पुरुष हो या महिला, हर कोई फिट और टोंड बॉडी चाहता है। लोग मोटापे से परेशान रहते हैं जिसे कम करने के लिए डाइट और एक्सरसाइज की मदद लेते हैं। ऐसे में अक्सर देखने को मिलता हैं कि लोगों का मोटापा तो कम हो जाता हैं लेकिन पीठ पर चर्बी जमी रह जाती हैं जो आपके स्लिम बनने की चाहत को घटाने का काम करती हैं। बैक फैट की वजह से कई बार डिजाइनर ड्रेस का लुक भी खराब हो जाता है। पीठ की चर्बी को कम करना एक बड़ा टास्क होता हैं। हालांकि, रोजाना कुछ योगासन करके आप पीठ की चर्बी को कम कर सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जो पीठ की चर्बी को घटाने का काम करेंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
धनुरासन धनुरासन को 'बो पोज ' के नाम से भी जाना जाता है। इस योगासन के नियमित अभ्यास से पीठ की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह शरीर में ब्लड सरकुलेशन को बढ़ाने में मदद करता है। पेट से जुड़ी समस्याओं में भी धनुरासन बहुत फायदेमंद साबित होता है। धनुरासन करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। अपने दोनों पैरों को मिलाकर घुटनों से मोड़ें। इसके बाद अपने अपने हाथों को पीछे ले जाकर, टखनों को पकड़ने की कोशिश करें। फिर दोनों पैरों और बाहों को जितना हो सके ऊपर की तरफ उठाएं। ऐसा करते हुए अपने दोनों पैरों को खींचे और कुछ देर के लिए इसी अवस्था में रहें। सांस छोड़ते हुए वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाए। इस योगासन को कम से कम 5 बार करें।
राजकपोतासनजमीन पर बैठें। घुटने, हिप्स और दोनों हाथ कंधे की सीध से थोड़ा आगे रहें। फिर अपना वजन दाईं और डालना है और बाएं पैर को उठाकर पीछे की तरफ ले जाएं, साथ ही बाएं पैर को पीछे से सीधा कर लें। अब बाएं घुटने को मोड़ते हुए दोनों पैरों पर अपना वजन बैलेंस करें। इसके बाद आप बाएं घुटने और दाएं पंजे पर आ जाएं। फिर गहरी सांस लें और सीधे हाथ को ऊपर ले जाएं, कोहनी मोड़ें और सांस छोड़ते हुए बाएं पैर को पकड़ लें। फिर बाएं हाथ से पैर को इसी तरह पकड़ें और सीने को उठाने की कोशिश करें और गर्दन को पीछे की तरफ मोड़ें। इसी आसन में नॉर्मल तरीके से सांस लेते हुए 15-20 सेकंड रूकें और फिर सांस छोड़ते हुए नॉर्मल हो जाएं।
चक्रासनचक्रासन को 'व्हील पोज' के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन को करते समय शरीर का आकार एक पहिए जैसा हो जाता है। यह आसन पीठ की चर्बी को कम करने के लिए काफी फायदेमंद होता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से पेट की चर्बी को कम करने में भी मदद मिलती है। यह आसन हाथों, पैरों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। चक्रासन करने के लिए अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने पैरों को घुटनों पर मोड़े। अपनी हथेलियों को ऊपर की ओर रखते हुए, अपनी बाजुओं को कोहनी पर मोड़ें। अपनी हथेलियों को फर्श पर टिका लें। अब कमर पेट और छाती को ऊपर की ओर उठाएं। अपने वजन को बराबर बांटते हुए, शरीर को ऊपर की ओर खींचे। इस मुद्रा में कुछ सेकंड के लिए रहें।
मर्कट आसनइस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेटकर दोनों हाथों को कमर से नीचे रखें। दोनों पैरों को जोड़कर घुटनों से मोड़ लें। अब कमर से नीचे के हिस्से को ट्विस्ट करते हुए पैरों को एक बार दाईं तरफ बगल में जमीन पर टिका दें। इस अवस्था में सर को उसकी उलटी दिशा में रखते हैं। इस आसन को 10 से 20 सेकेंड से शुरू करते हुए टाइमिंग बढ़ानी है। इस आसन करते समय शरीर का आकार बंदर जैसा हो जाता है। इसलिए इसे बंदर आसन के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन पेट की चर्बी को कम करने के लिए काफी लाभकारी होता है। इसे करने से शरीर का लचीलापन बढ़ता है और मोटापा कम होता है।
पादहस्तासन पादहस्तासन में शरीर को आगे की ओर झुकना होता है और दोनों हाथों से पैरों को छूना होता है। इससे पेट की मसल्स स्ट्रेच होती हैं, जिससे पीठ की चर्बी कम होती है। पादहस्तासन करने के लिए सबसे पहले मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और ताड़ासन की मुद्रा में आ जाएं। अपने दोनों हाथों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर की ओर उठाएं। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए, कमर के हिस्से से शरीर को मोड़ते हुए, नीचे की ओर झुकें। अपने दोनों हाथों से पैरों को छूने की कोशिश करें और अपने सिर को अपने घुटनों पर लगाने की कोशिश करें। इस अवस्था में कुछ सेकंड के लिए रहें।
वीरभद्रासनयह योग मुद्रा आपकी पीठ और कंधों को टोन करने के साथ ही साथ आपकी एकाग्रता में सुधार करने के लिए अच्छा है। जियह मुद्रा आपके पीठ, पैरों और बाहों को टोन करने के साथ-साथ आपके संतुलन को बेहतर बनाने के लिए लाभदायक है। अपने पैरों को एक साथ जोड़ें। अपनी पीठ को सीधा रखें, और आपकी ठोड़ी थोड़ा ऊपर उठा लें। अब, अपनी ऊर्जा के केंद्र को महसूस करते हुए संतुलन बनाएं और अपने दोनों हाथों को अपने साइड्स पर रखें। अब अपने शरीर के वजन को महसूस करने के लिए धीरे-धीरे श्वास लें और छोड़ें। आपका वजन आपके दोनों पैरों पर बराबर होना चाहिए। अपने दाहिने पैर को लगभग 4 फीट की दूरी पर आगे लाएं। यह ध्यान रखें कि आपका दाहिना पैर मैट के एकदम किनारे पर आ गया है। अब, धीरे-धीरे अपने दाहिने घुटने को मोड़ें और एक लंज में आएं।