भगवाना शिव के ये तीन मंदिर है विश्वविख्यात, सावन में लगता है भक्तों का मेला

भारत देश में पूजा-पाठ का बड़ा महत्व हैं। खासकर सावन के महीने में पूजा-पाठ का काम ज्यादा बढ़ जाता हैं। क्योंकि इन दिनों में भगवान शिव धरती पर आते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं। इसके लिए लोग भगवान शिव के मंदिर में जाकर मनोकामना पूर्ण होने की कामना करते हैं। केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व से लोग भगवान शिव के कुछ ख़ास मंदिरों के दर्शन करने आते हैं और चढ़ावा चढाते हैं। आज हम आपको भगवान शिव के विश्वविख्यात उन तीन मंदिरों के बारे में बताने जा है, जिसके दर्शन करने लोग इस सावन में आते हैं।

* केदारनाथ मंदिर

मंदाकिनी नदी के निकट उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय पर्वत पर स्थित, केदारनाथ मंदिर दुनिया भर में हिंदुओं का प्रसिद्ध मंदिर है। उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर 12 ज्योतिर्लिंग में शामिल है। विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर 3562 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह शिव मंदिर उत्तराखंड के चार धाम यात्रा के चार स्थानों में यमुनोत्री, गंगोत्री और बद्रीनाथ में गिना जाता है। इतना ही नहीं केदारनाथ, पंच केदार का निर्माण करने वाले पांच मंदिरों में से एक है। अधिक ऊंचाई होने के कारण सर्दियों में यह मंदिर बर्फ की चादर में लिपट जाता है।

* सोमनाथ मंदिर, गुजरात

सोमनाथ मंदिर सौराष्ट्र में वेरावल के पास प्रभास क्षेत्र में स्थित हैं। भगवान शिव को समर्पित यह 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। यह मंदिर गंभीर ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। सोमनाथ के हाल के मंदिर का पुनर्गठन 1947 में किया गया था। यह मंदिर चालुक्य शैली की वास्तुकला में बनाया गया है और समुद्र तट के ठीक ऊपर स्थित है।

* मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर

आंध्र प्रदेश का मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर कृष्णा नदी के तट पर स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां मल्लिकार्जुन के रूप में भगवान शिव की पूजा की जाती है और देवी पार्वती को यहां भद्रकाली के रूप में पूजा जाता है। मल्लिकार्जुन स्वामी का मंदिर, बीजानगर साम्राज्य के राजा हरिहर राय ने 6वीं शताब्दी से पहले बनवाया था।