देश के इन 10 रेलवे स्टेशन ने अपनी खूबसूरती से बनाई हैं अलग पहचान, जानें इनके बारे में

घूमना-फिरना सभी को पसंद होता हैं और इसके लिए पर्यटन स्थलों का चुनाव किया जाता हैं। पर्यटन स्थल पर पहुंचने के लिए कई लोग ट्रेन की मदद लेते हैं। भारतीय रेल दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक है जो देश के कई हिस्सों को जोड़ने का काम करता हैं। ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन तो जाना ही पड़ता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप घूमने के लिए जिस तरह किसी शहर में जाते हैं, उसी तरह कई भारतीय रेलवे स्टेशन ऐसे हैं जिन्होंने अपनी खूबसूरती से अलग पहचान बनाई हैं और लोग इन्हें देखने पहुंचते हैं। भारतीय रेलवे पिछले कुछ समय से स्टेशनों के सौंदर्यीकरण पर ध्यान दे रही है। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको देश के कुछ ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं...

चारबाग रेलवे स्टेशन

इन सुन्दर रेलवे स्टेशनों की सूची में सबसे पहले आता है लखनऊ का चारबाग़ रेलवे स्टेशन। चारबाग़ का हिंदी में मतलब ही है चार बगीचे। यह अंग्रेज़ों के समय की एक भव्य ईमारत है जो कि बाहर से जितनी विशाल अंदर से उतनी ही सुन्दर है। कहते हैं की इसकी वास्तुकला में आपको मुग़लिआ, राजपूत और अवधि संस्कृति की झलक मिलेगी। अगर आपको इस रेलवे स्टेशन को कभी ऊपर से देखने का मौका मिले तो यह शतरंज की बिसात जैसा लगता है और लम्बे-लम्बे खम्बे और नीचे बने हुए गुम्बद शतरंज के खिलाडियों जैसे प्रतीत होते हैं।

छत्रपति शिवाजी टर्मिनस

मुंबई के पहले रेलवे स्टेशन बोरी बंदर को नया रूप देने की शुरुआत 1878 में हुई थी। इसमें 10 साल लगे और 1887 में यह पूरी तरह बनकर तैयार हुआ। शुरू में इसका नाम ब्रिटेन की महारानी के नाम पर विक्टोरिया टर्मिनस था। बाद में इसे बदलकर छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) कर दिया गया। यह बिल्डिंग अपनी विक्टोरियन- इटैलिक आर्किटेक्चर के लिए पूरी दुनिया में पहचानी जाती है। इसमें भारतीय शैली की भी स्पष्ट छाप मौजूद है। इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहरों में शामिल किया गया है।

बनारस जंक्शन

बनारस के लिए पहली बार हावड़ा से ट्रेन चली थी दिसंबर 1862 में। यह अपने किस्म की पहली 541 मील लंबी लाइन पर बंडल, बर्दवान, राजमहल और पटना से होते हुए आयी। गंगा के साथ साथ छोटे तटों के बीच से जाती इस ट्रेन के लिए यही रास्ता उचित समझा गया क्योंकि उस समय भारत में बहुत पुराने रेलवे इंजन हुआ करते थे। बनारस का रेलवे स्टेशन गंगा के दाएं किनारे पर बनाया गया। जब आप इस रेलवे स्टेशन को बाहर से देखते हैं तो यह किसी भव्य मंदिर सा प्रतीत होता है। इस ईमारत के ठीक ऊपर एक बड़ा सा चक्र भी स्थापित किया गया है। इस चक्र में हमेशा की रंगीन लाइटें जाली रहती हैं।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन

ये नॉर्थ इंडिया का सबसे बिजी रेलवे स्टेशन है। ट्रेन्स की फ्रीक्वेंसी और पैसेंजर मूवमेंट्स सब कुछ यहां बहुत ज्यादा है। कोरोना लॉकडाउन से पहले हर दिन लगभग 400 ट्रेन्स यहां से पास होती थीं। इतना ही नहीं ये सबसे ज्यादा कमाई वाला रेलवे स्टेशन भी है। इसलिए आपको ये बहुत ज्यादा अच्छा लग सकता है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के एक विंग से दिल्ली मेट्रो के ट्रैक्स भी जाते हैं जो इसे और भी खास बनाता है। ये स्टेशन काफी मॉर्डनाइज्ड भी है।

घुम रेलवे स्टेशन

घुम रेलवे स्टेशन भारत का सबसे ऊँचा रेलवे स्टेशन है और विश्व में यह 14 वें नंबर पर आता है। घूम रेलवे स्टेशन दार्जीलिंग से मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ पर अब सिलीगुड़ी से आने वाली ट्रैन नहीं चलती पर पर्यटकों के अनुभव के लिए दार्जीलिंग से दिन में कई बार रोज़ एक टॉय ट्रेन चलती है। यह टॉय ट्रेन यात्रियों को बत्तस्या लूप से हिमालय दर्शन करवाती है और घूम रेलवे म्यूजियम पर भी रूकती है जो की रेलवे स्टेशन के साथ ही है। घूम रेलवे स्टेशन दार्जिलिंग के हिमालय टॉय रेलवे मार्ग पर स्थित है और इस छोटी रेलवे लाइन को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। यह स्टेशन बहुत ही छोटा है, लेकिन ग्राम्य और सौंदर्य से परिपूर्ण है।

गोरखपुर रेलवे स्टेशन

ये स्टेशन वर्ल्ड का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है। यह 1।35 km तक फैला हुआ है। दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में है, जिसकी लंबाई 1072 मीटर है। पर गोरखपुर में बने प्लैटफार्म के तैयार हो जाने के बाद यहां 26 बोगियों वाले दो ट्रेनों को एक साथ खड़ा किया जा सकता है। इसकी लंबाई 1355 किलो मीटर होगी।

दूधसागर रेलवे स्टेशन

प्राकृतिक सुंदरता के लिए अगर भारत का कोई भी रेलवे स्टेशन जाना जाता है तो वो है दूधसागर। रेलवे स्टेशन की ठीक बाएं ओर दूधसागर झरना है। इस विशाल झरने के बीच से जाती हुई ट्रेनें इस जगह का नज़ारा ही बदल देती हैं। अगर आप यहाँ आने वाली ट्रेन में सफर कर रहे हों तो ये अनुभव कभी न भूलने वाला होगा। दूधसागर पहुंचने से पहले भी आपको ट्रेन की पटरियों के दोनों तरफ हरे भरे खेत खलियान मिलेंगे। ये नज़ारा अद्भुत है। दूधसागर आने का सबसे अच्छा समय है बरसात का मौसम जब आस पास सभी कुछ हरा-भरा होता है और ट्रेन से दृश्य भी बहुत बढ़िया दिखते हैं।

चेन्नई रेलवे स्टेशन

चेन्नई रेलवे स्टेशन बहुत ही बड़ा और चेन्नई शहर का मुख्य रेलवे स्टेशन है। ये चेन्नई को कोलकता, नई दिल्ली, मुंबई आदि से जोड़ता है। हर रोज़ लगभग 5।5 लाख लोग इस स्टेशन का इस्तेमाल करते हैं। ये भारत के सबसे बिजी रेलवे स्टेशन्स में से एक है। इस रेलवे स्टेशन की बनावट भी पुराने जमाने की ही है और यहां से आपको भारत के हर हिस्से के लिए कोई न कोई ट्रेन तो मिल ही जाएगी।

हावड़ा जंक्शन

भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है हावड़ा जंक्शन। कलकत्ता का ये स्टेशन अंग्रेजों के जमाने से ऐसे ही खड़ा है। हां, यहां मेंटेनेंस का काम होते आप अक्सर देख सकते हैं। कोरोना काल से पहले यहां लगभग 10 लाख लोग हर रोज़ आते-जाते थे। ये भारत के सबसे बिजी स्टेशन्स में से एक है। अगर आप पुरानी से लेकर नई फिल्मों को देखें तो हावड़ा जंक्शन कई बार फिल्मों में आया है और इसे कोलकता की शान कहा जाता है।

श्री माता वैष्णो देवी कटरा

2014 में, इस रेलवे स्टेशन का निर्माण किया गया था। भारत के मुगल या ब्रिटिश जैसे किसी पुराने युग के बने अन्य रेलवे स्टेशनों की तरह न होकर, कटरा का श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन एक आधुनिक वास्तुशिल्प डिजाइन और एस्केलेटर जैसे सुविधाएं से परिपूर्ण है, जिसमें लिफ्ट, तीर्थयात्री गाइड, पर्यटन सहायता, वीआईपी लाउंज, शॉपिंग लाउंज, बहु-व्यंजन वाले रेस्तरां के साथ एक पूरी तरह से वातानुकूलित होटल आदि है।