World Malaria Day 2022: जानें, मलेरिया में क्या खाएं और किन चीजों से करें परहेज

आज विश्व मलेरिया दिवस है। इसे सबसे पहली बार साल 25 अप्रैल, 2008 को मनाया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को मलेरिया के प्रति जागरूक कर उनकी रक्षा करना है। मलेरिया बुखार मच्छरों से होने वाला एक तरह का संक्रामक रोग है। जो फीमेल एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है। इस मादा मच्छर में एक खास प्रकार का जीवाणु पाया जाता है जिसे डॉक्टरी भाषा में प्लाज्मोडियम नाम से जाना जाता है। यह जीवाणु लिवर और रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करके व्यक्ति को बीमार बना देती है। अगर इसका समय रहते इलाज नहीं किया जाए तो ये जानलेवा भी हो सकता है। मलेरिया से संक्रमित मरीज को अपने खानपान का ध्यान रखना बेहद जरुरी होता है। डॉक्टर्स भी मलेरिया के मरीजों को कई चीजें नहीं खाने की सलाह देते हैं। अगर आपको नहीं पता हैं, तो आइए जानते हैं कि मलेरिया मे क्या खाएं और किन चीजों से परहेज करें-

मलेरिया मे क्या खाएं

मलेरिया बुखार होने पर आपको हमेशा अपनी डाइट में पौष्टिक आहार लेना चाहिए। क्योंकि इस दौरान शरीर को कैलोरी, और पोषण की जरूरत बढ़ जाती है। इसे बीएमआर या बॉडी मेटाबोलिक रेट के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा कैलोरी की मात्रा बढ़ाने की आवश्यकता शरीर के तापमान में वृद्धि पर निर्भर करती है। आप अपने खानपान में उच्च कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार का सेवन करें।

- आप चावल को चुन सकते हैं, चावल को आसानी से पचाया जा सकता है और तेजी से ऊर्जा जारी कर सकता है।
- इसके साथ ही आप ताजे फल और सब्जियां मलेरिया के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। - कई अध्ययनों के अनुसार, विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां जैसे चुकंदर, गाजर, पपीता, मीठा चूना, अंगूर, जामुन, नींबू, संतरे मलेरिया से पीड़ित रोगी की प्रतिरक्षा को कम करने और बढ़ाने में मदद करते हैं।
- इस बुखार के दौरान आपको ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। कई लोगों को मलेरिया बुखार के कारण भूख की कमी महसूस हो सकती है। ऐसी स्थिति की भरपाई करने के लिए, किसी को ग्लूकोज का पानी, ताजे फलों का रस, नारियल का पानी, नींबू, नमक, चीनी और पानी से बना शर्बत और पानी का विकल्प चुनना चाहिए, ये आपको स्वस्थ रखने में काफी मदद करते हैं।
- तुलसी के पत्तों के साथ काली मिर्च को पानी में उबालने के बाद इस पानी को छानकर पिएं।
- नीबू काटकर उस पर काली मिर्च का चूर्ण व सेंधा नमक डालकर चूसें। ऐसा करने से बुखार की वजह से खराब हुआ मुंह का स्वाद ठीक होगा और रोगी को फायदा भी पहुंचेगा।
- दाल-चावल की खिचड़ी, दलिया, साबूदाना पौष्टिक होने के साथ पचने में भी आसान होते हैं। इसका सेवन करने से फायदा मिलता है।
- पीपल का चूर्ण शहद में मिलाकर उसका सेवन करवाने से भी मलेरिया के बुखार में लाभ मिलता है।

किन चीजों से करें परहेज

- ठंडा पानी बिल्कुल न पियें और ना ही ठंडे पानी से नहाएं।
- रोगी को आम, अनार, लीची, अनन्नास, संतरा जैसे फलों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे फायदा नहीं नुकसान होगा।
- बुखार से पीड़ित व्यक्ति एसी में ज्यादा न रहें।
- दही, शिकंजी, गाजर, मूली जैसी ठंड़ी चीजों का सेवन करने से बचें।
- मिर्च-मसाले व अम्ल रस से बने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।