नई किडनी लगाने के बाद बेकार किडनी का क्या करते हैं डॉक्टर? जानकर उड़ जाएंगे होश

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पिछले कई सालों से किडनी की बीमारियों और अन्य बीमारियों से पीड़ित है। डॉक्टर का कहना है कि लालू यादव की किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा। खबर है कि आरजेडी सुप्रीमो किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 24 नवंबर को सिंगापुर रवाना होंगे। किडनी ट्रांसप्लांट में डॉक्टर किसी मृत या जीवित व्यक्ति से किडनी लेकर मरीज में लगा देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद डॉक्टर बेकार किडनी का क्या करते हैं? यह जानकारी आपको बड़ी हैरानी होगी कि डॉक्टर शरीर से बेकार किडनी को नहीं निकालते है बल्कि उसे वहीं शरीर में छोड़ देते है। UCSF के सर्जरी डिपार्टमेंट के मुताबिक, नई किडनी को निचले पेट में आगे की तरफ ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है। लेकिन, जब बेकार किडनी का साइज बहुत बड़ा हो जाता है या उसके कारण अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर व किडनी इंफेक्शन जैसी दिक्कतें पैदा होती रहती हैं, तो उसे बाहर निकाल दिया जाता है।

किडनी फेल क्यों होती है?

किडनी ट्रांसप्लांट किडनी डैमेज या फेल होने के बाद किया जाता है। NIDDK के मुताबिक, किडनी फेल होने के दो सबसे मुख्य कारण है डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर। हाई ब्लड शुगर और हाई ब्लड प्रेशर किडनी की रक्त धमनियों को नुकसान पहुंचाते है। जिसके चलते किडनी अपना काम करना बंद कर देती है। डायबिटीज और हाई बीपी के अलावा, अगर आप दर्द निवारक दवाओं का अत्यधिक प्रयोग करते हैं, अत्यधिक नमक-मीठा खाते हैं, पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं तो आपको किडनी की बीमारी होने का खतरा काफी ज्यादा हो जाता है।

किडनी फेल होने के शुरुआती लक्षण

क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार, किडनी फेलियर की पहली स्टेज में अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखता है। लेकिन कुछ दिनों में यह छोटे-छोटे संकेत मिलने लगते हैं। जैसे-

- अत्यधिक थकान
- जी मिचलाना और उल्टी होना
- उलझन रहना
- बार-बार पेशाब आना
- पैरों, टखनों और एड़ियों में सूजन
- पेट और पीठ में दर्द
- मसल्स क्रैम्प होना
- आंखों के पास सूजन आना
- भूख खत्म होना

कैसे होता है किडनी ट्रांसप्लांट?

Kidney.org के अनुसार, किडनी ट्रांसप्लांट करने के लिए बड़ा ऑपरेशन किया जाता है। जिसमें आपके शरीर में नई और स्वस्थ किडनी प्रत्यारोपित की जाती है। नई किडनी को किसी मृत व्यक्ति या दान देने के इच्छुक जीवित स्वस्थ व्यक्ति के शरीर से निकाला जाता है। कई स्टडी में देखा गया है कि किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले व्यक्ति डायलिसिस पर चल रहे मरीज से ज्यादा जीते हैं।

किडनी को हेल्दी रखते हैं ये फूड्स

अगर आप किडनी डिजीज और किडनी इंफेक्शन से बचना चाहते हैं, तो आपको डाइट में सोडियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस को सीमित कर देना चाहिए। हेल्थलाइन के मुताबिक, किडनी को हेल्दी बनाने के लिए गोभी, लाल अंगूर, अंडे का सफेद भाग, लहसुन और ऑलिव ऑयल को खाने में शामिल करना चाहिए।

कैसे करें बचाव?

- किडनी की बीमारी का बड़ा कारण डिहाइड्रेशन है इसलिए किडनी की परेशानी से बचने के लिए ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए।

- शरीर में सोडियम की कम मात्रा से किडनी को आराम मिलता है, इसलिए नमक कम खाना चाहिए। पैकेज्ड फूड में भी सोडियम ज्यादा मात्रा में पाया जाता है इसलिए पैकेट वाले खाने से भी बचना चाहिए।

- एक्सरसाइज और योगा करके भी किडनी को स्वस्थ रखा जा सकता है। रोजाना योगा करने से किडनी को फायदा पहुंचता है। हफ्ते में एक बार साइकिलिंग करना भी फायदेमंद है।

-किडनी फेलियर के सामान्य लक्षण दिखने पर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इससे परेशानी बढ़ सकती है, तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।