अलसी आमतौर पर घर में इस्तेमाल की जाती हैं। कई घरेलू व्यंजनों में भी अलसी का इस्तेमाल किया जाता है। अलसी के बारे में आप सभी ने सुना होगा कि यह बेहद गुणकारी होती हैं। अलसी लिग्नान से भरपूर होती है, और इसमें एस्ट्रोजन और एंटीऑक्सीडेंट दोनों गुण होते हैं। इसी के साथ ही अलसी के बीजों में विटामिन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन, कॉपर और जिंक जैसे जरूरी न्यूट्रिएंट्स होते हैं। आप अलसी का उपयोग कर अनेक रोगों की रोकथाम कर सकते हैं और अपने परिवार को स्वस्थ बना सकते हैं। हर साल 16 अक्टूबर को वर्ल्ड फूड डे (World Food Day 2022) मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य भुखमरी से पीड़ित लोगों को जागरूक करना है। साथ ही पोषण युक्त आहार लेने के फायदे की जानकारी उपलब्ध कराना है। डॉक्टर भी सेहतमंद रहने के लिए संतुलित आहार लेने की सलाह देते हैं। इससे शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह अलसी के बीज आपकी सेहत को फायदा पहुंचाने का काम करती हैं।
नींद की समस्या में नींद ना आने की बीमारी में अलसी का सेवन फायदेमंद होता है। इसके लिए अलसी, तथा एरंड तेल को बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर, कांसे की थाली में अच्छे से पीस लें। इसे आंखों में काजल की तरह लगाने से नींद अच्छी आती है।
एनर्जी बूस्टर के तौर पर कई बार आप सुबह उठते हैं और अपने आप को थका-थका सा महसूस करते हैं। दरअसल, ये आपके शरीर में एनर्जी की कमी के कारण हो सकता है जिसमें कि भुनी हुई अलसी खाना फायदेमंद हो सकता है। वो ऐसे कि भूनी हुई अलसी में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। जब आप इस भून देते हैं तो आप इसे सीधे तौर पर खा सकते हैं या फिर इसे हल्का-हल्का पाउडर जैसा बना कर अपने ब्रेड या सैंडविच में रख कर खा सकते हैं। इस तरह ये आपकी एनर्जी बूस्ट करने में मदद करेगा।
पाचन सुधारने में मददगारअलसी में दोनों तरह के डायट्री फाइबर होते हैं- घुलनशील और अघुलनशील। दोनों फाइबर पाचन में मददगार साबित होते हैं। घुलनशील फाइबर मल को सॉफ्ट करने में मदद करता है, जबकि अघुलनशील फाइबर पाचन तंत्र को आंत के जरिए आसान मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद करता है। अगर कोई व्यक्ति कब्ज और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से परेशान है तो उसे रोजावा अलसी खाना फायदेमंद साबित हो सकता है।
दर्द और सूजन में लाभकारी अलसी के इस्तेमाल से दर्द, और सूजन में भी बहुत फायदा होता है। इसमें अलसी से बनाई हुई गीली दवा बहुत काम करती है। एक भाग कुटी हुई अलसी को, 4 भाग उबलते हुए पानी में डालकर धीरे-धीरे मिलाएं। यह गीली होनी चाहिए, लेकिन बहुत गाढ़ा नहीं होना चाहिए। इसे दर्द, या सूजन वाले अंग पर तेल की तरह चुपड़ कर लगाएं। इसके प्रयोग से सूजन, और दर्द दूर होती है।
हाई कोलेस्ट्रॉल रहने पर अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई रहता है तो आपको अलसी को भून कर एक चम्मच सुबह और एक चम्मच शाम को लेना चाहिए। इस तरह ये कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी मदद कर सकती है। रेगुलर इसका सेवन करने से ये एलडीएल यानी कि खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती है। इससे आपका ब्लड प्रेशर सही रहता है और आप दिल की बीमारियों से बचे रहते हैं।
सिर दर्द में फायदेमंद क्या आजकल सिरदर्द की समस्या से सबसे ज्यादा परेशान रहने लगे हैं? तो एक आसान घरेलू उपाय से इस समस्या से निजात पा सकते हैं। सिरदर्द से आराम पाने के लिए अलसी का सही तरह से प्रयोग करने पर अलसी के लाभ पूरी तरह से मिल सकता है। इसके लिए अलसी के बीजों को ठंडे पानी में पीसकर लेप करें। इससे सूजन के कारण होने वाले सिर दर्द, या अन्य तरह के सिर दर्द, या फिर सिर के घावों में फायदा मिलता है।
कब्ज से छुटकाराकब्ज की समस्या अक्सर लोगों को परेशान करती है। ऐसे में आप कब्ज की समस्या से निजात पाने के लिए भूनी हुई अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है और जब आप इसे भून कर खाते हैं तो ये आपके पेट में रफेज की मात्रा को बढ़ाता है। इस तरह ये आपके मल में थोक जोड़ता है और इसे मुलायम बनाता है। जिसकी वजह से आपको कब्ज से छुटकारा मिलता है।
जुकाम में फायदेमंद जुकाम से परेशान हैं, तो अलसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। महीन पिसी अलसी को साफ कर धीमी आंच से तवे पर भून लें। जब यह अच्छी तरह भून जाय, और गंध आने लगे, तब पीस लें। इसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिला लें। अलसी खाने का तरीका यह है कि आप इसे 5 ग्राम की मात्रा में गर्म पानी के साथ, सुबह और शाम सेवन करें। इससे जुकाम में लाभ होता है।
स्किन के लिए बेहतरीनइन बीजों में लिग्नान और कई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जो चेहरे पर झुर्रियों को रोकने में मदद कर सकते हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो अलसी के तेल को स्किन पर लगाने से सेंसेटिव, खुरदरापन और स्केलिंग जैसी समस्या दूर हो सकती है। अलसी में मौजूद फैटी एसिड स्किन को सॉफ्ट बनाए रखने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा यह बालों के झड़ने, एक्जिमा और रूसी को रोकने में भी मददगार साबित होते हैं।