World Thyroid Day: हाइपोथायराइड मरीजों को नहीं खाने चाहिए ये 9 आहार, बढ़ सकती है परेशानी

थायराइड (Thyroid) तितली के आकार की ग्रंथि होती है। यह गर्दन के अंदर और कॉलरबोन के ठीक ऊपर स्थित होती है। थायराइड एक प्रकार की एंडोक्राइन ग्रंथि (नलिकाहीन ग्रन्थियां) है, जो हार्मोन बनाती है। आधुनिक समय में जीवनशैली में गड़बड़ी और गलत आदतों के चलते लोगों में थाइराइड की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। थाइराइड ग्लैंड में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाने के कारण यह समस्या होती है। डॉक्टर्स के अनुसार थायराइड दो तरह के होते हैं। हाइपरथायराइड और हाइपोथायराइड। हाइपरथायराइड में वजन कम होने लगता है। वहीं हाइपोथायराइड में वजन बढऩे, कब्ज और स्किन संबंधित समस्याएं होने लगती है। जब किसी मरीज को हाइपोथायराइड जैसी समस्या होती है तो उसे ऐसे आहार है जो नही लेना चाहिए। आज हम आपको ऐसे ही कुछ फलो के बारे में बताएगें जिसे हाइपोथायरॉइड में खाने से समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में बेहतर होगा कि इनसे तुरंत दूरी बना ले...

क्या है हाइपोथायराइड?

हाइपरथायराइडिज्‍म का सबसे सामान्‍य कारण ग्रेव्स डिजीज है। ये एक ऑटोइम्‍यून रोग है जिसमें ऑटो एंटीबॉडीज अधिक मात्रा में थायराइड हार्मोन का उत्‍पादन एवं स्राव करने के लिए ग्रंथि को उत्तेजित करने लगती हैं। ये समस्‍या पुरुषों से ज्‍यादा महिलाओं में देखी जाती है। अनियमित पीरियड, कब्ज की शिकायत, चेहरे और आंखों पर सूजन आ जाता है। यह बीमारी 30 से 60 साल की महिलाओं में अधिक होती है।

हाइपोथायराइड के लक्षण

- अचानक वजन बढऩा
- शरीर और मांसपेशियों में दर्द
- अनियमित माहवारी
- प्रजनन की समस्या
- हृदय गति का अचानक कम हो जाना
- आई-ब्रो या भौहों के बाल झडऩा
- रूखी और बेजान त्वचा
- नाखूनों का खराब होना
- कब्ज या पेट की समस्या
- अचानक थकान होना, चिड़चिड़ापन आना, हांथों का कांपना
- सामान्य ठंड भी बर्दाश्त ना कर पाना
- चेहरे में सूजन

इन चीजों से करें परहेज

सोया फूड्स


सोया फूड्स जैसे टोफू, टेम्पेह और सोया दूध का अधिक सेवन हाइपोथायरॉइड के खतरे को बढ़ा देते है। दरअसल, इसका सेवन शरीर में आयोडीन की मात्रा को बढ़ा देते है। इसलिए इसके सेवन से पूरी तरह बचें।

कच्ची पत्तेदार सब्जियां

वैसे तो सब्जियां खाना सेहत के लिए फादेमंद होता है लेकिन कुछ हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सरसों का साग और काले आदि को कच्चा या अधिक मात्रा में खाने से हाइपोथायराइड की समस्या बढ़ सकती है। कोशिश करें कि आप कम से कम मात्रा में इसका सेवन करें।

कैफीनयुक्त पेय पदार्थ

थायरॉयड दवा लेन के तुरंत बाद चाय, कॉफी या चॉकलेट ना लें। इससे थायराइड ग्लैंड में समस्या हो सकती हैं। इनके सेवन से घबराहट, चिड़चिड़ापन, और हार्ट रेट बढ़ सकता है। जो हाइपरथायरायडिज्म की स्थिति के लक्षणों को बढ़ाने का कार्य कर सकता है। अगर आपको थायरॉयड की समस्या है और आप सुबह की शुरुआत में ही चाय या कॉफी का सेवन करते हैं तो आप इसकी जगह हर्बल चाय, पानी या सेब के सिरके का पानी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।

ग्लूटेन फूड्स

थायराइड की समस्या से परेशान व्यक्ति को ग्लूटेन युक्त खाद्य सामग्री का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, ग्लूटेन युक्त पदार्थ सूजन पैदा करके थायरॉयडिटिस बढ़ा सकता है। आमतौर पर घरों के अंदर इस्तेमाल किया जाने वाला गेहूं माल्ट और खमीर के अंदर ग्लूटेन होता है। इसलिए इस तरह के पदार्थों से दूरी बनाकर रखें। इसकी बजाए आप अपनी डाइट में साबुत अनाज को शामिल कर सकते हैं।

आयोडीन युक्त पदार्थ

अगर आप थायराइड से संबंधित समस्या से लड़ रहे हैं तो ऐसे में जरूरी है कि आप आयोडीन युक्त खाद्य सामग्री का सेवन कम से कम करें या बिल्कुल भी ना करें। क्योंकि अगर आप आयोडीन युक्त पदार्थों का सेवन करते हैं तो इससे ग्रेव्स डिजीज नाम की एक ऑटो इम्यून स्थिति पैदा हो जाती है। इसलिए आयोडीन युक्त पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए, जैसे दूध, पनीर, एग योल्क और मक्खन आदि।

नट्स

अखरोट, मूंगफली, पाइन नट्स, और बादाम जैसे नट्स हाइपोथायरायडिज्म के साथ-साथ गोइट्रोजेनिक बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए भी समस्या बन सकते हैं। हालांकि अगर आपके शरीर में आयोडीन की कमी नहीं है तो आप सीमित मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं।

गाजर और शलजम

अगर आप इस समस्या से पीडि़त हैं तो मूली, गाजर या शलजम का सेवन ना करें क्योंकि इससे आपकी प्रॉब्लम और भी बड़ सकती है।

आड़ू, नाशपाती और स्ट्रॉबेरी

हाइपोथायरायडिज्म होने पर आड़ू, नाशपाती और स्ट्रॉबेरी खाने से भी बचें। इसकी बजाए स्नैक्स में एंटीऑक्सीडेंट युक्त फूड्स, ब्लूबेरी, चेरी या खट्टे फल आदि शामिल करें।

प्रोसेस्ड फूड्स

रिफाइंड व प्रोसेस्ड फूड्स भी हाइपोथायरायडिज्म की समस्या को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप इनसे दूर रहें। रेडी-टू-ईट स्नैक्स और भोजन, आलू के चिप्स, कुकीज, केक, स्नैकिंग स्टेपल जैसे हॉट डॉग आदि खाने से भी बचें।