भारत की इन 5 जगहों के नाम से ही फैलने लगता है खौंफ, मानी जाती है भूतिया

अक्सर आपने कुछ ऐसी जगहों के बारे में सुना होगा जहाँ पर जाने से लोग डरते है क्योंकि वहाँ पर भूतों का साया छाया रहता है और एक अनजानी शक्ति का डर बना रहता हैं। हांलाकि, विज्ञान इन बातों को पूरी तरह से नकारता है और यहाँ पर भूत ना होने की जानकारी देता हैं। ऐसी कई विशेष जगहें हमारे देश में भी है जो पूरी दुनिया में प्रसिद्द हैं। आज हम आपको देश की उन्हीं भूतिया जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है इनके बारे में।

* जीपी ब्लॉक, मेरठ

इस इलाके में एक दो मंजिला इमारत है, जिसमें कई प्रेत-आत्माएं रहती हैं। इस इमारत में अक्सर चार लोगों को बैठकर ड्रिंक करते हुए देखा जा सकता है। यहां के स्थानीय लोगों को अक्सर ये नज़ारा देखने को मिलता है। कई बार लोगों ने ये भी देखा है कि लाल ड्रेस में कोई लड़की भी घर से बाहर निकलती है।

* कुलधरा गांव, जैसलमेर

पिछले करीब 170 सालों से वीरान पड़ा है। बताया जाता है कि इस राजस्थानी गांव में पालीवाल ब्राहम्णों का निवास था। कुलधरा गांव के हजारों लोग अपने गांव की एक लड़की को अय्याश दीवान सालम सिंह से बचाने के लिए, एक ही रात मे इस गांव को खाली कर के चले गए थे और जाते जाते श्राप दे गए थे कि यहां फिर कभी कोई नहीं बस पाएगा। तब से गांव वीरान पड़ा है।

* भानगढ़ किला, राजस्थान

ऐसा कहा जाता है कि पुराने ज़माने में एक तांत्रिक ने इस महल पर काला जादू कर दिया था और तब से भानगढ़ किला, भूतिया किला हो गया। सूर्यास्त के बाद इस किले में लोगों का प्रवेश वर्जित है। इस किले के आसपास बने घरों की छतें नहीं रहती हैं। अगर उन छतों को बनवा दिया जाएं, तो अपने आप चटक कर टूट जाती हैं।

* शनीवारवाडा किला, पुणे

पेशवाओं के उत्तराधिकारी नारायण नामक बालक की उसके चाची के आदेशानुसार हत्या करवा दी गई थी। अपनी जान बचाने के लिए नारायण पूरे महल में घूमता रहा और अपने चाचा को आवाज लगाता रहा पर कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया। स्थानीय लोगों ने आज भी कई बार उसकी कराहने की आवाजें सुनी हैं। चांदनी रात में वह जगह और अधिक भयानक हो जाती है।

* चर्च ऑफ थ्री किंग, गोआ

चर्च और भूत, कुछ अलग सा साउंड करता है। लेकिन भूतों की कोई सीमा नहीं होती, वह चर्च में भी जा सकते हैं। गोआ के कैन्सुलिम चर्च में भूत रहते हैं, ऐसा यहां के स्थानीय लोगों का मानना है। कहा जाता है इस चर्च कुछ पुर्तगाली राजाओं का मर्डर हो गया था और बाद में दो राजाओं ने आत्महत्या कर ली थी।