
अक्सर ऐसा होता है कि आप शांत बैठे होते हैं और अचानक पेट से गुड़गुड़ की आवाजें आने लगती हैं। यह स्थिति आपके साथ भी कई बार हुई होगी। कई बार ये आवाजें इतनी स्पष्ट होती हैं कि लोगों के सामने आपको शर्मिंदगी का सामना तक करना पड़ता है, और चाहकर भी आप इन्हें रोक नहीं पाते। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ये एक अनैच्छिक प्रक्रिया है, जिस पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता। जब भी पेट से इस तरह की आवाजें आती हैं, तो पहला सवाल जो ज़हन में आता है वह यह होता है कि आखिर इनकी असली वजह क्या है? कुछ लोग इसका कारण पाचन को मानते हैं, तो कुछ इसे भूख से जोड़ते हैं। अगर आप भी इसका सटीक कारण जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है।
पेट से क्यों आती है 'गुड़गुड़' की आवाज?पेट से आने वाली गुड़गुड़ाहट आमतौर पर एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया होती है। ये आवाजें हमारे पाचन तंत्र की गतिविधियों से जुड़ी होती हैं और अक्सर किसी गंभीर समस्या का संकेत नहीं होतीं। हालांकि कुछ मामलों में यह किसी अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि इसके क्या-क्या कारण हो सकते हैं।
पेट से आवाज आने के संभावित कारण1. पाचन प्रक्रिया:जब पेट और आंतों में खाना पचाया जा रहा होता है, तो गैस, तरल और ठोस भोजन की गतिविधियों से आवाजें पैदा होती हैं। इस प्रक्रिया को वैज्ञानिक रूप से बोरबोरीग्मी (borborygmi) कहा जाता है। इस दौरान आंतों की मांसपेशियां सिकुड़ती हैं और भोजन तथा गैस को छोटी व बड़ी आंत की ओर धकेलती हैं, जिससे ये आवाजें सुनाई देती हैं।
2. भूख लगना:जब पेट खाली होता है तो मस्तिष्क पाचन तंत्र को संकेत देता है कि वह भोजन के लिए तैयार हो जाए। यह सिग्नल आंतों में संकुचन को जन्म देता है जिसे पेरिस्टालसिस कहा जाता है। इस संकुचन से पेट में गुड़गुड़ की आवाज होती है, जो भूख का संकेत भी हो सकती है।
3. गैस का बनना और हिलना:भोजन करते समय हवा निगलने, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पीने या गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थ (जैसे राजमा, गोभी, डेयरी उत्पाद) खाने से शरीर में गैस बनती है। जब यह गैस आंतों में इधर-उधर होती है तो आवाजें पैदा होती हैं।
4. पाचन संबंधी समस्याएं:अगर आपको इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), गैस्ट्रोएंटेराइटिस या किसी प्रकार की खाद्य असहिष्णुता (जैसे लैक्टोज इन्टॉलरेंस) है, तो इससे भी पेट से असामान्य आवाजें आ सकती हैं। अक्सर इनके साथ दर्द, सूजन या दस्त जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं।
5. तनाव या मानसिक दबाव:तनाव और चिंता भी पाचन प्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं। गट-ब्रेन एक्सिस के कारण मानसिक तनाव शारीरिक प्रतिक्रियाएं उत्पन्न करता है, जिससे आंतों की गतिविधि बढ़ जाती है और पेट में आवाजें आने लगती हैं।
पेट की आवाज को कम करने के घरेलू उपाय1. धीरे-धीरे और चबाकर खाएं:जल्दी-जल्दी खाने से हवा निगलने की संभावना बढ़ती है, जिससे गैस बनती है। इसलिए हर निवाले को अच्छे से चबाएं।
2. पर्याप्त पानी पिएं:हाइड्रेशन पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और पेट में अतिरिक्त गैस बनने से रोकता है।
3. गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों से बचें:राजमा, ब्रोकोली और सोडा जैसे कार्बोनेटेड ड्रिंक्स को सीमित मात्रा में लें।
4. छोटे-छोटे भोजन करें:दिन भर में कम मात्रा में और बार-बार भोजन करें। इससे पाचन तंत्र पर अत्यधिक दबाव नहीं पड़ता।
5. तनाव का प्रबंधन करें:योग, ध्यान और गहरी सांस लेने की तकनीकों से मानसिक तनाव को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे पाचन भी बेहतर होता है।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
यदि पेट से आवाजें लगातार आ रही हैं और इनके साथ पेट दर्द, ऐंठन, उल्टी, दस्त, वजन में गिरावट या बुखार जैसी परेशानियां भी हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा हो सकता है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।