World Kidney Day 2022: ये संकेत बताते हैं कि किडनी हो रही खराब, लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से करे संपर्क

10 मार्च को पूरी दुनिया में वर्ल्ड किडनी डे (World Kidney Day 2022) मनाया जाता है। World Kidney Day किडनी को खराब करने वाले कारकों, किडनी से संबंधित बीमारियों और उसे हेल्दी रखने के लिए जागरुक करने के लिए मनाया जाता है। किडनी मुट्ठी या सेम के बीज जैसी होती है। ये शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने में मदद करती है। ये पानी, नमक और मिनरल्स के संतुलन को बनाए रखने के लिए एसिड को बाहर निकालती है। यह शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, इसलिए किडनी की सेहत का ध्यान रखना काफी जरूरी होता है।

किडनी की सेहत के लिए कई फैक्टर्स जिम्मेदार होते हैं। कई लोगों को किडनी की समस्या का अंत में जाकर पता लगता है, तब तक उनकी किडनी डैमेज हो चुकी होती है। लेकिन कुछ ऐसे संकेत भी हैं, जिनसे शुरुआत में ही पता लगाया जा सकता है कि किडनी सही तरह से काम नहीं कर रही है और आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है।

किडनी डिजीज के लक्षण

- मतली
- उल्टी
- भूख कम लगना
- थकान-कमजोरी
- नींद में कमी
- कम-ज्यादा यूरिन आना
- फोकस न कर पाना
- मांसपेशियों में ऐंठन
- पैरों-टखनों में सूजन
- सूखी त्वचा
- हाई ब्लडप्रेशर
- सांस की तकलीफ
- सीने में दर्द

किडनी की बीमारी होने का कारण (Cause of kidney disease)

किडनी की बीमारी के लक्षण किसी अन्य बीमारी के कारण भी हो सकते हैं। इसलिए इन लक्षणों के दिखने का मतलब यह नहीं है कि अगर किसी में ये लक्षण दिख रहे हैं तो उसे किडनी की समस्या ही है। किडनी रोग होने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे:

- बढ़ा हुआ प्रोस्टेट
- किडनी में पथरी की समस्या (Kidney Stone)
- किडनी की फिल्टर करने वाले कंपोनेंट में सूजन यानी ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस
- किडनी की नलियों और उसके आसपास सूजन यानी इंटरस्टीशियल नेफ्रैटिस
- टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज (Type 1 Type 2 Diabetes)
- हाई ब्लड प्रेशर (Blood Pressure)
- पॉलीसिस्टिक किडनी रोग
- आनुवांशिक किडनी रोग
- कुछ कैंसर जैसी स्थितियां जिनमें यूरिन रुक जाती है
- वेसिकौरेटेरल यानी वह स्थिति जिसमें यूरिन किडनी में वापस आ जाती है
- किडनी संक्रमण यानी पाइलोनफ्राइटिस
- हार्ट डिसीज
- स्मोकिंग
- मोटापा
- अधिक उम्र
- दवाओं का बार-बार उपयोग
- किडनी की संरचना सामान्य न होना
- पारिवारिक हिस्ट्री

यदि आपको ऊपर बताई हुई कोई ऐसी मेडिकल कंडीशन है, जो किडनी के जोखिम को बढ़ा देती है, तो उसके बारे में डॉक्टर को बताएं, वह यूरिन टेस्ट, ब्लड टेस्ट आदि के माध्यम से किडनी के काम करने की प्रोसेस और स्थिति के बारे में पता लगा सकते हैं।