अगस्त का महीना जारी हैं जिसमें कई छुट्टियां आने वाली हैं और लॉन्ग वीकेंड भी हैं तो बच्चों के साथ घूमने के लिए यह बेहतरीन समय हैं। बच्चों को लेकर घूमने की बात आती हैं तो सभी उन्हें राजधानी दिल्ली जरूर लेकर जाते हैं जो अपने इतिहास, खानपान, इमारतों के लिए जानी जाती हैं। लेकिन इस सब के अलावा भी कुछ है जिसके लिए दिल्ली काफी जानी जाती है। दिल्ली विभिन्न पर्यटक स्थलों के साथ-साथ अपने संग्रहालयों के लिए भी बेहद मशहूर है। इन संग्रहालयों में बच्चों के साथ आप घूमने जा सकते हैं। बच्चों के ज्ञान के लिए ये बहुत अच्छा अनुभव रहेगा। आज इस कड़ी में हम आपको दिल्ली में मौजूद कुछ बेहतरीन संग्रहालयों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
राष्ट्रीय पुलिस संग्रहालय दिल्ली में संग्रहालयों की विस्तृत सूची में, राष्ट्रीय पुलिस संग्रहालय का नाम भी जुड़ गया है। इस म्यूजियम का उद्घाटन वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2018 में किया था। संग्रहालय, जैसा कि नाम से संकेत मिलता है, भारत के केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों को समर्पित है। संग्रहालय में पुलिसकर्मियों द्वारा उपयोग की जाने वाली विभिन्न कलाकृतियाँ, वर्दी, गियर आदि प्रदर्शित किए गए हैं। संग्रहालय की स्थापना के पीछे का उद्देश्य जनता को पुलिस बल के इतिहास और अन्य पहलुओं से अवगत कराना है।
राष्ट्रीय डाक टिकट संग्रहालयराष्ट्रीय डाक टिकट संग्रहालय डाक भवन के अंदर स्थित है और डाक विभाग द्वारा प्रबंधित किया जाता है। संसद मार्ग के पटेल चौक पर स्थित इस संग्रहालय में आपको स्वतंत्रता के बाद के युग में इस्तेमाल किए जाने वाले डाक टिकटों को देखने का मौका मिलेगा। संग्रहालय में स्वतंत्रता से पूर्व के भी हाउस स्टैम्पस मौजूद हैं। यहां तक कि आपको यहां पर 1854 में पहली मोहर वाली सिंध डाक को भी देखने को मिलेगी।
नेशनल म्यूज़ियम दिल्ली में जनपथ और मौलाना आजाद रोड के पास स्थित नेशनल म्यूजियम भारत के सबसे बड़े म्यूजियम में आता है। आपको बता दें, नेशनल म्यूजियम में 2,00,000 कलाकृतियां हैं, जो अपने आप में ही एक आकर्षण है। यहां आप मौर्य, शुंग, सातवाहन, गुप्त और मध्यकालीन काल के दौरान की प्रदर्शनी देख सकते हैं। साथ ही इसके अन्य भाग में आपको भारत के अलग-अलग हिस्सों के लोगों का अनुष्ठान और दैनिक जीवन की प्रदर्शनी देखने को मिल जाएगी।
नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालयइस संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास के पुनर्निर्माण के साथ−साथ संरक्षण करना है। स्वतंत्रता के दौर में जवाहरलाल नेहरू के बारे में जानने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए यह दिल्ली के सबसे बेहतरीन संग्रहालयों में से एक है। संग्रहालय में उनके जीवन के कई पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है और शोधकर्ताओं के पास यहां पर जानने व खोजने के लिए बहुत कुछ है। यह संग्रहालय नई दिल्ली के किशोर मूर्ति मार्ग पर स्थित है।
रेल म्यूज़ियमरेल म्यूज़ियम, दिल्ली की एक ऐसी जगह, जहां आपको मिलता है एंजॉय करने का भरपूर मौका। 10 एकड़ में फैले इस म्यूज़ियम आकर आप भारतीय रेलवे की प्राचीन विरासत को देख सकते हैं। 1 फरवरी, 1977 को स्थापित, रेल म्यूज़ियम को खासतौर से भारत की बरसों पुरानी रेलवे विरासत को संरक्षित करने के उदेश्य से बनाया गया था। यहां भारतीय रेलवे की फर्नीचर समेत करीब 100 से भी ज्यादा चीज़ों को देखा जा सकता है। मौज-मस्ती के साथ फोटोग्राफी के लिए भी यह जगह बेहतरीन है। यहां आप ट्रेन की सवारी भी कर सकते हैं।
गांधी स्मृति संग्रहालय गांधी स्मृति संग्रहालय दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ संग्रहालयों में से एक है। यह उस समय को इंगित करता है जहां महात्मा गांधी ने अपने जीवन के अंतिम 144 दिन बिताए थे। इस तरह के इतिहास को दिखाने के बावजूद, संग्रहालय के अंदर उपयोग किए जाने वाले उपकरण काफी आधुनिक हैं और इसलिए वह पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यह संग्रहालय बिरला हाउस के पास तीस जनवरी मार्ग पर स्थित है।
सुलभ इंटरनेशनल म्यूजियम ऑफ टॉयलेट्स दिल्ली में मौजूद सुलभ इंटरनेशनल म्यूजियम ऑफ टॉयलेट्स भारत के सबसे अनोखे संग्रहालयों में आता है, जो अपने आप में एक आकर्षण का केंद्र है। आपको बता दें, इस म्यूजियम में 50 से अधिक देशों से लाए गए शौचालय और मूत्रालय के चित्र ओर प्रदर्शनी है। साथ ही यहां मोहनजो-दारो सभ्यता के दौरान इस्तेमाल किए गए शौचालयों को भी दिखाया गया है।
खादी संग्रहालय
खादी संग्रहालय भारत के सबसे बेहतरीन विरासत संग्रहालयों में से एक है। दिल्ली के सभी कनॉट प्लेस संग्रहालयों में से, यह संग्रहालय इतिहास प्रेमियों और बच्चों के बीच लोकप्रिय है। बचपन में हम सभी ने चरखे के बारे में किताबों में पढ़ा है, अब उसे करीब से अनुभव करने का समय है। यह संग्रहालय मुख्य रूप से चरखे के बारे में है और इसका उपयोग करने से क्या होता है। यहां आपको कुछ तैयार बुनाई वाले उत्पाद भी मिलेंगे।
डॉल म्यूजियमदिल्ली में एक और दूसरा ऐसा म्यूज़ियम, जहां जाकर आप बना सकते हैं दिन को मज़ेदार और ये है डॉल म्यूज़ियम। यहां आपको दुनिया के अलग-अलग देशों की डॉल्स का कलेक्शन देखने को मिलेगा। हाल-फिलहाल 85 देशों की 6500 गुड़ियां इस म्यूज़ियम में हैं। साल 1965 में मशहूर कॉर्टूनिस्ट के। शंकर पिल्लई ने इस म्यूज़ियम की स्थापना की गई थी। म्यूज़ियम के दो हिस्सों में गुड़ियां रखी गई हैं। पहले हिस्से में इग्लैंड, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और राष्ट्र मंडल देशों की गुड़ियां हैं और दूसरे हिस्से में अफ्रीका, मध्यपूर्व और एशियाई देशों की गुड़ियां रखी हैं। ये जगह मौज-मस्ती के साथ ज्ञान बढ़ाने के लिए भी बेहतरीन है। बच्चों को घुमाने के लिए तो ये जगह एकदम बेस्ट है।
नेशनल हैंडीक्रॉफ्ट एंड हैंडलूम म्यूज़ियमनेशनल क्रॉफ्ट म्यूज़ियम के नाम से मशहूर ये म्यूज़ियम दिल्ली-एनसीआर के सबसे बड़े क्रॉफ्ट म्यूज़ियम्स में से एक है। जहां लगभग 35,000 तरह के क्रॉफ्ट देखे जा सकते हैं। पेंटिंग्स, कढा़ई, वुडन, क्ले वर्क और यहां तक कि स्टोन क्रॉफ्ट की खूबसूरती भी यहां आकर देखी जा सकती है। तो अगर आप हैंडीक्रॉफ्ट चीज़ों को देखने का शौक रखते हैं तो यहां का प्लान बना सकते हैं।