डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है। आज की खराब जीवनशैली के चलते डायबिटीज की बीमारी युवा पीढ़ी को अपना शिकार बनाने लगी है। हाई ब्लड शुगर की यह बीमारी अगर बेकाबू हो जाए तो इंसान को मौत के दरवाजे तक पहुंचा सकती है। मधुमेह की शुरुआत तब होती है, जब पैन्क्रियाज इंसुलिन बनाने में असमर्थ हो जाती है। इसके अलावा पैन्क्रियाज द्वारा बनाया गया इंसुलिन शरीर सही से इस्तेमाल नहीं कर पाता है, तब यह तकलीफ उत्पन्न होती है।
आपको बता दे, दुनियाभर में दस में से एक वयस्क को मधुमेह की शिकायत है। इसमें से अधिकतर लोगों को टाइप-2 डायबिटीज है। 90 फीसदी लोगों को टाइप-2 डायबिटीज परेशान करती है। हालाकि, डॉक्टर्स का कहना है कि अगर हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाया जाए तो डायबिटीज से बचा जा सकता है। एक्सपर्ट कहते हैं कि कुछ हेल्दी फूड्स में फैट, शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो शरीर में शुगर लेवल बढ़ाती हैं। डायबिटीज में इन हेल्दी चीजों का शरीर पर उल्टा असर होता है, इसलिए इन्हें ज्यादा खाने से बचना चाहिए।
आपको बता दे, डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 14 नवंबर को 'वर्ल्ड डायबिटीज डे' सेलिब्रेट किया जाता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे जिनका सेवन सेहत के लिए तो फायदेमंद होता है लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए यह घातक साबित हो सकता है। तो आइए जानते है इन चीजों के बारे में...
सफेद चावलसफेद चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है जो शरीर में शुगर के लेवल को बढ़ा सकती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्राउन राइस का सेवन करना चाहिए।
आलूआलू का सेवन डायबिटीज के मरीजों को नहीं करना चाहिए। इसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है। इसलिए शुगर वाले मरीजों को आलू खाने के लिए डॉक्टर हमेशा मना करता है। इससे उनका शुगर लेवल बढ़ सकता है।
केलाकेला पोटैशियम, विटामिन B6, फाइबर, मैग्नीशियम, आदि की मात्रा बहुत पाई जाती है पर साथ ही इसमें नैचूरल शुगर भी अधिक होती है। कच्चे केले की तुलना में पके हुए केले में 16% ज्यादा शुगर की मात्रा होती है जो डायबिटीज मरीजों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती हैं।
फ्रूट जूसमार्केट में मिलने वाले जूस में फाइबर और न्यूट्रिएंट्स की मात्रा कम होती है और शुगर की मात्रा अधिक रहती है। इसके सेवन से शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बढ़ने लगती है। इसलिए डॉक्टर्स का कहना है कि डायबिटीज मरीजों को जूस के बजाय ताजे फल का सेवन करना चाहिए। एक स्टडी के मुताबिक, पूरा फल खाने की बजाए उसका जूस पीने से भी डायबिटीज की संभावना ज्यादा होती है।
कॉफीकॉफी एनर्जी लेवल, फैट बर्न और एकाग्रता बढ़ाने में मददगार है लेकिन शुगर सिरप, शुगर क्यूब्स या क्रीम के साथ तैयार की गई कॉफी शुगर लेवल को बढ़ा सकती है। बिना चीनी वाली ब्लैक कॉफी का सेवन फायदेमंद रहता है।
फ्लेवर्ड ओट्स प्लेन ओट्स खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ओट्स में बहुत फाइबर होता है और यह डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार भी साबित होते है लेकिन मार्केट में कई तरह के फ्लेवर्ड ओट्स भी मिलते है जिनका सेवन डायबिटीज के मरीजों को नहीं करना चाहिए।
शहदशहद को चीनी का एक बेहतर विकल्प माना गया है लेकिन कभी-कभार हाई शुगर कंटेंट की वजह से यह नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। इसलिए डायबिटीज के रोगियों को इसके सेवन से बचना चाहिए। बाजार में बिकने वाली शहद में भी हाई शुगर कंटेंट हो सकता है।
प्रोटीन बारवर्कआउट से पहले और इसके बाद लोग प्रोटीन बार का सेवन करते है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देता है और मसल्स को मजबूती भी प्रदान करता है। पर इसमें कैलोरी, शुगर, कार्ब्स और फैट की मात्रा भी काफी अधिक होती है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज हाई फाइबर प्रोटीन बार ले सकते हैं जिसे फैट फ्री मिल्क से बनाया गया हो।
ड्राइड फ्रूटड्राइड फ्रूट जैसे किशमिश, बादाम, अंजीर आदि डायबिटीज में नुकसानदायक हो सकते हैं। जितना हो सके, इनका कम सेवन करना चाहिए।