World Vegan Day: पालक में छिपे हैं ये 7 खजाने, सेवन से घटता है वजन, हड्डियों को मिलती मजबूती; और भी हैं कई फायदे

लोगों को शुद्ध शाकाहार खाद्य पदार्थों के महत्व के बारे में अवगत कराने के लिए हर साल 1 नवंबर को वर्ल्ड वीगन डे (World Vegan Day) मनाया जाता है। इसके माध्यम से पशुओं के प्रति प्रेम प्रदर्शित करने और एनवायरनमेंट कंजर्वेशन को बढ़ावा देने के लिए भी यह दिन मनाया जाता है। इंग्लैंड में वर्ष 1994 में सबसे पहले विश्व शाकाहारी दिवस की शुरुआत हुई थी। सोशल वर्कर लुईस वालिस ने यूके में वीगन सोसाइटी की स्थापना की और इसके अध्यक्ष बने।उन्होंने ही प्लांट बेस्ड फ़ूड के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए वर्ल्ड वीगन डे की शुरुआत की। पौधे-आधारित आहार को सर्वोत्तम स्वस्थ भोजन कहा जा सकता है। अनहेल्दी फ़ूड के कारण ओबेसिटी, डायबिटीज और हार्ट डिजीज की संभावना बढ़ जाती है।

कई लोग मानते हैं कि वेजिटेरियन फूड्स में नॉन-वेजिटेरियन फूड्स से कम न्यूट्रिशन होता है। प्लांट बेस्ड फ़ूड के स्वास्थ्य लाभ अधिक हैं। आपको बता दे, कई शोध में यह बात सामने आ चुकी है कि पौधे आधारित आहार कम जोखिम कारक होते हैं, जो बॉडी मास इंडेक्स, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकते हैं। यदि व्यक्ति के किसी पुरानी बीमारी का इलाज चल रहा है, तो यह आवश्यक दवाओं की संख्या को कम करने के साथ-साथ लाभदायक भी सिद्ध हो सकता है।

आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको ऐसे वेजिटेरियन फूड के बारे में बता रहे हैं, जो पोषण से भरपूर है। यह वेजिटेरियन फूड है पालक।

भारत में पालक का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है। इसे हिंदी में पालक, अंग्रेजी में स्पिनेच (Spinach) के नाम से जाना जाता है। यह सबसे पोषक शाकाहारी सब्जी है। पालक में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, आयरन, फोलेट और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। इसलिए ये सब्जी आपके शरीर के लिए बहुत अच्छी है। पालक फोलेट के लेवल को बढ़ाती है। इसी कारण इससे ये पुरुषों में स्पर्म काउंट्स और प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए लाभदायक है। वहीं, इसको डाइट में शामिल करने से आप तेजी से अपने वजन को कम कर सकते हैं साथ ही यह हड्डियों को भी मजबूती प्रदान करता है। डायबिटीज मरीजों के लिए शानदार फ़ूड हैं।

प्रोटीन का बेस्ट स्त्रोत

लोगों को लगता है कि शाकाहारी चीजों में प्रोटीन नहीं होता है। लेकिन यह एक गलत अवधारणा है। क्योंकि, करीब 100 ग्राम पालक के पत्ते खाने से ही 2।9 ग्राम प्रोटीन मिल जाता है। जो कि आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। पालक का 91% हिस्सा पानी ही होता है।

फाइबर

अगर आप अपने वजन को कम करना चाहते है तो पालक खाना शुरू करें। इसमें इनसॉल्यूबल फाइबर होता है, जो पाचन और मेटाबॉलिज्म को सुधारता है। इससे फैट तेजी से बर्न होता है और आपकी चर्बी घटने लगती है। यह वेजिटेरियन फूड कब्ज की समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है।

कैल्शियम

बच्चों की हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए पालक का सेवन बेहद जरुरी है। 100 ग्राम पालक के पत्तों के अंदर करीब 99 एमजी कैल्शियम होता है जो नर्वस सिस्टम, हार्ट और मसल्स के लिए महत्वपूर्ण होता है।

आयरन

खून की कमी दूर करने वाला शाकाहारी खाद्य पदार्थ की तलाश आपकी पालक पर आ कर खत्म हो जाएगी। 100 ग्राम पालक के अंदर 2.9 एमजी आयरन होता है। आयरन शरीर के अंदर हीमोग्लोबिन के उत्पादन में मदद करता है और टिश्यूज तक ऑक्सीजन लेकर जाता है।

विटामिन सी

पालक में विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। 100 ग्राम पालक में करीब 28.1एमजी विटामिन-सी होता है। जो आपकी स्किन को जवान बनाए रखता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारियों से दूर रखता है। कई जगहों पर मालाबार पालक भी मिलता है।

विटामिन ए

अगर आपकी आंखों की रोशनी कमजोर हो गई है, तो पालक को डाइट में शामिल करें। कैरोटेनॉइड्स भारी मात्रा में पालक के अंदर पाए जाते हैं। जो कि शरीर में जाकर विटामिन ए बन जाते हैं। 100 ग्राम पालक के अंदर 9,377 आईयू विटामिन ए होता है।

सेहत/स्वास्थ्य के लिए पालक खाने के फायदे

वजन घटाने के लिए


बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए पालक का सेवन फायदेमंद रहता है। दरअसल, , वजन घटाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप कैलोरी की कम मात्रा का सेवन करें और आपको जानकर हैरानी होगी कि पालक कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है, जिसे आहार में शामिल कर आप अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित करने का काम कर सकते हैं। एक अन्य वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह बताया गया कि पालक का सेवन स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए भी किया जा सकता है।

कैंसर में

पालक बीटा कैरोटीन और विटामिन-सी से समृद्ध होता है और ये दोनों पोषक तत्व विकसित हो रही कैंसर कोशिकाओं से सुरक्षा प्रदान कर सकते है। इसके अतिरिक्त ये एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह फ्री-रेडिकल्स और कार्सिनोजन (Carcinogens – एक पदार्थ जिससे कैंसर हो सकता है) को भी रोक सकते हैं।

आंखों के लिए

आंखों की दृष्टि को स्वस्थ रखने के लिए गहरे हरे रंग के पत्तेदार साग का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिनमें से एक पालक भी है। पालक में विटामिन-ए और विटामिन-सी पाया जाता है, जो मुख्य रूप से आंखों में होने वाले मैक्यूलर डीजेनरेशन (Macular Degeneration – नेत्र रोग) के खतरे को कम कर सकता है। पालक में ल्यूटिन (Lutein) और जियाजैंथिन (Zeaxanthin) नामक यौगिक पाए जाते हैं। ल्यूटिन और जियाजैंथिन का सेवन एंटीऑक्सिडेंट गुण की तरह कार्य करता है, जो मैक्युला (रेटिना का केंद्र बिंदु) में पिगमेंट डेनसिटी को सुधारने में अहम भूमिका निभा सकता है।

हड्डियों के लिए

पालक में कैल्शियम और विटामिन के पाए जाते हैं। कैल्शियम हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए जरुरी है। पालक हड्डियों के निमार्ण से लेकर उनके विकास में मदद करता है और उन्हें मजबूती प्रदान करता है। हड्डियों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए आप पालक को दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।

मस्तिष्क के लिए

पालक में मौजूद कैल्शियम नर्वस सिस्टम के कार्य को सामान्य रूप से चलने में मदद कर सकता है। पालक मस्तिष्क-स्वस्थ के लिए उपयोगी विटामिन-के, ल्यूटिन, फोलेट और बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। पालक का सेवन याददास्त शक्ति को मजबूत करने का काम कर सकता है।

हार्ट अटैक

पालक का सेवन आपको हार्ट अटैक के खतरे से बचाता है। पालक नाइट्रेट पोषक तत्व से भरपूर सब्जियों में गिना जाता है, जो स्ट्रोक और हार्ट अटैक की वजह से होने वाली मौत के जोखिम को कम कर सकता है।

ब्लड प्रेशर

ब्लड प्रेशर से होने वाले जोखिम को कम करता है पालक। पालक में नाइट्रेट की मात्रा पाई जाती है। नाइट्रेट युक्त पालक ब्लड प्रेशर को कम करने में लाभदायक परिणाम दिखा सकता है। साथ ही साथ यह स्थिति हृदय स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाने के काम आ सकती है। इसके साथ ही पालक में पेप्सिन (एक एंजाइम) पाया जाता है, जो उच्च रक्तचाप को सुधारने में मदद कर सकता है।

एनीमिया के खतरे को कम करने में

शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी को एनीमिया कहा जाता है। इसका सबसे ज्यादा खतरा गर्भावस्था के दौरान देखने को मिलता है। एनीमिया के जोखिम को कम करने के लिए आयरन की भरपूर मात्रा की आवश्यकता होती है, जो पालक के जरिए पूरी की जा सकती है।

एंटी-इन्फ्लामेट्री

एंटी-इन्फ्लामेट्री क्रिया सूजन को कम करने और क्रानिक इन्फ्लेमेशन को ठीक करने का गुण रखती है। इसलिए, पालक को एंटी-इन्फ्लामेट्री आहार के रूप में उपयोग करने की सलाह दी जाती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता होती मजबूत

बीमारी से बचने के लिए इम्यनिटी का मजबूत होना बेहद जरुरी है। विटामिन-ई रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम कर सकता है और पालक में यह भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

पाचन स्वास्थ्य

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल पाचन तंत्र से संबंधित होता है। पाचन तंत्र गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट लीवर, अग्न्याशय (Pancreas) और पित्ताशय (Gallbladder) से बना होता है, जो शरीर में भोजन ग्रहण करने से लेकर भोजन को पचाने में मदद करता है। यहां पालक की एक अहम भूमिका देखी जा सकती है, क्योंकि पालक फाइबर और पानी से भरपूर होता है। फाइबर मुख्य रूप से खाने को पचाने का कार्य करता है । इसके अलावा, फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को स्वस्थ रखने के लिए पेट के कैंसर से बचाव कर सकता है और कब्ज जैसे समस्याओं पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है।

कैल्सीफिकेशन के इलाज में

पालक आयरन से समृद्ध होता है और आयरन कैल्सीफिकेशन की प्रक्रिया को रोकने का काम कर सकता है। पालक में मौजूद ऑक्सेलिक एसिड, कैल्शियम के अवशोषित होने से रोकता है। कैल्सीफिकेशन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कैल्शियम शरीर के टिश्यू में जमा होने लगता हैं, जिससे टिश्यू कठोर हो जाते हैं। यह एक सामान्य या असामान्य प्रक्रिया हो सकती है। यहां पालक की एक अहम भूमिका देखी जा सकती है।

आयरन की कमी को पूरा करने के लिए

आमतौर पर पालक को आयरन की पूर्ति के लिए ही जाना जाता है और जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि आयरन की कमी से एनीमिया का खतरा हो सकता है। शरीर में आयरन की पूर्ति के लिए आप पालक का सेवन कर सकते हैं। शरीर को आराम पहुंचाता है

गर्भावस्था में पालक

गर्भावस्था में मां को स्वस्थ आहार की जरूरत पड़ती है ऐसे में पालक को शामिल करना फायदे का सौदा है। दरअसल, गर्भावस्था के दौरान मां को फोलेट पोषक तत्व की आवश्यकता होती है, जो बच्चे में न्यूरल ट्यूब दोष (बच्चे में होने वाला जन्मदोष) के खतरे को कम कर सकता है। फोलेट की पर्याप्त मात्रा की पूर्ति के लिए पालक का सेवन किया जा सकता है। इसके साथ ही गर्भावस्था में मां को एनीमिया से बचने के लिए आयरन, ब्रेस्टफीडिंग और शिशु के लिए कैल्शियम, और कब्ज से राहत पाने के लिए फाइबर जैसे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ये पोषक तत्व पालक में पाए जाते हैं और पालक के सेवन के जरिए इन पोषक तत्वों की जरुरत को पूरा किया जा सकता है।