
नींद केवल शरीर को आराम देने के लिए नहीं होती, बल्कि यह बच्चों के समग्र विकास में एक बेहद अहम भूमिका निभाती है। रात की अच्छी और पूरी नींद एक हेल्दी डेली रूटीन की नींव रखती है। खासकर जब बात बच्चों की हो, तो यह और भी जरूरी हो जाती है। अच्छी नींद से बच्चों की हेल्दी ग्रोथ संभव होती है, क्योंकि जब बच्चा गहरी नींद में होता है, तब उसके शरीर में नए टिशूज़ बनते हैं, मस्तिष्क दिनभर में सीखी गई जानकारियों को क्रमबद्ध करता है और साथ ही इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। यही वजह है कि बच्चों के लिए समय पर और पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी माना जाता है। इसलिए यह भी जरूरी हो जाता है कि बच्चों के सोने का एक निश्चित समय तय किया जाए, ताकि उनकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ बेहतर बनी रहे। आइए जानते हैं कि बच्चों के लिए सोने का सही समय क्या होना चाहिए और उन्हें जल्दी सुलाना क्यों महत्वपूर्ण है।
रात में बच्चों को जल्दी सुलाना क्यों है जरूरी?नींद विशेषज्ञों के अनुसार, रात में बच्चों को जल्दी सुलाने से उनका दैनिक जीवन बेहतर तरीके से संतुलित रहता है। यह विशेष रूप से छोटे बच्चों के लिए अत्यंत आवश्यक है क्योंकि उनका शरीर विकास के चरण में होता है और ऐसे में उन्हें ज्यादा नींद की आवश्यकता होती है। आम तौर पर 3 से 12 वर्ष तक के बच्चों को प्रतिदिन 9 से 12 घंटे की नींद लेनी चाहिए। अगर बच्चा स्कूल जाता है और उसे सुबह जल्दी उठना होता है, तो उसे रात में 8:00 से 9:00 बजे के बीच सुला देना सबसे उपयुक्त रहता है।
नींद का बच्चों की ग्रोथ पर असरबच्चा कितनी अच्छी नींद लेता है, इसका सीधा असर उसके मूड, सीखने की क्षमता, याददाश्त और ध्यान केंद्रित करने की शक्ति पर पड़ता है। कई माता-पिता यह सोचते हैं कि यदि बच्चा देर रात तक जागता है और सुबह देर से उठता है, तो भी उसे पूरी नींद मिल जाती है, लेकिन यह सोच गलत है। दरअसल, शरीर के विकास और हार्मोनल संतुलन के लिए रात की नींद अधिक महत्वपूर्ण होती है। विशेष रूप से रात 10 बजे से सुबह 2 बजे तक का समय अत्यंत आवश्यक होता है क्योंकि इस दौरान शरीर का ग्रोथ हार्मोन सबसे अधिक सक्रिय होता है।
सही नींद के लिए जरूरी है एक नियमित रूटीनयह सुनिश्चित करने के लिए कि बच्चों को पर्याप्त और अच्छी नींद मिले, उनके लिए एक नियमित और अनुशासित रूटीन बनाना जरूरी है। इसके लिए सबसे पहले रात का डिनर एक निश्चित समय पर करवाएं। इसके बाद हल्के खेल या किताब पढ़ने का समय तय करें। फिर, बच्चों को टीवी और मोबाइल स्क्रीन से दूर रखते हुए शांत माहौल में सुलाएं। इससे बच्चों को जल्दी और गहरी नींद आएगी, जो उनकी शारीरिक और मानसिक वृद्धि के लिए बहुत फायदेमंद होगी।