

अगर हम आपसे कहे भारत में ऐसे कई खूबसूरत किले हैं जिनके सामने का समुद्री नजारा लोगों का मन मोह लेता है, तब आप क्या करेंगे? कुछ मत करिए जल्दी से इस वीकेंड इन किलों में घूमने का प्लान बनाइए, क्योंकि यहां की खूबसूरती को देखने के पर्यटकों की लाइन लगी रहती है। चलिए आपको उन किलों के बारे में बताते हैं...

दीव किला, दीव - Diu Fort, Diu

दमन और दीव का दीव, भारत के सबसे आकर्षक तटीय क्षेत्रों में से एक है। यह भारत में विदेशी यात्रियों के लिए सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटक आकर्षणों में से एक है। दीव किले को पुर्तगाली किले के नाम से भी जाना जाता है। इसे 1535 से 1541 ई. की अवधि के दौरान अरब राज्‍यपाल के द्वारा किले के खंडहर पर बनवाया गया था। यह किला 29 मीटर ऊंचा है जो किला सड़क के अंत तक तट रेखा पर स्थित है। यह किला तीन तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है और चौथी तरफ एक नहर से जुड़ा हुआ है। दीव शुरू में एक पुर्तगाली क्षेत्र था, जिसकी पुर्तगाली शैली और वास्तुकला को आप अभी भी देख सकते हैं। इस किले में एक खूबसूरत बगीचा, रास्‍ते पर बनी हुई नहर, एक जेल और एक लाइटहाउस है। यह किला, विशाल सागर और उसके आसपास के क्षेत्रों का शानदार दृश्‍य प्रस्‍तुत करता है।

अगुआड़ा किला, गोवा - Aguada Fort, Goa

बॉलीवुड की मेगा-ब्लॉकबस्टर फिल्म दिल चाहता है में प्रदर्शित होने के बाद प्रसिद्ध हुए अगुआड़ा किले को कौन नहीं जानता? यह किला अगुआड़ा बीच के नजदीक हैं जो इसके आकर्षण में चार चाँद लगाने का कार्य करता है। यह किला गोवा की राजधानी पणजी से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। अगुआड़ा किला का दृश्य बहुत ही आकर्षित हैं, यह अरब सागर और मांडवी नदी के संगम को देखता हुआ प्रतीत होता हैं। अगुआड़ा किले का निर्माण पुर्तगालियों के द्वारा 17वीं शताब्दी में किया गया था। इस किले और इसके साथ लगे लाइटहाउस से सिंक्वेरिम बीच और अरब सागर दिखाई देते हैं। इस किले में 2,376,000 गैलन पानी रखने की क्षमता थी। लाइट हाउस के अलावा भी इस किले में एक खंदक, एक बारूद का कमरा, युद्ध और अपात काल के दौरान पलायन करने के लिए एक गुप्त मार्ग भी हैं।

दक्षिण गोवा के कैंडोलिम समुद्र तट पर बना शानदार अगुआड़ा किला पुर्तगाली वास्तुकला और डिजाइन का एक बेहतरीन उदाहरण पेश करता है। अगुआड़ा किला पुर्तगालियों के द्वारा निर्मित किया गया भारत का एक खूबसूरत किला हैं, जोकि सिंकुरियम बीच के पास स्थित है। इस किले का निर्माण 1609 में शुरू किया गया था और 1612 इसका निर्माण कार्य पूर्ण हो गया था। अगुआड़ा किले का निर्माण तत्कालीन वायसराय रूयू तवारा के शासन काल में हुआ था। अगर आप गोवा घूमने जा रहे हैं, तो इस किले को भी जरूर देखें।

मुरुद जंजीरा, महाराष्ट्र - The Murud Janjira, Maharashtra

जंजीरा किला महाराष्ट्र के कोकण मैं रायगढ़ जिले के मुरुद गांव के निकट स्थित है, जिसे मुरुद जंजीरा किले के नाम से जाना जाता है। इस‌ किले के नाम में ही इसकी खासियत छिपी है दरअसल जंजीरा अरबी शब्द ‘जजीरा’ का अपभ्रंश है, जिसका अर्थ होता है- टापू। समुद्र तल से 90 फीट की ऊंचाई पर बना यह किला चारों और से पानी से घिरा हुआ होने के करण इस किले को 'आईलैंड फोर्ट' के नाम से भी जाना जाता है। यह किला भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में अपनी बनावट के लिए मशहूर है और हर साल इसे देखने के लिए लाखो सैलानी आते है। जंजीरा किला भारत के पश्चिमी तट का एक मात्र ऐसा किला है, जिसे ब्रिटिश, पुर्तगाली, शिवाजी महाराज, और संभाजी महाराज ने इस किले को जीतने का काफी प्रयास किया था। लेकिन कोई भी इस किले को नहीं जीत सका। जंजीरा किले का निर्माण एक ख़ास वजह से किया गया था। बताया जाता है कि इसका निर्माण 22 वर्षों में हुआ था। यह किला 22 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें 22 सुरक्षा चौकियां हैं। अगर आप महाराष्ट्र घूमने आए हैं तो इस समुद्री किले को भी जरूर देखने जाए।

सुवर्णदुर्ग किला, महाराष्ट्र - Suvarnadurg Fort, Maharashtra

सुवर्णदुर्ग किला जिसे स्वर्ण किला भी कहा जाता है, प्राचीन मराठा साम्राज्य के लिए एक बहुत बड़ा गौरव था। यह मराठों के कई समुद्री किलों में से एक है जिसे उन्होंने अपने क्षेत्रों को समुद्री आक्रमणकारियों से बचाने के लिए बनवाया था। हरनाई के छोटे से द्वीप पर कोंकण समुद्र तट के किनारे स्थित, सुवर्णदुर्ग सागर किला भी एक जहाज निर्माण द्वीप था। ध्यान न रख पाने की वजह से अब यह पूरी तरह से पेड़ों और पौधों से घिरा हुआ है, लेकिन यह अरब सागर का शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है।

बेकल किला, केरल - Bekal Fort, Kerala

दक्षिण भारत में समुद्री किलों को बहुत कम देखा जा सकता है और उन किलों में लोगों की नजरों से छिपा खूबसूरत बेकल किला भी आता है। बेकल किला केरल का सबसे बड़ा किला है क्योंकि यह 40 एकड़ (160,000 मीटर) में फैला हुआ है। इस किले का निर्माण 1650 ईस्वी में बेदनूर के शिवप्पा नायक द्वारा कराया गया था। यह किला कासारगोड जिले की पहाड़ी के शीर्ष पर बना हुआ है और किले की छत पर एक विशाल तोप लगी हुई साथ की किले के चारो तरफ ज़िग ज़ैग प्रवेश बना हुआ है। किले के अंदर एक वॉच टावर बना हुआ जिससे सामुंद्र का दृश्य बेहद खूबसूरत दिखाई देता है। यह किला समुद्र का गढ़ होने का कारण और भूमिगत सुरंगों अवलोकन प्रभावशाली दृश्य हैं। और किले के पास एक पुरानी मस्जिद बनी हुई है। जिसे माना जाता है, यह टीपू सुल्तान ने बनायी थी। अगर आप केरल जा रहे हैं, तो बेकल किला आपकी सूची में सबसे ऊपर होना चाहिए।

विजयदुर्ग किला, महाराष्ट्र - Vijaydurg Fort, Maharashtra

विजयदुर्ग किला महाराष्ट्र राज्य में समुद्री तट पर मालवण के निकट स्थित हैं। यह एक प्राचीन किला हैं जोकि अरब सागर में एक आइलेट पर तीन ओर से समुद्र के पानी से घिरा हुआ हैं। इस किले को सिंधुदुर्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह किला न केवल प्राचीन ढंग के लिए बल्कि इसके आसपास की सुंदरता के लिए भी बहुत प्रसिद्ध हैं और एक आकर्षित पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता हैं। यह किला छत्रपति शिवाजी महाराज की वीर गाथा को बया करता हुआ प्रतीत होता हैं। किले की दीवारे इतनी मजबूती से बनाई गई थी कि दुश्मन इसे भेद न सके और किले के सामने खाई थी जिससे दुश्मन सीधे हमला न कर सके। इसकी ऊँची पत्थर की दीवारें अब सभी प्रकार की वनस्पतियों से घिरी हुई हैं। सिंधुदुर्ग किले के निर्माण करने के लिए रेत गुजरात से लाया गया था और विजयदुर्ग किले की नीव सैकड़ों किलोग्राम सीसे में रखी गई थी। सिन्धुदुर्ग किले का परिसर 48 एकड़ की भूमि में फैला हुआ हैं और किले में 3 किलोमीटर लम्बा गुलदस्ता आकर्षण का केंद्र हैं। किले की दीवारों की ऊंचाई 30 फीट और मोटाई 12 फीट हैं। किला अब एक आकर्षक पर्यटन स्थल बन गया है, क्योंकि यह जो दृश्य प्रस्तुत करता है, उसकी खुबसुरती की तुलना किसी से नहीं है।